Md Belal Arrested: हत्या में जमानत मिलने के बाद रंगदारी वसूलने लगा कुख्यात बेलाल, गया जेल
प्रेस कांफ्रेंस में एसपी ने किया खुलासा: किसी आपराधिक वारदात को अंजाम देने के लिये रघु टोला पहुंचा था बेलाल
एक पिस्टल, सात गोली, दो मैगजीन और चार मोबाइल बरामद
हत्या में आजीवन कारावास की सजा काट रहे बेलाल को हाई कोर्ट से मिला था बेल
एसपी बोले: अब जमानत रद्द करने का कोर्ट को भेजा जा रहा प्रस्ताव
खबरे आपकी बिहार: आरा शहर के टाउन थाना क्षेत्र के अबरपुल निवासी कुख्यात मो. बेलाल जमानत मिलने के बाद भी अपराध में पूरी तरह सक्रिय था। जेल से आने के बाद उसने रंगदारी वसूलने के अपने पुराने धंधे को तेज कर दिया था। गुरुवार को भी वह किसी आपराधिक वारदात को अंजाम देने के लिये रघु टोला पहुंचा था। तभी पुलिस की टीम ने उसे दबोच लिया। उसके पास से एक पिस्टल, दो मैगजीन, सात गोलियां और चार मोबाइल बरामद किये गये हैं।
Md Belal Arrested: नगर थाना क्षेत्र के रघुटोला से पकड़ा गया कुख्यात
एसपी विनय तिवारी ने शुक्रवार को प्रेस कांफ्रेंस कर यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि गुरुवार की शाम रघुटोला स्थित मोम फैक्ट्री के बगल में वलीगंज निवासी मुस्तफा के घर में कुछ अपराधियों द्वारा किसी घटना की साजिश किये जाने की सूचना मिली। इसके बाद थानाध्यक्ष सह इंस्पेक्टर रामविलास चौधरी के नेतृत्व में टीम गठित कर छापेमारी की गयी। उसके बाद पुलिस ने चीता टीम के साथ उस घेर की घेराबंदी कर छापेमारी। मौके से बेलाल को गिरफ्तार किया गया। तलाशी के दौरान उसके पास मैगजीन सहित लोडेड पिस्टल मिला। उसके पैंट की जेब से भी तीन गोली लोड एक मैगजीन और बेड से चार मोबाइल बरामद किया गया। इसे लेकर बेलाल के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज की गयी।
एसपी ने बताया कि गिरफ्तार अपराधी को हत्या के एक मामले में आजीवन कारावास की सजा मिली है। उस मामले में हाईकोर्ट से उसे जमानत मिली है। उसके बाद वह अपराध में काफी सक्रिय था। आपराधिक षड़यंत्र रचते हथियार के साथ गिरफ्तार किया गया है। अब उसकी जमानत रद्द कराने के लिये कोर्ट को प्रस्ताव भेजा जा रहा है।
2008 से अपराध में सक्रिय था बेलाल, अबतक रंगदारी और हत्या के नौ मामले
आरा शहर के अबरपुल का रहने वाला मो. बेलाल पुराना हिस्ट्रीशीटर है। वह 2008 से ही अपराध में सक्रिय है। हत्या में आजीवन कारावास की सजा मिलने के बाद भी जरायम की दुनिया में बना रहा। एसपी ने बताया कि उसके खिलाफ अबतक नौ मामले मिले हैं। इनमें पांच रंगदारी और धमकी से जुड़े हैं। 2011 में एक हत्या का भी केस हुआ था, जिसमें उसे उम्र कैद की सजा मिली है। जमानत मिलने के बाद वह फिर रंगदारी मांगने के अपने पुराने धंधे में सक्रिय हो गया था। उसके खिलाफ लगातार शिकायतें भी मिल रही थी।
एसपी ने बताया कि पिछले साल अप्रैल से लेकर सितंबर के बीच उसके खिलाफ तीन मामले दर्ज कराये गये। उसमें रंगदारी और धमकी देने के मामले हैं। छापामारी में नगर थानाध्यक्ष रामविलाश चौधरी, दारोगा राकेश कुमार, पीटीसी धर्मेद्र यादव, चीता टीम के एएसआई राजेन्द्र कुमार पांडेय, जवान बिन्दा राम, प्रकाश कुमार, रमेश कुमार सिंह, बंसत कुमार, योगेन्द्र कुमार, अर्जुन कुमार, दर्शन कुमार शामिल थे।