बिहार लोक सेवा आयोग ने 66वीं संयुक्त प्रतियोगिता परीक्षा का फाइनल रिजल्ट घोषित कर दिया है। इस परीक्षा में 685 अभ्यर्थी सफल घोषित किए गए हैं। कुल 689 पदों पर भर्ती के लिए यह परीक्षा ली गई थी।
धीरज कुमार दूबे बने श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी
भोजपुर न्यूज़ : आरा शहर के महाराजा हाता, कठार हाउस निवासी देवनाथ दूबे (सेवानिवृत्त कर्मचारी, बिहार राज्य विधुत निगम) के द्वितीय पुत्र धीरज कुमार दुबे ने भी इस परीक्षा में सफलता प्राप्त की है। धीरज को 338 वीं रैंक प्राप्त हुई है। उनका चयन श्रम प्रवर्तन पदाधिकारी के पद पर हुआ है। धीरज की प्रारंभिक पढाई शहर के हित नारायण क्षत्रिय उवि से हुई है। आगे भी इंटरमीडिएट एवं कालेज की पढाई आरा से ही हुई है। धीरज ने इंजीनियरिंग की पढाई जलपाईगुड़ी गवर्नमेंट इंजीनियरिंग कॉलेज से की है तथा कई नामचीन कंपनियों के साथ काम भी किया है। धीरज पेशे से मैकेनिकल इंजीनियर हैं। वर्तमान में वे मल्टीनेशनल कंपनी एबीबी में बैंगलोर में कार्यरत हैं। धीरज की इस सफलता पर परिवार के सदस्यों सहित उनके दोस्तों के बीच भी उत्साह का माहौल है।
आलोक राज 44 वां रैंक लाकर मां का सपना किया साकार
भोजपुर न्यूज़ आरा। सदर प्रखंड के अलीपुर गांव निवासी आलोक राज सिंह ने बीपीएससी द्वारा आयोजित 66 वी परीक्षा में पूरे बिहार में 44 वां रैंक लाकर जिले का नाम रौशन किया है। अलीपुर के रहने वाले पूर्वी चंपारण सिविल कोर्ट में क्लर्क के पद पर कार्यरत ओमप्रकाश सिंह के पुत्र आलोक राज सिंह ने अपनी प्रारंभिक पढ़ाई आरा के जा पॉल स्कूल से किया है। मैट्रिक की परीक्षा वर्ष -2014 में 95 प्रतिशत अंकों के साथ पास किया और इंटर साइंस की परीक्षा में 2016 में 89 प्रतिशत मार्क्स के साथ पास किया, उसके बाद गुरु गोविंद सिंह कालेज इंद्रप्रस्थ यूनिवर्सिटी दिल्ली से मैकेनिकल और ऑटोमेसन इंजीनियरिंग में की डिग्री हासिल किया उसके बाद अपने दादा बिहार पुलिस से अवकाशप्राप्त देवकुमार सिंह की प्रेरणा और मार्गदर्शन के बाद सिविल सेवा की तैयारी शुरू किया। आलोक राज बचपन से ही काफी मेघावी रहे हैं। इनकी सफलता में इनकी मां उषा देविका भी काफी योगदान है। वह अपने बेटे को ऊंचे पोस्ट पर को देखना चाहती थी, जिसको उनके पुत्र ने सार्थक कर दिया।