Subhash Chandra Bose Jayanti: मुख्य अतिथि कर्नल राणा प्रताप सिंह, निदेशक डॉ. कुमार द्विजेंद्र और प्राचार्या डॉ. अर्चना सिंह द्वारा नेता जी के तैलचित्र किया गया माल्यार्पण
- हाइलाइट्स: Subhash Chandra Bose Jayanti
- संस्कारवान एवं अनुशासनप्रीय बने बच्चे-राणा प्रताप सिंह
- कार्यशाला में भाग लेने वाले आमंत्रित प्रशिक्षको को निदेशक एवं प्राचार्या द्वारा प्रमाण-पत्र देकर किया गया सम्मानित
- विभिन्न विधाओं के कार्यशाला में शामिल छात्र-छात्राओं को प्रदान किया गया प्रमाण-पत्र और मेडल
Subhash Chandra Bose Jayanti: आरा शहर के शुभ नारायण नगर मझौंवा स्थित ‘शांति स्मृति’ संभावना आवासीय उच्च विद्यालय में गुरुवार को सुभाष चन्द्र बोस जयंती एवं पुरस्कार सह सम्मान समारोह का आयोजन किया गया। सर्वप्रथम नेता जी सुभाष चन्द्र बोस के तैल्य चित्र पर माल्यार्पण मुख्य अतिथि लेफ्टिनेंट कर्नल राणा प्रताप सिंह, निदेशक डॉ. कुमार द्विजेंद्र और प्राचार्या डॉ. अर्चना सिंह द्वारा संयुक्त रूप से किया गया। संचालन कला शिक्षक संजीव सिन्हा ने किया। छात्र-छात्राओं द्वारा देशभक्ति समूह गीत प्रस्तुत किया गया।
मुख्य अतिथि लेफ्टिनेंट कर्नल राणा प्रताप सिंह कहा कि नेताजी के जीवनी से सीखे। उनके जैसा सिविलियन फौजी आज तक पैदा नहीं हुआ, उन्होंने बच्चों से कहा कि आप संस्कारवान एवं अनुशासनप्रीय बने। आप अपना सोच बड़ा रखें। निश्चित रूप से आप आगे बढ़ेंगें।
इसके पूर्व स्वागत सम्बोधन प्राचार्या डॉ. अर्चना सिंह ने कहा कि नेताजी सुभाष चंद्र बोस भारत मां के सच्चे सपूत थे। वे ऐसे महानायक थे, जिन्होंने हमें सिखाया कि हम अकेले होकर बहुत कुछ कर सकते हैं, उन्होंने अंग्रेजों के गुलामी से मुक्ति दिलाने के लिए सिंगापुर में आजाद हिंद फौज की स्थापना की थी, जिसमें महिलाओं के लिए अलग बिग्रेड थी। भारतीय युवाओं में बहुत बड़ी ताकत है, यहां के युवा जो प्रण कर लेते हैं, निश्चित रूप से उसे प्राप्त कर लेते हैं। उनकी जयंती के माध्यम से हम यह बताना चाहते हैं कि आप उनकी जीवनी से प्रेरणा लें।
रजत जयन्ती वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित 45 दिवसीय विभिन्न विधाओं के कार्यशाला में शामिल छात्र-छात्राओं को प्रमाण-पत्र और मेडल वितरण निदेशक एवं प्राचार्या द्वारा संयुक्त रूप से दिया गया। इसके पूर्व रजत जयन्ती वर्ष के उपलक्ष्य में आयोजित कार्यशाला में भाग लेने वाले आमंत्रित प्रशिक्षको को निदेशक एवं प्राचार्या द्वारा प्रमाण-पत्र, मोमेंटो एवं स्मारिका देकर सम्मानित किया गया। इस दौरान स्मारिका संपादन के लिए पत्रकार डाॅ. कृष्ण कुमार एवं ओपी पांडेय को मोमेंटो एवं स्मारिका देकर सम्मानित किया गया।
इसके अलावे संजीव सिन्हा (कला शिक्षक), बिष्णु शंकर (कला शिक्षक), सुरेश पांडेय (चित्रकार), कमलेश कुंदन (चित्रकार), अतुल पांडेय (चित्रकार), ओम प्रकाश कश्यप (रंगकर्मी), ओपी पांडेय (रंगकर्मी), अमर कुमार (म्यूजिशियन), चिंटू कुमार (कोरियोग्राफर), असिस्टेंट प्रोफेसर रवि शंकर सिंह (कवि), सुग्रीव कुमार (प्रशिक्षक), अंकित कुमार (प्रशिक्षक) एवं सुश्री अदिति राज (रंगकर्मी) को सम्मानित किया गया।
इसके अलावे संभावना आवासीय उच्च विद्यालय मझौंवा तथा संभावना पब्लिक स्कूल मौलाबाग के सभी शिक्षक- शिक्षिकाओं एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारी को सम्मानित किया गया। धन्यवाद ज्ञापन करते हुए निदेशक डॉ. कुमार द्विजेंद्र ने कहा कि 45 दिवसीय रजत जयंती समारोह के माध्यम से संभावना स्कूल ने एक बड़ी लकीर खींची है। इसमें छात्र-छात्राओं का अनुशासन, शिक्षक-शिक्षिकाओं का परिश्रम एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों का समर्पण समाहित है।