classical music seminar–शिवादी क्लासिक सेंटर ऑफ़ आर्ट एंड म्युजिक के द्वारा आयोजित
पखावज वादक बाबू ललन जी की सृजन भूमि सर्वदा नमन योग्य: दिनेश पांडेय
खबरे आपकी आरा। शिवादी क्लासिक सेंटर ऑफ़ आर्ट एंड म्युजिक के तत्वाधान में आयोजित शास्त्रीय संगीत संगोष्ठी का उद्घाटन वरिष्ठ संगीतज्ञ सह प्रयाग संगीत समिति, इलाहाबाद के परीक्षक पंडित दिनेश पांडेय ने किया। इस अवसर पर पंडित जी ने कहा कि महान पखावज वादक बाबू ललन जी की सृजन भूमि सर्वदा नमन योग्य है।
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classical music seminar शास्त्रीय संगीत संगोष्ठी में युवा तबला वादक सूरजकांत पांडेय ने स्वतंत्र तबला वादन सुनाकर श्रोताओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। वहीं श्रेया पांडेय और रवि शर्मा ने राग विहाग व राग भोपाली में बंदिश प्रस्तुत कर समा बांधा। द्वय कलाकारों द्वारा प्रस्तुत भजन “मन में बसे मोरा श्याम सुरतिया” पर श्रोता झूम उठे।
“बाली उमर लड़ीकईयां ना छेड़ो सैया” कथक नृत्यांगना सोनम ने भाव प्रस्तुत कर तालियां बटोरी
कथक नृत्यांगना सोनम कुमारी ने तीन ताल में शुद्ध कथक व ठुमरी “बाली उमर लड़ीकईयां ना छेड़ो सैया” पर भाव प्रस्तुत कर तालियां बटोरी। स्नेहा पांडेय व शालिनी ने ठुमरी एवं दादरा पर मनोहारी अभिनय प्रस्तुत किया। युवा गायक रोहित कुमार ने सुगम गायन प्रस्तुत कर मन मोह लिया। पढ़ें- चर्चित एक ऐसी अनोखी प्रेम-कथा जिसे लोग सालों तक नही भूल पाएंगे
classical music seminar कार्यक्रम के समापन सत्र में विदुषी विमला देवी व पंडित दिनेश पांडेय ने स्वरों की युगलबंदी से अद्भुत छटा बिखेरी। संस्था की प्राचार्या आदित्या ने पंडित दिनेश पांडेय को संगीत सरताज सम्मान प्रदान कर सम्मानित किया। संचालन कथक गुरु अमित कुमार व धन्यवाद ज्ञापन प्राचार्या आदित्या ने किया।
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