Car Loot – Shahpur: भोजपुर जिले की शाहपुर थाने की पुलिस ने महज 24 घंटे में ही कार लूट की घटना का खुलासा कर दिया। लूट की घटना फर्जी निकली।
- हाइलाइट :-
- कार लूट की घटना फर्जी निकली
- शाहपुर ब्लॉक के पास से कार बरामद
Car Loot – Shahpur आरा: भोजपुर जिले की शाहपुर थाने की पुलिस ने महज 24 घंटे में ही कार लूट की घटना का खुलासा कर दिया। लूट की घटना फर्जी निकली। इस मामले में पुलिस ने केस के सूचक सहित तीन लोगों को गिरफ्तार कर लिया है। लूटी गयी कार और दोनों मोबाइल भी बरामद कर ली गयी है। गिरफ्तार आरोपितों में पटना के दीघा थाना क्षेत्र के कुर्जी निवासी कुंदन कुमार, मायका कॉलोनी निवासी पंकज कुमार और दीघा घाट अखाड़ा निवासी बिट्टू कुमार शामिल हैं। इनमें एक के खिलाफ दीघा थाने में शराब से संबंधित केस भी दर्ज है। कार शाहपुर इलाके से बरामद की गयी है। एसपी प्रमोद कुमार यादव की ओर से प्रेस बयान जारी कर यह जानकारी दी गई।
उन्होंने बताया कि शराब के पैसे को लेकर कुर्जी इलाके के कुछ लोगों के बीच विवाद हुआ था। उसी में एक पक्ष की ओर से कार लूट की झूठी साजिश रची गयी थी। हालांकि सीसीटीवी फुटेज, पूछताछ और स्थानीय पुलिस टीम की अनुसंधान से मामले का खुलासा हो गया। उन्होंने बताया कि कुर्जी निवासी कुंदन कुमार की ओर से कुंदन कुमार की ओर से एक रोज पहले सूचना दी गयी कि 25 दिसंबर को वह अपनी कार से विंध्याचल जा रहा था। तभी शाहपुर थाना क्षेत्र के कनैली गांव के पास हथियार के बल पर उसकी कार और दो मोबाइल लूट लिया गया। उस मामले में लूट की प्राथमिकी दर्ज की गयी। उसके बाद छानबीन और लुटेरों की गिरफ्तारी को लेकर एसडीपीओ राजीव चंद्र सिंह के नेतृत्व में टीम गठित की गयी। टीम में शामिल थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार द्वारा तफ्तीश शुरू की गयी और सीसीटीवी फुटेज खंगाले गए।
उसमें मामला कुछ संदिग्ध लगा। तब पुलिस टीम ने कुंदन कुमार से सख्ती से पूछताछ की। उससे पूरा मामला साफ हो गया। इस बीच कार शाहपुर ब्लॉक के पास से बरामद कर ली गयी। उसके बाद कुंदन कुमार सहित तीनों को गिरफ्तार कर लिया गया। एसपी ने बताया कि अभी मामले की तफ्तीश की जा रही है। इसमें कुछ अन्य लोगों की भी संलिप्ता सामने आ रही है। सभी लोगों को गिरफ्तार किया जायेगा।
इधर, शाहपुर थानाध्यक्ष प्रमोद कुमार ने बताया कि कार भी संदिग्ध लग रही है। उसकी भी जांच की जा रही। कार का दावा करने वाला शख्स अपने को चौथा ऑनर बता रहा है, लेकिन उसके पास कोई कागजात नहीं है। थानाध्यक्ष ने बताया कि लूट की प्राथमिकी दर्ज करने के बाद छानबीन और फुटेज की जांच शुरू की गयी। उसमें कार को आते-आते देखा जा रहा था। इस बीच कार शाहपुर ब्लॉक के पास बरामद की गयी। संदेह तब हुआ जब केस के सूचक के मोबाइल पर कॉल कर शाहपुर ब्लॉक के पास कार के होने की सूचना दी गयी। उस आधार पर केस के सूचक से कड़ाई से पूछताछ की गयी। उस दौरान पूरे मामले का खुलासा हो गया।