Shahpur Dalit hostel: शाहपुर, हरी नारायण हाई स्कूल के दलित छात्रवास से ईंटों को निकाला जा रहा है और उसी पुरानी ईटों से विधालय के चहारदीवारी का नव निर्माण कराया जा रहा है।
- हाइलाइट्स:Shahpur Dalit hostel
- गुणवत्ता की अनदेखी, बच्चों की सुरक्षा भी चिंता का विषय
आरा/शाहपुर: सरकार के निरंतर प्रयासों के बावजूद मानकविहीन निर्माण कार्यों का सिलसिला जारी है, जो भ्रष्टाचार को दर्शाता है। ताजा मामला भोजपुर जिले के शाहपुर नगर स्थित हरी नारायण हाई स्कूल के चहारदीवारी निर्माण का है। चहारदीवारी के निर्माण में भारी अनियमितता बरती जा रही है। गुणवत्ता की अनदेखी की जा रही है। दलित छात्रवास से ईंटों को निकाला जा रहा है और उसी पुरानी ईटों से विधालय के चहारदीवारी का नव निर्माण कराया जा रहा है।
इस संबंध में इलेक्ट्रॉनिक मीडिया भारत 26 द्वारा प्रमुखता से खबर चलने के बावजूद मानक विहीन निर्माण कार्यों का क्रम नहीं रुक रहा है। हरी नारायण+2 विद्यालय की चहारदीवारी का नव निर्माण पुरानी ईंटों (नोनी लगे खराब) से हो रहा है। जिम्मेदारों ने निर्माण कार्य में मानक की धज्जियां उड़ा दी हैं। स्थानीय लोगों का कहना है कि काफी अनियमितता बरती जा रही है। विद्यालय के व्यवस्थापक, प्रधानाध्यापक दलित छात्रावास को तोड़ रहे है और उसी पुराने ईट से चहारदीवारी का निर्माण करा रहें है।
बता दें कि चहारदीवारी का निर्माण के साथ ही तुरंत दीवाल पर प्लास्टर भी चढ़ाया जा रहा है ताकि पुरानी ईटों को छुपाया जा सकें। स्थानीय नगरवासियों ने आरोप लगाया है कि विद्यालय का कायाकल्प मानक के विपरीत कराया जा रहा है। कमजोर निर्माण सामग्री और अनियमित मानकों के कारण, चहारदीवारी समय के साथ टूटने लगती है, जिससे संभावित खतरा से इनकार नहीं किया जा सकता।
स्थानीय निवासी विद्यानंद पांडेय का कहना है कि चहारदीवारी का निर्माण नए ईंटों से कराना चाहिए था। लेकिन विद्यालय परिसर में स्थित दलित छात्रावास से निकाले गए पुराने ईंटों को ही चहारदीवारी में लगा दिया गया है और काम अभी शुरू है। काम करने वाले मिस्त्री के द्वारा बताया जा रहा है की यह दीवाल मजबूत व टिकाऊ नहीं है। जिससे बच्चों की सुरक्षा भी चिंता का विषय है। इसे लेकर जिले के वरीय पदाधिकारियों को सूचना दि गई है। इधर, प्रखंड के शिक्षा पदाधिकारी ने कहा कि मामला मेरे संज्ञान में आया है इसकी जांच की जाएगी।