Politics on Ara Ramlila: आज सनातन के नाम पर बुलंदियों पर जाने वाले लोग का चाल, चरित्र और चेहरा उजागर हो गया है। वे कभी पर्दे के सामने और कभी पर्दे के पीछे रहकर खेल-खेल रहे हैं।
- हाइलाइट : Politics on Ara Ramlila
- राम भक्त कभी विध्वंसक नहीं हो सकता-डॉ. अर्चना सिंह
- अध्यक्ष बोली: हम समाज को सृजन में विश्वास रखते हैं
- नगर रामलीला समिति ट्रस्ट की आवश्यक बैठक संपन्न
Politics on Ara Ramlila आरा: नगर रामलीला समिति ट्रस्ट की आवश्यक बैठक शनिवार को स्थानीय संभावना स्कूल के जुबली हॉल में हुई। अध्यक्षता नगर रामलीला समिति ट्रस्ट की अध्यक्ष डॉ. अर्चना सिंह एवं संचालन अवधेश कुमार पाण्डेय ने की। संचालन करते हुए अवधेश कुमार पांडेय ने ट्रस्ट के उद्वेश्य और तथ्यों को कार्यकारिणी के सामने रखा।इस मौके पर नगर रामलीला समिति ट्रस्ट की अध्यक्ष डॉ. अर्चना सिंह ने कहा कि किसी भी संस्था को पूर्णता, स्थायित्व देने एवं नियम-कानून से चलाने के लिए बनाते हैं। मैंने नगर रामलीला समिति को ट्रस्ट बनाकर पूर्णता देने का प्रयास किया। सनातन को आगे बढ़ने का कार्य किया। ट्रस्ट का बैंक अकाउंट खोला, ताकि पारदर्शिता बनी रहे। यही बात विरोधियों को आंख में लग गई और वे प्रोपगंडा चलाने लगे।
आज सनातन के नाम पर (Politics on Ara Ramlila) बुलंदियों पर जाने वाले लोग का चाल, चरित्र और चेहरा उजागर हो गया है। वे कभी पर्दे के सामने और कभी पर्दे के पीछे रहकर खेल-खेल रहे हैं। जनता उनकी लीला देख रही है। उन्होंने कहा कि मुझे राजनीति में आने की कोई इच्छा नहीं है। ना ही मैंने आज तक किसी पार्टी की प्राथमिक सदस्यता ली है। मुझे भविष्य में भी राजनीति में नहीं जाना है। हमारे खून में सृजन है। हमारे माता-पिता ने सृजन का पाठ पढ़ाया है। हम देश और समाज को जोड़ने में विश्वास रखते हैं। ना कि विध्वंस करने की तरकीब सोचते हैं। हम अपने विद्यालय में बच्चों को समाज और देश को बढ़ाने का गुर सिखाते हैं। कुछ लोग बोलते चलते हैं कि उनके दोनों हाथ में लड्डू है। तो वे अपने लड्डू खुद खाते रहे और अपने परिवार को खिलाते रहे। रामलीला मैदान में भगवान राम, सीता और हनुमान का फोटो युक्त होडिंग फाडना और गेट पर ताला जड़ना। यह धृणात्मक कार्य है। इससे पूरा सनातन समाज द्रवित और दुखित है।
रामलीला मैदान के अस्तित्व की लड़ाई अधिवक्ता राय जी के काफी परिश्रम से मिली है। इसलिए मैं नहीं चाहती कि इस बार रामलीला में किसी तरह का व्यावधान हो। जिन्हें करना है। वह करें। मैं उसमें सहयोग करूंगी। चंद लोग सौहार्दपूर्ण माहौल बिगड़कर हिंदुओं और सनातन धर्मावलंबियों को बांटना चाह रहे हैं। हम उनकी मनसा को पूरा नहीं होने देंगे। उन्होंने कहा नगर रामलीला समिति ट्रस्ट सिर्फ 18 दिवसीय कार्यक्रम के लिए नहीं बना है। बल्कि ट्रस्ट के तत्वावधान में रामलीला मैदान में सालोंभर धार्मिक व अन्य तरह की गतिविधियां होती रहेगी। जिसे भोजपुर की जनता देखेगी।
ट्रस्ट के सचिव विष्णु शंकर ने कहा कि पहले पांच लोग ही अपने पाॕकेट की तरह नगर रामलीला समिति की संस्था को चला रहे थे। राम सबके है न कि पांच लोगों के। अब ट्रस्ट बन गया है पूरी पारदर्शिता के साथ इस संस्था का संचालन होगा। उन्होंने अपने उपर लगे आरोपो को खारिज करते हुए कहा कि वे वर्ष 2014 से नगर रामलीला समिति से जुडे हुए हैं। उनके पास लेटर और सदस्यता रसीद का प्रमाण पत्र है। जो लोग आरोप लगा रहे हैं। उनके पास ही कोई प्रमाण नहीं है।
उपाध्यक्ष शंभु चौरसिया ने कहा कि प्रभु श्री राम ने राजमहल त्याग कर वनवास धारण किया था। अर्चना सिंह के नेतृत्व में पिछले साल काफी अच्छे तरीके और अनुशासित तरीके से रामलीला का आयोजन हुआ। जिसको लेकर श्री रामनवमी शोभायात्रा समिति द्वारा इन्हें सम्मानित किया गया था। मैं पिछले 25 सालो से शोभा यात्रा सम्पन्न करा रहा हूं। नगर रामलीला समिति ट्रस्ट को रामलीला के अलावे धर्म का कार्य, गरीब बच्चियों की शादी समेत अन्य तरह के कार्य कराना हैं। इसमें सभी सनातनी भाई सहयोग करें। धन्यवाद ज्ञापन रंगकर्मी सह ट्रस्टी ओपी कश्यप ने किया।
बैठक में नगर रामलीला समिति ट्रस्ट के डॉ. कुमार द्विजेंद्र, राम कुमार सिंह, मनोज कुमार सिंह, हरेंद्र यादव, कृष्ण कुमार, ओपी कश्यप, अविनाश कुमार यादव उर्फ लड्डू यादव, अविनाश कुमार (सेवानिवृत डीएसपी), मिथलेश रंजन, मनोज सिंह, अरविंद कुमार सिंह (अधिवक्ता), ऋषिकेश ओझा, सोनू सिंह, अमित सिंह गौतम, अनिरुद्ध सिंह, प्रकाश बजरंगी, रविश, राहुल राय, अमन, गोविंद तिवारी, शशिभूषण समेत कई लोग मौजूद थे।