नशा हमारे देश की एक बहुत बड़ी समस्या है इससे नशा करने वाला व्यक्ति ही नहीं बल्कि उसका पूरा परिवार एवं समाज भी प्रभावित होता है। एक सर्वे के अनुसार शराब एवं अन्य मादक पदार्थों का सेवन आजकल समाज में सबसे ज्यादा प्रचलित है।
सर्वे के अनुसार भारत में लगभग 16 करोड़ लोग शराब तथा 3.1 करोड, गांजा एवं 2.26 करोड़ लोग अफीम का सेवन करते है। यह हमारे समाज की सबसे गम्भीर समस्या होती जा रही है। भारत सरकार के सामाजिक न्याय एवं अधिकारिता मंत्रालय के द्वारा इस समस्या के निदान हेतु भारत के 272 जिले में आज दिनांक 15 अगस्त से “नशा मुक्त भारत अभियान” का शुभारंभ किया जा रहा है जो 31 मार्च 2021 तक चलेगा, जिसमें भोजपुर सहित बिहार के आठ जिले का चयन किया गया है।
भोजपुर जिला में “नशा मुक्त भारत अभियान” का शुभारंभ जिला पदाधिकारी महोदय द्वारा किया गया है। नशा मुक्त भारत अभियान के भोजपुर जिला में क्रियान्वयन के लिए एक बैठक में जिलास्तरीय समिति का गठन किया गया है।
जिसकी 12 अगस्त को आहूत भोजपुर जिला को नशा मुक्त करने के उद्देश्य से जागरूकता अभियान चलाने एवं स्वयसेवक के माध्यम से सभी विभागो एवं ग्राम पंचायत स्तर पर कार्यक्रम चलाने का निर्णय लिया गया है। इसके सफल क्रियान्वयन हेतु ‘नशा मुक्त भारत अभियान के तहत पुलिस विभाग/स्वास्थ्य विभाग पंचायती राज विभाग/आईसीडीएस/कल्याण/जिला विधिक सेवा प्राधिकार एवं एनजीओ दिशा एक प्रयास एवं नशा मुक्ति केंद्र को जोड़ा गया है।
भोजपुर जिला में नशा के समान बेचे जाने वाले स्थान को चिन्हित कर छापामारी करने हेतु पुलिस अधीक्षक भोजपुर से अनुरोध किया गया है।
सर्व विदित है कि नशा एक अभिशाप है, भोजपुर जिला को इस अभिशाप से मुक्त करने के लिए सरकार के इस महत्वाकाँक्षी अभियान को पूर्ण करने हेतु आइए, नशा मुक्त भारत अभियान के क्रियान्वयन हेतु हम सब साथ मिल कर सहयोग करें।
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