शहर के न्याय नगर स्थित आवास पर मंगलवार की शाम ली अंतिम सांस
आरा के रंगकर्मियों ने जताया शोक, व्यक्त की संवेदना
आरा। रंगकर्मी डॉ. पंकज भट्ट के पिता व आरा रंगमंच के संरक्षक जेठवार गांव निवासी बरमेश्वर राय की असमायिक निधन हो गया। मंगलवार की संध्या समय शहर के न्याय नगर स्थित अपने आवास पर अंतिम सांस ली। बरमेश्वर राय कलाप्रेमी थे। आरा रंगमंच के कार्यक्रमों में बढ़-चढ़कर हिस्सा लेते थे।
शाहपुर कार्यपालक पदाधिकारी के खिलाफ एससी-एसटी एक्ट के तहत शिकायत
झारखंड पुलिस से 2013 में सेवानिवृत होने के साथ श्री राय कलाकारों के साथ सदैव खड़े रहते थे।.श्री राय आरा रंगमंच के एक स्तंभ के रूप में थे। मार्च 2020 में आरा रंगमंच द्वारा आयोजित राष्ट्रीय नाट्य महोत्सव सह जैन स्कूल शताब्दी समारोह में श्री राय ने महत्वपूर्ण भूमिका निभाई थी।
बकरी चोरी की घटना के बाद मचाया उपद्रव-दो गांवों के बीच तनाव-चार हिरासत में
श्री राय के पुत्र रंगकर्मी व शिक्षक डॉ. पंकज भट्ट ने बताया कि पिताजी की तबियत पिछले दो महीने खराब चल रही थी। आरा रंगमंच के महासचिव अशोक मानव ने बताया कि रंगमंच ने एक अभिभावक को खो दिया। जिसकी कमी पुरी नही हो सकती।
नही रहे शाहपुर के भगवान डॉ कल्याण कुमार-पटना एम्स अस्पताल में ली अंतिम सांसे- क्षेत्र में शोक की लहर
आरा के रंगकर्मियों ने जताया शोक, व्यक्त की संवेदना
संयोजक अनिल तिवारी दीपू, कार्यक्रम प्रभारी अनूप सोनू ने बताया कि चाचा का व्यवहार कलाकरों के साथ मित्रवत था व चाचा जी हमेशा हम लोगों को नाट्य प्रस्तुति व सामाजिक कार्यों के लिए हौसला अफजाई करते रहते थे। सचिव डॉ. अनिल सिंह ने कहा कि श्री राय का जाना रंगमंच के लिए अपूरणीय क्षति है।