Pt. Bindeshwari Dubey: स्वतंत्रता की लड़ाई, श्रमिकों के अधिकारों के लिए संघर्ष, बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में पंडित बिन्देश्वरी दुबे का योगदान अमिट है।
- हाइलाइट्स:Pt. Bindeshwari Dubey
- बड़े व्यक्तित्व के धनी थे पूर्व मुख्यमंत्री पंडित बिन्देश्वरी दुबे जी: सांसद
Pt. Bindeshwari Dubey आरा/बिहिया: बिहार के पूर्व मुख्यमंत्री, पूर्व केन्द्रीय मंत्री, श्रमिक नेता व स्वतंत्रता सेनानी स्व: पंडित बिन्देश्वरी दुबे की जयंती समारोह मंगलवार को जगह-जगह श्रद्धा के साथ मनायी गयी। प्लस टू हाईस्कूल, बिहिया के परिसर में दूबे जी की जयंती पर राजकीय समारोह हुआ। उद्घाटन एसडीएम संजीत कुमार, एसडीपीओ राजीव चंद्र सिंह व राघव दूबे ने संयुक्त रूप से दीप प्रज्वलित कर किया। अध्यक्षता रामशब्द सिंह ने की और संचालन शिक्षक विकास कुमार सिंह ने किया। नवोदय विद्यालय बिहिया के छात्र-छात्राओं ने स्वागत गीत प्रस्तुत की।
बिहार के 17वें मुख्यमंत्री पंडित बिन्देश्वरी दूबे जी के तैलचित्र पर माल्यार्पण के बाद वक्ताओं ने उनके व्यक्तित्व व कृतित्व पर प्रकाश डाला। भोजपुर जिला के बिहिया प्रखंड अंतर्गत महुआंव गाँव निवासी पंडित बिन्देश्वरी दुबे का योगदान भारतीय राजनीति और समाज में अमिट है।
स्वतंत्रता की लड़ाई, श्रमिकों के अधिकारों के लिए संघर्ष, बिहार के मुख्यमंत्री के रूप में इनका कार्यकाल 12 मार्च 1985 – 13 फ़रवरी 1988 के बीच समाज के कमजोर वर्गों के लिए कई सुधार, उनकी कार्यशैली और विचारधारा आज के नेताओं के लिए प्रेरणास्त्रोत है। पंडित जी को पूर्व पीएम राजीव गांधी का काफी करीबी माना जाता था। राजीव गांधी भी उन्हे सम्मान देते थे। उनके प्रधानमंत्री रहते बिंदेश्वरी दुबे को वर्ष 1988-89 में केंद्रीय श्रम व कानून मंत्री बनाया गया था।
सांसद सुदामा प्रसाद ने कहा कि वे बड़े व्यक्तित्व के धनी थे। हिलसा के अपर जिला व सत्र न्यायाधीश अजीत कुमार सिंह ने कहा कि यूं हीं कोई बिंदेश्वरी दुबे नहीं बन जाता, बनने के लिए उनके जैसा सोच होना जरूरी है। इस मौके पर बीडीसी शशिभूषण सिंह, शशिकांत पांडेय, देवमोहर यादव, बीडीओ मोनालिसा प्रियदर्शिनी, सीओ रचना कुमारी, बीईओ मनोज कुमार, शिक्षक राजीव रंजन रजक उर्फ महेश कुमार समेत अन्य लोग मौजूद रहे।