Arrah gold robbery exposed-48 घंटे में पुलिस ने ज्वेलरी दुकान से सोना लूटकांड का किया खुलासा
355 ग्राम सोना, डेढ़ लाख नगद, एक पिस्टल, दो गोली और घटना में इस्तेमाल दो मोबाइल बरामद
लूट का सोना खरीदने और गलाने वाला दुकानदार भी गिरफ्तार
बोले एसपी: ब्लाइंड केस में मिली सफलता, पुरस्कृत होंगे अधिकारी व जवान
आरा। आरा शहर के नवादा थाना क्षेत्र के सर्किट हाउस के पास ज्वेलरी दुकान से सोना लूट में पुलिस को बड़ी सफलता हासिल हुई है। महज 48 घंटे में चर्चित लूटकांड का खुलासा करते हुये गये तीन लुटेरों सहित चार को गिरफ्तार कर लिया है। लूटा गया सारा सोना भी बरामद कर लिया गया है। लूट में इस्तेमाल एक पिस्टल, दो मोबाइल, दो गोली और डेढ़ लाख भी कैश भी बरामद भी किया गया। गिरफ्तार बदमाशों में एक लूट का सोना खरीदने वाला ज्वेलरी दुकानदार भी शामिल है। उसके पास से गलाया गया 355 ग्राम सोना बरामद किया गया है। जबकि कैश, हथियार और मोबाइल लुटेरों के पास से मिले हैं।
पकड़े गये लुटेरों में टाउन थाना क्षेत्र के एमपी बाग निवासी सूरज कुमार उर्फ टाइगर, नंदन कुमार उर्फ सूरज गुप्ता, छोटू कुमार और मछुआ टोली का रहने वाला ज्वेलरी दुकानदार सचिन देशमुख है। सभी को शहर के ही अलग-अलग इलाकों से गिरफ्तार किया गया।
एसपी राकेश कुमार दूबे ने गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस कर लूटकांड का खुलासा किया। उन्होंने बताया कि लूट के बाद सदर एसडीपीओ पंकज कुमार रावत के नेतृत्व में स्पेशल टीम बना कर पहचान और छापेमारी शुरू की गयी। इस क्रम में दुकान के आस पास सहित अन्य जगहों की सीसीटीवी फुटेज की जांच की गयी। इसमें सभी लुटेरों की पहचान की गयी। उस आधार पर रेलवे स्टेशन के समीप से सूरज कुमार उर्फ टाइगर को गिरफ्तार किया गया। उसकी निशानदेही पर छोटू कुमार और नंदन उर्फ सूरज को गिरफ्तार किया गया। इनके पास से डेढ़ लाख नगद, हथियार और मोबाइल बरामद किये गये। ज्वेलरी दुकानदार सचिन देशमुख को भी गिरफ्तार किया गया। उसके पास से गलाये गये तीन सौ ग्राम का एक बिस्कुट और 55 ग्राम के चार टुकड़े बरामद किये गये।
एसपी ने बताया कि लूट में शामिल दो अन्य बदमाशों की पहचान भी कर ली गयी है। दोनों की गिरफ्तारी के लिये छापेमारी की जा रही है। जल्द ही दोनों को गिरफ्तार कर लिया जायेगा।
सीसीटीवी फुटेज के जरिये पकड़े गये तीन लुटेरों, दो की तलाश
Arrah gold robbery लूट के बाद सीसीटीवी फुटेज के जरिये पुलिस तक पहुंचने में सफल हो सकी। हालांकि ज्वेलरी दुकान का सीसीटीवी खराब होने के कारण पुलिस को कुछ परेशानी हुई। लेकिन अगल-बगल के सीसीटीवी से पुलिस को मदद मिली और लुटेरे पकड़ लिये गये। एसपी ने बताया कि ज्वेलरी दुकान का सीसीटीवी खराब होने से केस पूरी तरह ब्लाइंड था। लेकिन टीम की मेहनत रंग लायी और महज दो दिन में ही लुटेरे और लूट का सोना खरीदने वाले को गिरफ्तार कर लिया गया।
उन्होंने बताया कि ज्वलेरी दुकान का सीसीटीवी खराब होने की स्थिति में शहर में कई जगहों पर लगे सीसीटीवी फुटेज को खंगाला गया। इस क्रम में बाइक से भाग रहे लुटेरों की पहचान की गयी। उस आधार पर छापेमारी शुरू की गयी और तीन लुटेरों को गिरफ्तार कर लिया गया। उन्होंने कांड के खुलासे को बड़ी सफलता मानते हुये टीम में शामिल सभी पुलिस अफसरों और जवानों को पुरस्कृत करने की घोषणा की। टीम में नवादा थानाध्यक्ष संजीव कुमार, नगर थानाध्यक्ष शंभू भगत, डीआईयू के दारोगा अवधेश कुमार, सुदेह कुमार, राकेश सिंह और क्रॉस मोबाइल के जवान शामिल थे।
लूट के बाद पुलिस से बचने के लिये दिल्ली भागने की फिराक में था टाइगर
