Dharampal Singh: शाहपुर विधानसभा क्षेत्र के पिछड़े लोगों के हमदर्द दलितों के मसीहा और समाजवादी विचारधारा के कर्तव्यनिष्ठ सच्चे सिपाही थे पूर्व विधायक धर्मपाल सिंह
- हाइलाइट्स: Dharampal Singh
- ढूंढती रहेगी हमारी आंखे तेरी वजूद को, तेरा अक्श शामिल अब यादों में
- पिछड़े लोगों के हमदर्द दलितों के मसीहा थे पूर्व विधायक धर्मपाल सिंह
आरा: शाहपुर विधानसभा क्षेत्र के पिछड़े लोगों के हमदर्द दलितों के मसीहा और समाजवादी विचारधारा के कर्तव्यनिष्ठ सच्चे सिपाही पूर्व विधायक धर्मपाल सिंह की 10वीं पुण्यतिथि 6 जनवरी को शाहपुर नगर पंचायत के वार्ड-02 पश्चिम पोखरा के समीप कलकता फर्नीचर हाउस स्थित भवन में धर्मपाल सिंह स्मृति संस्थान के द्वारा मनाई जाएगी।
1974 के जन आदोलन के गर्भ से निकले समाजवाद के पथ पर अपने राजनैतिक जीवन की शुरूआत करने वाले धर्मपाल सिंह को उनके सहयोगी उन्हें जुझारू तथा दूसरे के सुख-दुख में शामिल रहने वाले नेता की छवि वाला मानते हैं। शायद यही कारण है कि उनके कर्म क्षेत्र शाहपुर विधानसभा में समर्थकों की लंबी तादाद है जो हर समय उनके समर्थन में एकजुट हो जाते थे।
पूर्व विधायक धर्मपाल सिंह ने अपने राजनीतिक जीवन का सफर वर्ष 1985 में शाहपुर विधानसभा क्षेत्र से निर्दलीय चुनाव लड़कर किया। धर्मपाल सिंह जनता दल के टिकट पर 1990 में शाहपुर विधानसभा के विधायक चुने गये। वो लगातार दो बार शाहपुर विधानसभा के विधायक पद पर जनता द्वारा चुने गये।
पूर्व विधायक के करीबी रहें कृष्ण कुमार ने बताया कि गरीबों-शोषितों एवं पीड़ितों के हम दर्द पूर्व विधायक समाज के सभी तबको के चहेते थे। अपने राजनीतिक जीवन सफर में चाहे जिस दल से वे चुनाव लड़े गरीबों का एक बड़ा समूह सदैव उनके साथ रहा। गरीब बच्चों की पढ़ाई-लिखाई में मदद के साथ-साथ समाज के निचले तबके के हर दुख-दर्द में साथ निभाते रहे। विधानसभा क्षेत्र के खेल प्रेमियों से लेकर गांव-गवई की पारंपरिक सांस्कृतिक विद्याओं को बढ़ाने में भी उनकी गहरी रुचि रही। विधायक पेंशन की राशि का अधिकांश हिस्सा वे अंतिम समय तक गरीबों के बीच मदद एवं वस्त्र वितरण में करते रहे।