Shahpur Nagar Panchayat office: शाहपुर नगर पंचायत कार्यालय में शनिवार को अचानक एक महत्वपूर्ण घटना घटित हुई। जब मुख्य पार्षद ने अपनी मांगों को लेकर बैगर किसी सूचना के कार्यपालक पदाधिकारी के खिलाफ नगर सरकार भवन के मुख्य दरवाजा पर तलाबंद कर दिया
- हाइलाइट : Shahpur Nagar Panchayat office
- तालाबंदी करने वाले पार्षदों ने कहा विकासात्मक योजनाओं के कार्यान्वयन में मनमानी कर रहें है EO
- प्रतिनिधि तथ्यों पर ध्यान केंद्रित करें और बिना प्रमाणिक जानकारी के आरोप लगाने से बचें: EO
Shahpur Nagar Panchayat office आरा: शाहपुर नगर पंचायत कार्यालय में शनिवार को अचानक एक महत्वपूर्ण घटना घटित हुई। जब मुख्य पार्षद ने अपनी मांगों को लेकर बैगर किसी सूचना के कार्यपालक पदाधिकारी के खिलाफ नगर सरकार भवन के मुख्य दरवाजा पर तलाबंद कर दिया और अपने समर्थक वार्ड पार्षदों के साथ गेट के सामने ही धरने पर बैठ गई। मुख्य पार्षद द्वारा तालाबंदी की घटना ने नगर प्रशासन, पार्षद और जनता के बीच एक गंभीर स्थिति उत्पन्न कर दी। तालाबंदी के कारण नगर कार्यालय में आने वाले नागरिकों को भारी कठिनाइयों का सामना करना पड़ा, और आवश्यक सेवाएं ठप हो गईं।
धरना पर बैठे प्रतिनिधियों का आरोप
इधर, अचानक तालाबंदी कर धरने बैठे प्रतिनिधियों का आरोप है कि कार्यपालक पदाधिकारी ने विभिन्न विकासात्मक योजनाओं के कार्यान्वयन में मनमानी कर रहें है। कई महत्वपूर्ण परियोजनाएँ जो स्थानीय निवासियों के लिए आवश्यक थीं, उन पर ध्यान नहीं दिया जा रहा है। लोगों को नक्शा पास कराने में भी परेशानी झेलनी पड़ रही है। बाढ़ प्रभावित लोगों की सूची बनाने सहित समय से कार्यालय नहीं आने का आरोप धरने के माध्यम से लगाया गया।
चिंतित दिखे कर्मचारी और अधिकारी
तालाबंदी के दौरान, नगर कार्यालय में उपस्थित कर्मचारी और अधिकारी इस अप्रत्याशित स्थिति के कारण चिंतित दिखे। कई लोगों ने यह आशंका व्यक्त की कि इस तरह की स्थितियों से प्रशासन की कार्यक्षमता प्रभावित होती है और नागरिकों में असंतोष बढ़ता है। इस घटनाक्रम ने यह प्रश्न उठाया कि क्या इस प्रकार के विरोध प्रगति का मार्ग प्रशस्त करते हैं या केवल अस्थिरता को बढ़ाते हैं।
किसी भी प्रकार की अनियमितता को बर्दाश्त नहीं करेंगे: कार्यपालक
इधर, कार्यपालक पदाधिकारी ने प्रतिनिधियों द्वारा लगाए गए आरोपों को बेबुनियाद करार दिया है। पदाधिकारी का कहना है कि सभी कार्य नियमों के अनुसार संपादित होगें। प्रतिनिधि तथ्यों पर ध्यान केंद्रित करें और बिना प्रमाणिक जानकारी के आरोप लगाने से बचें। कार्यपालक पदाधिकारी ने कहा की विकासात्मक योजनाओं के चयन का अधिकार प्रतिनिधियों का है। लेकिन कार्यान्वयन हेतु जब उन योजनाओं का जांच किया तो कई बातों का खुलासा हुआ है। नाराजगी इसी बात को लेकर है। कहा कि वे अपने कार्यों को लेकर गंभीर हैं और किसी भी प्रकार की अनियमितता को बर्दाश्त नहीं करेंगे।
उनके द्वारा बताया गया की नक्शा पास करने को लेकर पार्षद पहले नियम की जानकारी प्राप्त कर लें। नगरपालिका के अंदर खाली जमीन का भी टैक्स वर्ष-2013 के नियम के मुताबिक देना है। तभी नक्शा पास होगा। वही बाढ़ प्रभावित लोगों को राहत देने के संबंध में उन्होंने कहा की सूची बनाने का आदेश नगर कर्मी को दिया गया है।
अवैध निकासी पर रोक है नाराजगी का मुख्य कारण: उपमुख्य पार्षद
इधर, उपमुख्य पार्षद झुनीया देवी, वार्ड पार्षद कामेश्वर राज, बबीता देवी सहित अन्य कई पार्षदों ने बताया की मुख्य पार्षद और समर्थक पार्षदों द्वारा नगर कार्यालय में की गई तालाबंदी ने न केवल प्रशासनिक कार्यों को बाधित किया, बल्कि जनता के बीच एक गंभीर स्थिति उत्पन्न कर दी गई। कार्यपालक पदाधिकारी को प्रोसिडिंग बुक में गलत योजनाओं के चयन के संबन्ध में अवगत कराया गया है। जिससे अवैध निकासी पर रोक लग गई है। नाराजगी का मुख्य कारण यही है।