Arrah professor murderer arrested:काम एवं पैसे के विवाद में की गयी थी प्रोफेसर दंपति की हत्या
- प्रोफेसर दंपति हत्याकांड का एक सप्ताह के अंदर हुआ खुलासा
- असम के धेमाजी जिले के जोनाई से पकड़ाया कातिल
- दंपति के घर से लूटे गये जेवरात, 81 सौ रुपए और दोनों मोबाइल बरामद
- हत्या में इस्तेमाल चाकू भी बरामद, आरा से मिला दोनों मोबाइल
- नौकरी लगाने के लिए प्रोफेसर को दिया था पैसे, काम के भी बकाया था रुपए
Bihar/Ara: बहुचर्चित प्रोफेसर दंपति हत्याकांड का खुलासा हो गया। नौकरी लगाने और पैसे के विवाद में दंपति की हत्या की गयी थी। कातिल की गिरफ्तारी और पूछताछ के बाद हत्या का पूरा राज सामने आया है। पूरी तरह से ब्लाइंड डबल मर्डर मिस्ट्री का पुलिस द्वारा सीसीटीवी फुटेज और तकनीकी जांच के जरिए एक सप्ताह में उद्भेदन कर लिया गया है। गिरफ्तार कातिल असम राज्य के धेमाजी जिले के जानाई थाने के जोनाई गांव का तपन डे उर्फ दीपक कुमार है।
एएसपी हिमांशु के नेतृत्व में उसे मंगलवार को अरुणाचल प्रदेश के बॉर्डर पर स्थित उसके घर से गिरफ्तार किया गया। बुधवार की रात उसे आरा लाकर पूछताछ की गयी। उसमें उसने दंपति की हत्या की बात भी कबूल कर ली। उसके पास से प्रोफेसर दंपति के घर से लूटे गये पैसे में से 81 सौ रुपए और जेवरात बरामद कर लिया गया है। वहीं उसकी निशानदेही पर दंपति के दोनों मोबाइल व हत्या में इस्तेमाल चाकू भी आरा से बरामद कर लिया गया।
भोजपुर एसपी प्रमोद कुमार ने गुरुवार को प्रेस कांफ्रेंस में यह जानकारी दी। उन्होंने बताया कि तपन डे उर्फ दीपक से पूछताछ में यह बात सामने आयी है कि प्रोफेसर महेंद्र प्रसाद सिंह ने उसे काम देने का वादा किया था। कुछ दिन काम भी किया था। उसका पैसा बकाया था। बार-बार पैसे मांगने पर भी प्रोफेसर साहब उसे पैसे नहीं दे रहे थे। उसी विवाद में 29 जनवरी को उसने प्रोफेसर दंपती की चाकू से गोदकर हत्या कर दी थी।
उसके बाद प्रोफेसर दंपती के घर के अलमारी में रखे 50 हजार रुपए, सोने का एक कंगन, 12 कान के टॉप्स, तीन पीस नाकबुंदी और दंपति के दोनों मोबाइल लेकर भाग गया था। एसपी ने बताया कि घटना का अनुसंधान अभी चल रहा है। उसमें कुछ नये तथ्य भी आ सकते हैं। बता दें कि 29 जनवरी को कतीरा वीर कुंवर सिंह नगर निवासी प्रोफेसर महेंद्र प्रसाद सिंह और उनकी पत्नी प्रोफेसर पुष्पा सिंह की हत्या कर दी गयी थी।
Arrah professor murderer arrested: पांच सौ से अधिक फुटेज खंगाल कातिल तक पहुंची पुलिस
एसपी ने बताया कि तीस जनवरी की रात करीब साढ़े नौ बजे प्रोफेसर दंपती की हत्या की खबर मिली। दोनों का शव उनके वीर कुंवर सिंह नगर स्थित फ्लैट में पड़ा था। घर में दोनों अकेले रहते थे। ऐसे में घटना के कारणों की जानकारी नहीं मिल रही थी। तब मामले को गंभीरता से लेते हुए हत्या का खुलासा और कातिल की गिरफ्तारी के लिए एएसपी हिमांशु के नेतृत्व में स्पेशल टीम गठित की गयी। सीसीटीवी फुटेज में दिख रहे संदिग्ध के अलावे टीम के पास कोई क्लू नहीं था। केस पूरी तरह ब्लाइंड था।
ऐसे में टीम ने सीसीटीवी फुटेज व मोबाइल सीडीआर खंगालना शुरू की। उस क्रम में आरा से पटना और पीरो के बीच करीब पांच सौ से अधिक सीसीटीवी फुटेज खंगाले गये। करीब छह हजार मोबाइल की सीडीआर का विश्लेषण किया गया। मानवीय सूचना की भी मदद ली गयी। उसके बाद टीम अरुणाचल प्रदेश के बॉर्डर पर स्थित असम में बैठे कातिल तक पहुंच सकी।
इसके लिए एसपी की ओर से टीम को पुरस्कृत भी किया गया। सभी को प्रशस्ति पत्र प्रदान किया गया। उन्होंने कहा कि शाहाबाद रेंज के डीआईजी नवीन चंद्र झा की ओर से भी टीम को अलग से पुरस्कृत किया जाएगा। विशेष टीम में एएसपी के अलावा डीआईयू इंचार्ज शंभू भगत, नवादा थानाध्यक्ष अविनाश कुमार सिंह, नगर थानाध्यक्ष संजीव कुमार और डीआइयू के दारोगा संजय कुमार सिन्हा सहित अन्य शामिल थे।
घर के चाकू से ही प्रोफेसर और उनकी पत्नी को बेरहमी से काट डाला
असम निवासी तपन डे उर्फ दीपक ने प्रोफेसर के घर की चाकू से ही दंपति को बेरहमी से काट डाला था। उसके बाद चाकू को धोकर घर में रख दिया था। उसकी निशानदेही पर चाकू बरामद कर लिया गया है। उससे पूछताछ के बाद एसपी की ओर से यह जानकारी दी गयी।
उन्होंने बताया कि 29 जनवरी को तपन डे उर्फ दीपक प्रोफेसर के घर आया था। दोपहर में खाना बनाने के बाद वह पैसे की मांग करने लगा। प्रोफेसर की ओर से फिलहाल पैसे देने से मना कर दिया गया। उससे वह आवेश में आ गया और घर में रखे चाकू से गोद कर दंपती की हत्या कर दी। उस दौरान उसकी प्रोफेसर महेंद्र प्रसाद सिंह के साथ स्ट्रगल भी हुआ था। उसमें उसे भी काफी चोटें आयी थी।
रेलवे स्टेशन पर ओवरब्रिज के पास फेंक दिया था दंपति के दोनों मोबाइल
Arrah professor murderer arrested: दंपति की हत्या करने के बाद तपन डे उर्फ दीपक ने भागने के दौरान आरा रेलवे स्टेशन के ओवरब्रिज के पास दोनों के मोबाइल को बंद कर फेंक दिया था। उसकी निशानदेही पर दोनों मोबाइल उस जगह से बरामद कर लिया गया है। एसपी के अनुसार पूछताछ में तपन डे ने बताया कि हत्या के बाद दंपती के मोबाइल को बंद कर दिया था। आरा रेलवे स्टेशन पर ओवरब्रिज के पास कुडे़ और कचरा के पास छुपा दिया था।