Tuesday, October 22, 2024
No menu items!
Homeराजनीतशानदार प्रदर्शन के साथ भाकपा माले ने आरा और काराकाट सीट पर...

शानदार प्रदर्शन के साथ भाकपा माले ने आरा और काराकाट सीट पर जीत का परचम लहराया

भाकपा माले को इंडिया गठबंधन से सीट शेयरिंग में तीन सीटें मिली थीं। इसमें आरा, काराकाट और नालंदा सीट शामिल हैं।

CPIML won Ara and Karakat seats: भाकपा माले को इंडिया गठबंधन से सीट शेयरिंग में तीन सीटें मिली थीं। इसमें आरा, काराकाट और नालंदा सीट शामिल हैं।

  • हाइलाइट :- CPIML won Ara and Karakat seats
    • आरा से सुदामा प्रसाद और काराकाट से राजाराम सिंह ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है
    • सुदामा प्रसाद ने केंद्रीय ऊर्जा मंत्री और राजाराम सिंह ने पूर्व केंद्रीय मंत्री को हराया है

आरा: लोकसभा चुनाव में इंडिया गठबंधन की प्रमुख सहयोगी दल भाकपा माले का प्रदर्शन शानदार रहा। इस बार के चुनाव में भाकपा माले को इंडिया गठबंधन से सीट शेयरिंग में तीन सीटें मिली थीं। इसमें आरा, काराकाट और नालंदा सीट शामिल हैं। आरा से सुदामा प्रसाद और काराकाट से राजाराम सिंह ने ऐतिहासिक जीत दर्ज की है। दोनों ने अपने कद्दावर प्रतिद्वंदियों को हराया है।

khabreapki.com - khabre apki
khabreapki.com

आरा में सुदामा प्रसाद ने केंद्रीय ऊर्जा मंत्री एवं पूर्व आइएएस राजकुमार सिंह के खिलाफ जीत दर्ज की है तो वहीं काराकाट में राजाराम सिंह ने पूर्व केंद्रीय मंत्री उपेन्द्र कुशवाहा और भोजपुरी फिल्मों के स्टार पवन सिंह के विरुद्ध जीत का परचम लहराया है।

khabreapki.com - khabre apki
khabreapki.com

पढ़ें :- विकास पुरुष का नारा फेल, सीपीआई माले प्रत्याशी ने शिकस्त दी

भाकपा माले के लिए यह ऐतिहासिक जीत इसलिए भी खास है कि बीते ढाई दशक से बिहार में वामपंथी दलों को लोकसभा के किसी चुनाव में जीत नसीब नहीं हुई थी। 1999 के चुनाव में भागलपुर सीट से माकपा के उम्मीदवार सुबोध राय को आखिरी जीत मिली थी।

इसके बाद से वामदल बिहार में लोकसभा चुनाव में जीत के लिए तरसते रहे। इस बार के चुनाव में भाकपा माले ने बिहार में वामपंथ की राजनीति को फिर से खड़ा करने का भी काम किया है। वैसे माले को नालंदा संसदीय सीट से भी जीत मिलने की उम्मीद थी, जहां से उसके उम्मीदवार संदीप सौरव पूरे दमखम के साथ मैदान में थे। मगर यहां सफलता नहीं मिली।

नालंदा सीट पर महागठबंधन के नेताओं के बीच सामंजस्य का अभाव भी हार का एक महत्वपूर्ण कारण माना जा रहा है, नहीं तो माले ने नालंदा सीट भी जीत कर महागठबंधन की झोली में डालने में कोई कसर नहीं छोड़ रखा था। वैसे माले का उम्मीदवार नालंदा सीट पर दूसरे स्थान पर रहा।

- Advertisment -
Dpawali-2014
Bijay dipawali
Ranglal - dipawali
Dpawali-2014
Bijay dipawali
Ranglal - dipawali

Most Popular

Don`t copy text!