Abhishek Tiwari: आरा-बक्सर NH-922 पर बिहिया थाना क्षेत्र में खरौनी गांव के समीप पुल के पास समाजसेवी अरुण तिवारी के 40 वर्षीय पुत्र, अभिषेक तिवारी की एक दुखद घटना में मौत हो गई।
- हाइलाइट्स: Abhishek Tiwari
- पोस्टमार्टम के बाद शव घर पहुंचते ही मचा कोहराम, हर आंख हुई नम
- भाजपा नेता राकेश ओझा ने शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की
आरा/शाहपुर: भोजपुर जिला के बिहिया थाना क्षेत्र में हुए एक दर्दनाक सड़क हादसे ने शाहपुर ही नहीं बल्कि आस-पास के गांवों को भी दु:ख और शोक में डुबो दिया। आरा-बक्सर NH-922 पर खरौनी गांव के समीप पुल के पास समाजसेवी अरुण तिवारी के 40 वर्षीय पुत्र, अभिषेक तिवारी की एक दुखद घटना में मौत हो गई। बाइक सवार अभिषेक आरा से अपने घर शाहपुर लौट रहे थे, तभी एक अज्ञात वाहन ने उन्हें जोरदार टक्कर मार दी, जिससे उनकी घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई। इस आकस्मिक घटना ने केवल अभिषेक के परिवार को ही नहीं, बल्कि पूरे शाहपुर क्षेत्र को दु:ख और शोक में डुबो दिया। स्थानीय ग्रामीणों और भाजपा नेता राकेश ओझा ने शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त की।
इधर, मृतक के चचेरे भाई सुशील कुमार तिवारी ने बताया कि वह आरा से बाइक पर सवार होकर वापस गांव लौट रहे थे। खरौनी गांव स्थित पुल के पास किसी वाहन ने उन्होंने जोरदार टक्कर मार दी। जिससे उनकी घटनास्थल पर ही मृत्यु हो गई। वही घटना के बाद वहां उपस्थित लोगों ने फोन कर इसकी सूचना उनके परिजनों को दी और बिहिया अस्पताल ले जाने की बात कही गई। वही सूचना मिलते ही परिजन मौके पर पहुंचे। उन्होंने इसकी सूचना स्थानीय थाना को दी। सूचना पाकर स्थानीय थाना पुलिस पहुंची और शव को पोस्टमार्टम के लिए सदर अस्पताल भेज दिया।
वही घटना की सूचना पाकर भाजपा नेता राकेश ओझा आरा सदर अस्पताल पहुंचे। मृतक के परिजनों से मिलकर घटना की जानकारी ली। उनका ढांढस बंधाया। पोस्टमार्टम के बाद शव घर पहुंचा तो परिवार के लोग बिलख पड़े। माता पिता सहित दादी और मृतक अभिषेक के 10 वर्षीय बड़ी पुत्री और 8 वर्षीय पुत्र को बिलखता देख लोगों की आंखें नम हो जा रही थी। अभिषेक पांच भाई बहनों में दुसरे नंबर पर थे। इनसे बड़ी एक बहन है।
वही शाहपुर वार्ड-08 स्थित घर से निकली शव यात्रा में सैकड़ों लोग शामिल रहें। बक्सर के चारित्रवन स्थित मुक्ति धाम में जब पिता को मोक्ष प्रदान करने हेतु 8 वर्षीय मासूम बेटे ने अपने पिता को मुखाग्नि दी, तब वहां उपस्थित हर व्यक्ति की आंखें नम थी। शोक संतप्त परिवार के प्रति संवेदना व्यक्त करते भाजपा नेता राकेश ओझा अपने कार्यकर्ता अभिषेक तिवारी के शव यात्रा में शामिल होकर बक्सर के चरित्रवन स्थित मुक्ति धाम (शमशान घाट) पहुंचकर उन्हे नम आंखों से अंतिम विदाई दी।