Bahoranpur Murder and Robbery: भोजपुर जिले के बहोरनपुर में सीएसपी संचालक धर्मेंद्र कुमार राय की हत्या और लूटकांड की गुत्थी पुलिस ने सुलझा दी है। लूट के दौरान विरोध और हाथापाई करने पर सीएसपी संचालक की गोली मार हत्या कर दी गई थी।
- हाइलाइट्स: Bahoranpur Murder and Robbery
- शूटर, लाइनर और संरक्षक सहित पांच गिरफ्तार, लूटे गये सारे रुपये बरामद
- चार लाख की लूट के दौरान हाथापाई करने पर सीएसपी संचालक के ललाट में मारी थी गोली –
- तकनीकी साक्ष्य और सीसीटीवी फुटेज के जरिए 48 घंटे में पुलिस ने कांड का किया खुलासा –
- घटना में इस्तेमाल दोनों पिस्टल, अपाची बाइक, चार गोली और मैगजीन बरामद –
- बहोरनपुर बांध के समीप तीन फरवरी की शाम गोली मार हत्या कर लूटे गए थे चार लाख
Bahoranpur Murder and Robbery आरा: भोजपुर जिले के बहोरनपुर में सीएसपी संचालक धर्मेंद्र कुमार राय की हत्या और लूटकांड की गुत्थी पुलिस ने सुलझा दी है। लूट के दौरान विरोध और हाथापाई करने पर सीएसपी संचालक की गोली मार हत्या कर दी गई थी। पुलिस ने घटना के शूटर, लाइनर और अपराधियों को संरक्षण देने वाले सहित पांच अभियुक्तों को गिरफ्तार कर लिया है। लूटे गये चार लाख 10 हजार रुपए, घटना में इस्तेमाल दो पिस्टल और बाइक के अलावा मैगजीन और चार गोलियां भी बरामद की गयी हैं। गिरफ्तार अपराधियों में सिन्हा थाना क्षेत्र के लक्ष्मीपुर गांव निवासी रवि पांडेय, सिन्हा निवासी गोलू प्रसाद, नगर थाना क्षेत्र के कसाब टोला निवासी मो. आमीर, बहोरनपुर थाना क्षेत्र के दामोदरपुर गांव निवासी सुजीत राय और बक्सर के कृष्णाब्रह्म थाना क्षेत्र के ढकाइच गांव निवासी आरती देवी शामिल हैं।
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इन सभी को तकनीकी सूत्र और सीसीटीवी फुटेज के आधार पर बक्सर और आरा सहित विभिन्न जगहों से गिरफ्तार किया गया है। इनमें आरती देवी और रवि भाई-बहन हैं। रवि पांडेय शूटर, सुजीत राय लाइनर और आरती देवी ने पैसे व हथियार छुपाने, जबकि गोलू प्रसाद ने संरक्षण दिया था। हालांकि अभी एक अन्य लाइनर की तलाश की जा रही है। एसपी राज की ओर से गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस में यह जानकारी दी गई।
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उन्होंने बताया कि हत्या और लूट की घटना को गंभीरता से लेते हुए कांड के उद्भेदन, लूटे गये रुपये की बरामदगी और अपराधियों की गिरफ्तारी को एसआईटी का गठन किया गया था। टीम ने सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी साक्ष्य के जरिए अपराधियों की पहचान और 48 घंटे के अंदर पांचों अपराधियों को गिरफ्तार कर लिया। लूट गये सारे रुपये, घटना में इस्तेमाल पिस्टल और बाइक भी बरामद कर ली गयी है। अब तक के अनुसंधान और गिरफ्तार अपराधियों से पूछताछ में यह बात सामने आयी है कि उनका मुख्य उद्देश्य रुपये लूटना ही था, लेकिन सीएसपी संचालक की ओर से विरोध और हाथापाई करने के बाद रवि पांडेय ने उन्हें गोली मार दी थी। इसमें उनकी मौत हो गई थी।
48 घंटे तक लगातार छापेमारी के बाद मिली सफलता, पुरस्कृत होंगे पुलिसकर्मी
