Bihiya chakbandi Office: बिहिया स्थित चकबंदी ऑफिस में शुक्रवार को पटना से आये डायरेक्टर ने इसकी जांच की। इसे लेकर कार्यालय में अफरातफरी का माहौल रहा। बताया जा रहा है कि भूमि रैयतों की ओर से शिकायत की गयी थी कि बिहिया स्थित चकबंदी ऑफिस द्वारा जमीन बिक्री हेतु रैयत परमिशन पर फर्जी हस्ताक्षर कर आदेश दिया जा रहा है।
- हाइलाइट :-
- पटना से बिहिया चकबंदी कार्यालय पहुंचकर डायरेक्टर ने की जांच
- अमराई नवादा मौजा के बांध के कुछ रैयतों का हस्ताक्षर मिलान किया गया
- दस डी में सुनवाई पूरी नहीं होने,रेकर्ड की जांच में कई खामियां पायी गयी
Bihiya chakbandi Office खबरे आपकी: विभिन्न राजस्व ग्रामों के मौजा में जमीन की खरीद बिक्री को लेकर रैयतों को चकबंदी ऑफिस की जरूरत पड़ती है। इसके साथ ही चक खाता एवं सर्वे खाता के नकल व मिलान के लिए लोग प्रत्येक दिन बिहिया चकबंदी कार्यालय आते– जाते है। वही जमीन बिक्री के लिए परमिशन अब लोगों के लिए परेशानी का सबब बन गया।
बिहिया स्थित चकबंदी ऑफिस में शुक्रवार को पटना से आये डायरेक्टर ने इसकी जांच की। इसे लेकर कार्यालय में अफरातफरी का माहौल रहा। बताया जा रहा है कि भूमि रैयतों की ओर से शिकायत की गयी थी कि बिहिया स्थित चकबंदी ऑफिस द्वारा जमीन बिक्री हेतु रैयत परमिशन पर फर्जी हस्ताक्षर कर आदेश दिया जा रहा है।
रैयतों की शिकायत पर बिहिया चकबंदी ऑफिस की रेकर्ड की जांच डायरेक्टर दयानिधि पांडेय ने की। दस डी रेकर्ड सुचारू रूप से कार्य चल रहा है या नहीं इसकी जांच के साथ ही कई अन्य कागजातों के जांच की गई । चकबंदी योजना की जांच में कई खामियां पायी गयी। वही अमराई नवादा मौजा के बांध के कुछ रैयतों का हस्ताक्षर भी मिलान किया गया। जिसमें दस डी में सुनवाई पूरी नहीं होने पर अधिकारी व कर्मचारी परेशान दिखें ।
Bihiya chakbandi Office: शाहपुर के नाम पर बिहिया में चकबंदी कार्यालय
वही शाहपुर से चकबंदी जैसे महत्वपूर्ण विभाग को प्रखंड वासियों से दूर बिहिया रेलवे स्टेशन के नजदीक में शिफ्ट कर दिया गया है। शाहपुर के नाम पर बिहिया में चलने वाला चकबंदी कार्यालय प्रखंड वासियों के लिए परेशानी का सबब बन गया है। करीब 33 वर्ष तक शाहपुर में चल रहे चकबंदी कार्यालय को बिहिया में शिफ्ट कर दिया गया। इस तरह शाहपुर से चकबंदी जैसे महत्वपूर्ण विभाग प्रखंड वासियों से दूर हो गया है।
पहले यह कार्यालय शाहपुर नगर पालिका क्षेत्र में था। कई साल पूर्व जब कार्यालय को बिहिया ले जाया गया तब से कई मर्तबा नगर एवं प्रखंड के समाजसेवियों ने अफसरों से मिलकर चकबंदी कार्यालय को शाहपुर में शिफ्ट करने की बात कही, अफसरों द्वारा जल्द समस्या की निदान करने की बात कही गई लेकिन लाख प्रयास के बाद भी चकबंदी कार्यालय आज तक शाहपुर में शिफ्ट नहीं हो सका है।
बताया जाता है की अधिकारियों को बिहिया रेलवे स्टेशन से ट्रेन पकड़ने में आसानी होती है। इसलिए शाहपुर से कार्यालय को ही बिहिया ले जाया गया है।