Mantu shot dead in Shahpur:खबरे आपकी
- हाईलाइट
- हथियारबंद अपराधियों ने काफी करीब से मारी तीन गोली
- इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल लाने के दौरान तोड़ा दम
- तीन माह के अंदर अपराधियों ने दूसरी बार गोली मार उतारा मौत के घाट
- घटनास्थल पर पहुंच मामले की छानबीन में जुटी पुलिस
खबरे आपकी आरा/शाहपुर। भोजपुर के शाहपुर थाना क्षेत्र के शाहपुर बाजार के समीप रविवार की दोपहर नगर पंचायत के निवर्तमान पार्षद सह चेयरमैन पति वशिष्ठ प्रसाद उर्फ मंटू सोनार को अपराधियों ने गोली मार दकर हत्या कर दी। उन्हें काफी करीब से तीन गोली मारी गई है। इलाज के लिए सदर अस्पताल लाने के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। पुलिस घटनास्थल पर पहुंच मामले की छानबीन और अपराधियों की गिरफ्तारी में जुट गई है। तीन माह के भीतर अपराधियों द्वारा दूसरी बार शाहपुर नगर पंचायत के निवर्तमान वार्ड पार्षद चेयरमैन पति को गोली मारकर मौत के घाट उतारने में सफलता पाई। दिनदहाड़े हुई हत्या के इस वारदात से इलाके में अफरा-तफरी मच गई।
Mantu shot dead in Shahpur:घर से बाहर निकलते ही फायरिंग शुरू कर दी
इधर, बताया जा रहा है कि शाहपुर नगर पंचायत के वार्ड नंबर -10 स्थित निवर्तमान मुख्य पार्षद के आवास के करीब रविवार की दोपहर पूर्व से घात लगाए अपराधियों ने निवर्तमान वार्ड पार्षद चेयरमैन पति वशिष्ठ प्रसाद उर्फ मंटू सोनार पर घर से बाहर निकलते ही फायरिंग शुरू कर दी। फायरिंग के बीच उन्हें काफी करीब से तीन गोली लगी थी। इलाज के लिए शाहपुर से शहर के बाबू बाजार स्थित निजी अस्पताल लाया गया जहां उन्हें चिकित्सक द्वारा मृत घोषित कर दिया गया। इसके बाद परिजन शव को लेकर सदर अस्पताल पहुंचे। घटना के बाद दुकानदारों द्वारा अपनी दुकानों को बंद कर लिया गया है। मृतक शाहपुर थाना क्षेत्र के शाहपुर वार्ड नंबर-10 निवासी कपिल वर्मा के 40 वर्षीय पुत्र सह वार्ड नम्बर-9 के निवर्तमान वार्ड पार्षद वशिष्ठ प्रसाद उर्फ मंटू सोनार हैं। उनकी पत्नी भी वार्ड नंबर-10 की पार्षद तथा शाहपुर की निवर्तमान चेयरमैन है।
8 सितम्बर 22 को भी अपराधियों ने मारी थी गोली
बता दें कि 8 सितम्बर 2022 को शाहपुर बाजार के समीप हथियारबंद अपराधियों ने निवर्तमान वार्ड पार्षद सह चेयरमैन पति को गोली मार दी थी। उन्हें काफी करीब से दो गोली मारी गई थी। जिसमे एक गोली बाएं हाथ में एवं दूसरी गोली कंठ के पास लगी थी। संयोग से उनकी जान बच गई थी। घटना को अंजाम तीन की संख्या में रहे अपराधियों ने दिया था। उन्हें इलाज के लिए आरा सदर अस्पताल से पटना रेफर कर दिया गया था। पटना में इलाज कराने के बाद वे गांव लौटे थे। इस मामले का पुलिस ने उद्भेदन कर तीन अपराधियों को पकड़ा था।