सरकार से दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई तथा सीआईडी से जांच की मांग
भलुहीपुर निवासी दिलीप सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर दी जानकारी
कहाः तत्काल कार्रवाई नहीं होने पर गौ भक्त सड़क पर उतर करेंगे प्रदर्शन
आरा। आरा गौशाला में दान की गई 3 एकड़ 7 डिसमिल जमीन को फर्जी डीड के माध्यम से बेचे जाने को लेकर मामला अब तुल पकडने लगा है। इसको लेकर आरा-बड़हरा रोड स्थित गौशाला के समीप भलुहीपुर निवासी दिलीप सिंह ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर कहा कि गौमाताओं की संरक्षण के लिए श्री आरा गौशाला की स्थापना शाहाबाद जिले के प्रतिष्ठित व्यक्ति, जनसंघ के संस्थापक सदस्य और मेरे बाबा बाबू रामखेलावन सिंह ने शहर के कुछ गणमान्य लोगो के साथ मिलकर किया था।
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इस गौशाला के रख रखाव और गौमाताओं के चारे का इंतजाम के लिए श्री सिंह ने अपनी 03 एकड़ 07 डीसमील जमीन बजरिये सेल डीड संख्या-1697 दिनांक 20-04-1962 को गौशाला को दान दिया था। ताकि हमारी गौमाताएं भूखी नही रहे। गौशाला बोर्ड के अध्यक्ष आरा सदर अनुमंडलाधिकारी होते हैं और उन्हीं के देख रेख में गौशाला बोर्ड काम करता है। इसी कड़ी में पिछले दिनों हमारे परिवार के सदस्य ने दो अन्य लोगो के साथ मिलकर गौशाला की उस जमीन को डीड संख्या-2783 से दिनांक 09-03-2020 को बेच दिया।जब कि उक्त जमीन मेरे बाबा बाबु राम खेलावन सिंह ने गौशाला को दान किया था।
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सरकार से दोषियों के विरुद्ध कार्रवाई तथा सीआईडी से जांच की मांग
उक्त गौशाला की जमीन पर आज मकान और मार्केट बनकर खड़े हो गये है। जबकि आरा गौशाला की जमीन बेचने का अधिकार किसी को भी नहीं है। बावजूद इसके किस आधार पर यह जमीन बेची गयी। उन्होंने प्रेस विज्ञप्ति के माध्यम से इस मामले में एफआईआर दर्ज कर दोषियों को अविलंब गिरफ्तार करने, तत्काल डीड संख्या- 2783 व अन्य डीडो को रद्द करने, पूरे प्रकरण की सीआईडी से जांच करवाने, जमीन की बिक्री करने वाले एवं कृष्ण कुमार सिंह के हत्यारों से संबंध एवं जघन्य हत्या में संलिप्तता की गहन जांच करने की मांग सरकार से की है। उन्होंने कहा कि अगर इस मामले में त्वरित कार्रवाई नहीं होती, तो सभी गौ भक्तों सड़क पर उतरकर प्रदर्शन करेंगे।
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