मामला शाहपुर के समीप प्राचीन कुंडवा शिव मंदिर के समीप दर्जनों पेड़ो के काटने का
आरा। जल जीवन हरियाली के नाम पर आरा-बक्सर मुख्य सड़क पर बिलौटी व शाहपुर के मध्य स्थित प्राचीन कुंडवा शिव के पोखरा के चारो तरफ फैले पेड़ो की अंधाधुंध कटाई पर्यावरण व जल संरक्षण को मुंह चिढ़ा रहा है। उक्त बातें क्षेत्र के समाजसेवी सह पर्यावरणविद हीरालाल ओझा ने कहा।
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उन्होंने कहा कि इस प्राचीन शिव मंदिर के समीप स्थित पोखरे के चारो तरफ इतने पेड़ थे कि उसकी हरियाली फलो के कारण कई तरह की वन्य जीव व पंक्षियों का समूह रहता था जो इसके सौंदर्य को बढ़ाने का कार्य करता था। परंतु सरकार द्वारा जिस संवेदक को जल जीवन हरियाली योजना के तहत सौंदर्यीकरण के लिए नामित किया गया है। उसने इसके चारों तरफ के आम,जामुन,महुआ,पीपल,बरगद के साथ – साथ पाटल, पनस, कोबिदार और पलाश के पेड़ों की कटाई स्थानीय लोगो को आहत कर रहा है।
अवकाश प्राप्त कमांडेंट सह समाजसेवी हीरालाल ओझा ने संवेदक पर कारवाई की मांग की
पेड़ो की इस कदर कटाई हुई कि उक्त प्राचीन शिव मंदिर के समीप करीब पांच एकड़ क्षेत्रफल की हरियाली ही समाप्त हो गई। पोखरे की गहराई को बढ़ाना चाहिए था ना की दर्जनों विशालकाय पेड़ो की कटाई। पेड़ो की कटाई के कारण इस स्थान के वन्य प्राणी भागकर आसपास के गांवों में अपना आशियाना बनाने को विवश हो गए। इसके लिए जिला प्रशासन को संवेदक पर कारवाई करनी चाहिए।