Arrah gold robbery ज्वलेरी दुकान में लूटपाट में गिरफ्तार सूरज कुमार उर्फ टाइगर अपने गिरोह का मुख्य सदस्य है। पुलिस से बचने के लिये वह दिल्ली भागने की फिराक में था। इस सिलसिले में बुधवार की रात वह रेलवे स्टेशन भी पहुंच गया था। तभी पुलिस को भनक लग गयी और उसे दबोच लिया गया। एसपी राकेश कुमार दूबे ने बताया कि सोना बेचने और हिस्सा मिल जाने के बाद गिरोह के सभी सदस्य भूमिगत होने में जुटे थे। इसी क्रम में सूरज उर्फ टाइगर दिल्ली भागने की फिराक में रेलवे स्टेशन गया था। उसकी गिरफ्तारी के बाद ही लूट का पूरा खुलासा हो सका।
नया गिरोह बना डाला डाका, टारगेट पर थे शहर की कुछ अन्य दुकान
सर्किट हाउस के पास लक्ष्मी ज्वेलर्स में दिनदहाडे़ लूटपाट करने में पुलिस के हत्थे चढ़ा गैंग नया है। गिरोह के सदस्यों का अबतक कोई अपराधिक इतिहास सामने नहीं आया है। हालांकि पुलिस गिरफ्तार लुटेरों का आपराधिक रेकॉर्ड पता करने में जुटी है। पुलिस के अनुसार पांचों बदमाशों ने मिल नया गैंग बनाया। इसमें
एमपी बाग के सूरज कुमार उर्फ टाइगर, नंदन कुमार उर्फ सूरज और छोटू कुमार के अलावे इमरान सहित एक अन्य बदमाश शामिल हैं। सूरज कुमार उर्फ टाइगर गैंग का सरगना बताया जा रहा है। पांचों ने सोमवार को ज्वेलरी दुकान में पहली बार लूटपाट की। हालांकि इस गिरोह के टारगेट पर शहर के दो-तीन अन्य ज्वेलरी शॉप थे। लूट का यह मामला शांत होने के बाद उन दुकानों में इनकी लूटपाट करने की प्लानिंग थी। लेकिन इससे पहले पुलिस इन तक पहुंच गयी। गिरफ्तार तीनों लुटेरों ने पुलिस के समक्ष यह बात स्वीकार की है। प्रेस कांफ्रेंस में एसपी की ओर से इस बात की पुष्टि की गयी।
लूट के पहले पांच दिनों तक की थी दुकान की रेकी
आरा शहर के पॉश इलाके सर्किट हाउस के पास ज्वेलरी दुकान में लूटपाट से पहले बदमाशों ने पांच दिनों तक रेकी की थी। इस दौरान दुकान खुलने से बंद होने और आने-जाने वाले तक की गतिविधियों पर नजर रखी गयी थी। इसका भी पता लगाया गया था कि दुकान पर कम भीड़-भाड़ रहती है। भागने के रास्ते की भी रेकी की गयी थी। पुलिस की पूछताछ में लुटेरों ने इस बात का खुलासा किया।
साढ़े सात लाख में बेचे गये 355 ग्राम सोने के जेवर, हो गया था आधा पेमेंट
Arrah gold robbery सोमवार को सर्किट हाउस के पास लक्ष्मी ज्वेलर्स से करीब 355 ग्राम सोने के जेवर की लूट की गयी थी। लूट के बाद अपराधियों द्वारा महज साढ़े सात लाख में लूट गया सारा सोना मछुआ टोली के दुकानदार सचिन देशमुख के पास बेच दिया। दुकानदार द्वारा आधा पेमेंट भी कर दिया था। उस रकम की सभी लुटेरों ने आपस में बांट लिया था। इसमें करीब डेढ़ लाख पैसे फरार इमरान सहित दो के पास हैं। जबकि डेढ़ लाख रुपये सूरज सहित गिरफ्तार तीनों के पास थे। तीनों की गिरफ्तारी के बाद वह डेढ़ लाख रुपये बरामद कर लिये गये। जबकि बेचा गया सारा सोना भी मिल गया।
पटना में गलवाया गया था लूट का सारा सोना
बताया जाता है की लूट की घटना के बाद सभी बदमाश रात करीब आठ बजे कार से पटना चले गये थे। पटना में ही आभूषण को किसी सोनार के पास गलवा आया। इमरान को पता था कि जेवर बेचने पर ज्यादा पैसे नहीं मिलेगा। शुद्ध सोना में ज्यादा रकम मिलेगी। इस कारण जेवर को गलवा दिया। इस दौरान सभी ने पहले पटना में सोना बेचने की कोशिश की। लेकिन पैसे कम मिल रहे थे। उसके बाद वह दूसरे दिन आरा आ गया और सचिन के पास साढ़े सात लाख में गला हुआ सोना बेच दिया।
बाइक से भागने के बाद रास्ते में नाले में कपड़े फेंक चलते बने
बताया जा रहा है कि लूट में शामिल पांचों लुटेरे घटना के बाद एक ही बाइक से गली होते भाग निकले। इसमें चार रास्ते में उतर गये और अपने कपड़े उतार नाले में फेंक दिया। उसके बाद इमरान बाइक से भाग गया। जबकि अन्य अलग-अलग दिशा में चलते बने। बाद में सभी एक जगह मिले और पटना चले गये।
जुआ में मिली हार, तो भरपाई के लिये आभूषण दुकान को लूटा
बताया जाता है कि लूट कांड में शामिल सभी सदस्य पहले बड़े पैमाने पर जुआ खेलते थे। पिछले दिनो जुआ में काफी पैसा हार गये थे। जिसको लेकर उन पर काफी कर्ज हो गया था। इसके बाद इन्होंने ज्वेलर्स दुकान को लूटने की योजना बनाई। इसके बाद घटना को अंजाम दिया गया