Love trap racket:बिक्रमगंज अपहरण कांड में गिरफ्तार युवक की पूछताछ से खुला राज
फेक फेसबुक आइडी बना युवती ने ठेकेदार को प्यार में फंसाया
बनारस के ठेकेदार को अगवा कर मांगी गयी थी साठ लाख की फिरौती
भोजपुर पुलिस व गांव के लोगों की सक्रियता से बची ठेकेदार की जान
पुलिस और ठेकेदार की ओर से अलग-अलग दो प्राथमिकी दर्ज
खबरे आपकी आरा: भोजपुर के अगिआंव बाजार थाना क्षेत्र के अमेहता गांव से बनारस के अगवा ठेकेदार की बरामदगी और एक आरोपित की गिरफ्तारी के बाद पुलिस ने एक बड़े रैकेट का खुलासा किया है। अपहरण कांंड में शामिल रैकेट के सदस्य युवाओं को प्यार के जाल में फंसाकर पैसे ऐंठने का धंधा करते थे। अगवा ठेकेदार से भी साठ लाख की फिरौती की मांग की गयी थी। उसमें ठेकेदार की कथित प्रेमिका भी शामिल रही है। उसने फेक फेसबुक आईडी बना ठेकेदार को अपने प्यार के जाल में फंसाया था। उसके बाद फिरौती के लिए अगवा करा दिया। गिरोह के सभी सदस्य अमेहता और पीरो के रहने वाले हैं।
Love trap racket: फेक फेसबुक आईडी बना जाल में फंसा लिया
एसडीपीओ राहुल सिंह द्वारा गिरफ्तार आरोपित से पूछताछ के बाद यह जानकारी दी गयी। उन्होंने बताया कि रोहतास निवासी ठेकेदार की प्रेमिका की शादी अमेहता गांव में हुई है। लेकिन वह अपने पति को छोड़ बगल के अंशु तिवारी के साथ रहती है। फिलहाल वह बिक्रमगंज के इंदिरा नगर में किराये के मकान में रहती है। उसने फेक फेसबुक आईडी बना ठेकेदार अमित पांडेय को अपने जाल में फंसा लिया था। उसके बाद उसे मिलने के लिए बिक्रमगंज बुलाया था। चार नंबर को ठेकेदार वहां पहुंच, तो अगवा कर लिया गया। उसके बाद उसे अंशु तिवारी के अमेहता स्थित घर में रखा गया था।
रविवार को था फिरौती देने का आखरी डेट, हत्या की थी तैयारी
ठेकेदार को अगवा करने के बाद साठ लाख की फिरौती की मांग की गयी थी। रविवार को फिरौती देने का आखरी डेट था। फिरौती नहीं मिलने की स्थिति में उसकी हत्या की तैयारी थी। तभी पुलिस को भनक लग गयी और ग्रामीणों की मदद से उसकी जान बचा ली गयी। इसे लेकर ठेकेदार अमित पांडेय के बयान पर नामजद प्राथमिकी दर्ज की गयी है। इधर, पुलिस की ओर से भी हथियार बरामदगी को लेकर भी अलग से नामजद प्राथमिकी दर्ज की गयी है। ठेकेदार की ओर से दर्ज केस में उसकी प्रेमिका सहित छह लोगों को आरोपित किया गया है। सभी अमेहता और पीरो के रहने वाले हैं। प्राथमिकी में कहा गया है कि ठेकेदार करीब चार साल पूर्व फेसबुक के जरिए युवती के संपर्क आया था। तब दोनों के बातचीत होती था। करीब दो साल से बातचीत बंद थी। तीन नवंबर को अचानक युवती ने उसको फोन किया और मिलने के लिए बुलाया था।
खोआ में नशा खिला ठेकेदार को बेहोश कर किया अगवा
ठेकेदार द्वारा दर्ज प्राथमिकी के अनुसार युवती द्वारा मजे करने के लिए बुलाया गया था। कहा गया कि उसकी शादी एक बुजुर्ग से हो गयी है। उसके कारण उसकी याद आ रही है और मिलना चाहती है। उसके पति नहीं हैं और वह अकेली है। ऐसे में आओ मिलकर मजे करेंगे। उसके बाद वह बिक्रमगंज आ गया। चार नंबर को वह युवती के साथ उसके किराये के घर पहुंचा। वहां चाय-नास्ता और खोआ दिया गया। उसे खाने के बाद वह बेहोश हो गया। बाद में होश आने पर वह एक खंडहरनुमा घर में मिला। तब आरोपितों द्वारा उससे साठ लाख रुपए की मांग की गयी। नहीं देने पर हत्या की धमकी भी दी गयी। इस बीच उसका एटीएम छीन लिया गया और पिन नंबर पूछकर पैसे भी निकाल लिया गया।
रोज एक हजार रुपए की लालच में जयराम कर रहा था ठेकेदार की रखवाली
एसडीपीओ के अनुसार गिरफ्तार जयराम खरवार ने पूछताछ में अगवा ठेकेदार की रखवाली करने की बात स्वीकार की है। उसे रोज एक हजार रुपए देने की बात तय हुई थी। पूछताछ में उसने बताया कि वह पहले सूरत में काम करता था। मई माह में काम छुटने पर वह गांव आ गया। पैसे भी खत्म हो गये थे। उसी दौरान दो रोज पहले अमेहता गांव निवासी अंशु तिवारी और बबलू तिवारी द्वारा रोज एक हजार रुपए देने की बात उसे रखा गया था।
कहा गया था बस एक युवक की रखवाली करना है। इसके लिए उसे एक पिस्टल और दो गोलियां भी दी गयी थी। दोनों के कहने पर वह चार लोगों के साथ बिक्रमगंज भी गया था और ठेकेदार को अगवा कर लाया गया था।
एसडीपीओ ने बताया कि सभी आरोपितों की धरपकड़ को लेकर छापेमारी की जा रही है। बता दें कि रविवार को अमेहता गांव स्थित एक खंडहरनुमा मकान में किसी के रोने और संदिग्ध स्थिति में युवकों की सूचना मिली थी। उस आधार पर एसडीपीओ और थानाध्यक्ष बृजेश कुमार सिंह द्वारा अगवा ठेकेदार को बरामद किया गया था। मौके से हथियार के साथ जयराम खरवार को गिरफ्तार किया गया था। एक पिस्टल और दो गोलियां बरामद की गयी थी