हत्या व लूट के उद्भेदन के लिए एसपी की ओर गठित एसआईटी में शामिल पुलिसकर्मियों को 48 घंटे तक लगातार छापेमारी करनी पड़ी। एसपी राज खुद अभियान की मॉनिटरिंग कर रहे थे। उन्होंने बताया कि घटना के बाद तत्काल सीसीटीवी फुटेज प्राप्त कर लिया गया और अपराधियों की पहचान की गयी। इसके बाद तकनीकी और मोबाइल सर्विलांस के जरिए लगातार छापेमारी की जाती रही। उद्भेदन में डीआईयू टीम और बहोरनपुर थानाध्यक्ष सहित अन्य पुलिसकर्मियों का सराहनीय योगदान रहा है। सभी पुलिसकर्मियों को पुरस्कृत किया जाएगा।
सुजीत सहित दो अपराधी बैंक से कर रहे थे संचालक का पीछा
दामोदरपुर गांव निवासी सुजीत राय और सिन्हा के लक्ष्मीपुर गांव के रवि पांडेय घटना के मुख्य मास्टर माइंड हैं। इनमें सुजीत राय ने लाइनर का काम किया था, जबकि रवि पांडेय ने रुपये लूटा और विरोध करने पर गोली मारी। एसपी ने बताया कि सुजीत राय अपने एक अन्य दोस्त के साथ पिछले कुछ दिनों से सीएसपी संचालक पर नजर रख रहा था। उसे पता था कि सीएसपी संचालक धर्मेंद्र कुमार राय बैंक से हमेशा करीब चार से पांच लाख रुपए लेकर जाता है। उसी के कहने पर ही रवि पांडेय ने लूट की साजिश रची थी।
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इसे लेकर रवि पांडेय और मो. आमिर अपाची बाइक से तीन फरवरी को बहोरनपुर गये थे। घटना के समय रवि पांडेय और आमिर बांध पर थे, जबकि सुजीत राय अपने दूसरे साथी के साथ संचालक का बैंक से पीछा कर रहा था। सुजीत राय के इशारे पर रवि पांडेय और आमिर ने सीएसपी संचालक को बहोरनपुर बांध के पास रोक लिया और लूटपाट करने लगे। उसी क्रम में उनके बीच हाथापाई हो गई। इसके बाद रवि पांडेय ने संचालक के ललाट में गोली मार दी। घटना के बाद दोनों को भाग गये थे। गोलू प्रसाद ने दोनों को शरण दी थी।
Bahoranpur Murder and Robbery: भाई के चक्कर में लूट और हत्या में फंसी बहन, जाना पड़ा जेल
रक्षाबंधन पर बहन की रक्षा का भरोसा देने वाले भाई की करतूत के कारण एक बहन बड़ी मुश्किल में फंस गई। सीएसपी संचालक से लूट और हत्या में आरोपित बनने के साथ जेल भी जाना पड़ रहा है। दरअसल हुआ यह कि सीएसपी संचालक की हत्या कर चार लाख रुपए लूटने के बाद रवि पांडेय भाग कर अपनी बहन के घर बक्सर के ढकाइच गांव चला गया।
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हथियार और लूटे गये रुपये बहन के घर छिपाने के बाद वह अपने साथी आमिर के साथ गोलू के ठिकाने पर छिप गया। हालांकि सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी साक्ष्य के आधार पर पुलिस ने रवि पांडेय को पकड़ा और पूछताछ की, तो उसने बहन आरती देवी घर के हथियार और रुपये छुपाने की बात कही। इस आधार पर पुलिस ने उसकी बहन के घर छापेमारी कर लूटे गये रुपये और पिस्टल बरामद किया। इसके बाद रवि पांडेय की बहन को भी गिरफ्तार कर लिया गया। उस पर लूट के रुपये और हथियार छुपाने का आरोप है।
अपराधियों को सजा दिलाने में जुटी पुलिस, जल्द दाखिल की जायेगी चार्जशीट
हत्या और लूटकांड के उद्भेदन के बाद पुलिस अब अपराधियों को सजा दिलाने में जुट गई है। अब चार्जशीट दाखिल करने और स्पीडी ट्रायल के तहत मुकदमा चलाने की तैयारी की जा रही है। वैज्ञानिक साक्ष्य जुटाए जा रहे हैं। पुलिस जब्त हथियार की एफएसएल जांच कराने की प्रक्रिया शुरू कर रही है।