Badhra police attacked- जान मारने की नीयत से हुआ चारो ओर से हमला
खबरे आपकी Badhra police attacked आरा जिले के बड़हरा थाने में दर्ज करायी गयी प्राथमिकी के अनुसार गलत लेन में खड़े बालू लदे वाहनों को हटाने पर पुलिस पर हमला किया गया। कहा गया है कि गुरुवार की शाम फोरलेन पर जाम की सूचना मिली। इस आधार पर दारोगा कृष्णा प्रसाद के नेतृत्व में पुलिस जाम हटाने में जुट गयी। फूहां से जाम हटाते पुलिस डोरीगंज गंगा पुल की ओर बढ़ने लगी। डोरीगंज से करीब पांच सौ गज पहले बड़हरा थाने की सीमा पर गलत लेन में खड़े बालू लदे ट्रक और ट्रैक्टर को हटाया जा रहा था। तभी करीब 250 की संख्या में बालू माफिया संगठित होकर हथियार के साथ पुलिस का विरोध करने लगे। दारोगा ने विरोध किया तो पुलिस पर हमला कर दिया गया। इसी दौरान उन सभी द्वारा पुलिस जीप पलट दी गयी। उपद्रवी जीप से कागजात और बैट्री सहित अन्य सामान भी ले भागे। अन्य वाहनों में भी तोड़फोड़ की जाने लगी। इसे देख पुलिस टीम सुरक्षित स्थान पर चली गयी। सूचना मिलने पर एसडीपीओ, कोईलवर इंस्पेक्टर और बड़हरा थाना इंचार्ज सहित अन्य अफसर पुलिस बल के साथ पहुंचे। इसके अलावा जिले के विभिन्न क्षेत्रों से थाना पुलिस को बुलाया गया।
पढ़े :- पुलिस जीप से कागजात, केस संबंधित रेकॉर्ड और बैट्री भी ले भागी भीड़
जान मारने की नीयत से हुआ चारो ओर हमला
हंगामे के बाद आरा-छपरा फोरलेन पुलिस की बढ़ रही संख्या को देख माफियाओं द्वारा आसपास के गांवों से करीब दो सौ की संख्या में और लोगों को भी बुला लिया गया। उसके बाद पुलिस को चारों ओर से घेर कर हमला कर दिया गया। थाने में दर्ज प्राथमिकी में इस बात का जिक्र किया गया है। कहा गया है कि जान मारने की नीयत से चारों ओर से घेर कर पुलिस पर ईंट-पत्थर और गोलियां चलाई गयी। रोडे़बाजी में कई पुलिसकर्मी गंभीर रूप से जख्मी हो गये। हालांकि पुलिस कर्मिमों को गोली लगने की सूचना नहीं है।लेकिन घटनास्थल से आठ एमएम के तीन खोखे मिलने से उपद्रवियों द्वारा फायरिंग किये जाने की बात पुष्टि हो रही है। वहीं हमले के बीच उपद्रवियों द्वारा दो गाड़ियों पर लदे गैस सिलेंडर भी लूट लिये गये।
जान बचाने एवं भीड़ हटाने को लेकर पुलिस ने चलायी गोली
पुलिस का कहना है कि भीड़ द्वारा रोडे़बाजी और फायरिंग से स्थिति अराजक हो गयी थी। माइक से बार-बार हटने और फायरिंग नहीं किये जाने के अनुरोध के बाद भी बालू के अवैध धंधेबाज नहीं आ रहे थे। इसे देखते हुये पुलिस को आत्म रक्षा और भीड़ को हटाने के लिये तीन राउंड गोली चलानी पड़ी। बाद में भोजपुर और सारण से काफी संख्या में पुलिस के पहुंचने के बाद उपद्रवी फायरिंग करते भाग निकले।