- हाइलाइट्स
- एफएसएल और फिंगरप्रिंट टीम की जांच के बाद ही शव को भेजा गया अस्पताल
- हत्या के बाद रात में प्रोफेसर दंपति के घर को पर दिया गया था सील
- घटना की सूचना मिलने के पांच मिनट बाद ही पहुंच गये थे एसपी
Ara Double Murder Mystery/Bihar/Ara खबरे आपकी: प्रोफेसर दंपति डबल मर्डर मिस्ट्री की वैज्ञानिक तरीके से भी जांच कर रही है। इसके लिए फिंगरप्रिंट व फॉरेंसिक एक्सपर्ट और डॉग स्क्वायड की टीम बुलायी गई थी। टीम मंगलवार की सुबह ही आरा पहुंची और साक्ष्य इकट्ठा किया। फिंगर प्रिंट और फॉरेंसिक एक्सपर्ट की टीम फ्लैट में घूम-घूमकर जांच करती रही। फॉरेंसिक टीम द्वारा फर्श और दीवार पर लगे खून के धब्बे को कलेक्ट किया। फिंगर प्रिंट एक्सपर्ट की टीम द्वारा कई जगहों से फिंगर के नमूने लिए गए।
इधर, डॉग स्क्वायड की टीम भी घूम-घूमकर जांच करती रही। उसके बाद दंपति के शव को पोस्टमार्टम के लिए भेजा गया। बता दें कि हत्या की सूचना मिलने के बाद पहुंची पुलिस द्वारा जांच के लिए रात में घर को सील कर दिया गया था। बताया जा रहा है कि हत्या की सूचना मिलने के करीब पांच से सात मिनट के अंदर ही एसपी प्रमोद कुमार के नेतृत्व में पुलिस टीम मौके पर पहुंच गयी थी और जांच शुरू कर दी गयी थी।
Ara Double Murder Mystery:प्रोफेसर दंपति की रविवार की दोपहर हत्या किये जाने की आशंका
रिटायर प्रोफेसर दंपती की रविवार की दोपहर ही हत्या कर दिये जाने की आशंका जताई जा रही है। हालांकि इस बात की पुष्टि तो नहीं हो सकी है, लेकिन पहली नजर में यही बात सामने आ रही है। बताया जा रहा है कि प्रोफेसर दंपति की बेटियों की माता-पिता से शनिवार तक बात हुई थी। रविवार से उनकी बात नहीं हो रही थी। फोन भी बंद आ रहा था या रिसीव नहीं हो रहा था। तब सोमवार की शाम बेटियों के कहने पर रिश्तेदार फ्लैट में पहुंचे तब लोगों को हत्या की जानकारी मिल सकी।
इधर, बताया जा रहा है कि प्रोफेसर डॉ. महेंद्र प्रसाद सिंह द्वारा रविवार की दोपहर करीब एक बजे अपने अपार्टमेंट के नीचे मेडिकल स्टोर में फोन कर दवाई का आर्डर भी दिया था। उसके बाद से उनका पता नहीं चला। ऐसे में रविवार की दोपहर ही दंपति की हत्या किए जाने की आशंका है।
फ्लैट में तीन-तीन किरायेदार, फिर भी किसी को नहीं लगी भनक
बताया जा रहा है कि प्रोफेसर दंपति के तीन मंजिला मकान में तीन किरायेदार रहते हैं। उनमें एक दारोगा का परिवार भी रहता है। उनका मकान शहर के सबसे पॉश इलाके में और मेन रोड के किनारे है। बगल में स्टेट बैंक का ब्रांच भी है। चारों ओर सीसीटीवी कैमरे भी लगे हैं। उसके बाद दंपति की हत्या की भनक नहीं लग सकी। किसी द्वारा दंपती में या उनके घर से आने-जाने वालों को नोटिस नहीं किया गया।
भाई बोले-साजिश के तहत की गयी हत्या, अंतिम बार 26 जनवरी को हुई थी बात
प्रोफेसर महेंद्र प्रसाद सिंह के छोटे भाई की हीरा जी सिंह ने बताया कि एक साजिश के तहत उनके भाई और भाभी की हत्या की गयी है। उन्होंने बताया उनसे अंतिम बार 26 तारीख को बात हुई थी। तब वह भाई के घर गये थे। उस दौरान भाभी से भेंट हुई थी। भाई बाजार गये थे, जिसके कारण उनसे मुलाकात नहीं हो सकी थी। तब भाई द्वारा फोन किया गया था। उसके बाद उनसे बात नहीं हुई थी। रविवार को उनकी भतीजी ने टाटा में रहने वाले उनके बड़े भाई को फोन कर सूचना दी कि मोबाइल पर काफी फोन किया। लेकिन उसके पिता का फोन नहीं लग रहा है।उसके बाद वह मामले की जानकारी लेने भाई के घर पहुंचे, तो देखा कि पुलिस पहुंची है। तब जाकर उन्हें पता चला कि उनके भाभी और भईया की हत्या कर दी गई है। उन्होंने कहा कि आरा शहर में किसी भी आदमी से उनके किसी भी विवाद या दुश्मनी नहीं थी।
प्रोफेसर दंपति को सिर्फ तीन बेटियां, फ्लैट में अकेले रहते थे पति पत्नी
बताया जा रहा है प्रोफेसर महेंद्र प्रसाद सिंह तीन भाइयों में मांझिल थे। दंपती को सिर्फ तीन बेटियां हैं। तीनों की शादी हो चुकी है और सभी बाहर रहती हैं। दोनों दंपत्ति अकेले अपार्टमेंट में रहते थे। इधर, आसपास के लोगों और पड़ोसियों के दंपति का व्यवहार काफी सरल था। इनका किसी भी आदमी से किसी प्रकार का कोई दुश्मनी या विवाद नहीं था। दंपति को तीन पुत्री रक्षिता सिंह, अर्शिता सिंह और अंकिता सिंह सिंह है। इनमें दो बेटी महाराष्ट्र के पुणे और एक बेटी उत्तर प्रदेश के लखनऊ में रहती है। कहा जा रहा है उनकी एक बेटी और दामाद का सपा प्रमुख अखिलेश यादव के करीबी हैं। घटना के बाद उनके घर में हाहाकार मच गया है। बेटियां भी आरा पहुंच गयी हैं।