विदेश में फंसे मजदूरों को लाने क्षमता पर गर्व, लेकिन देश के मजदूरों को घर तक नही पहुंचाना शर्म
अमीर रास्ता तलाश लेते है, परंतु गरीबो के लिए सरकार ही माई-बाप होती है
खबरें आपकी। देश विभिन्न इलाकों में लॉक डाउन के वजह से फंसे मजदूरों के पलायन की खबरे को लेकर पूर्व राज्यसभा सांसद व राजद के राष्ट्रीय नेता ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को कटघरे में खड़ा कर दिया। उन्होंने कहा कि हम दुनिया में कहीं भी मुसीबत में फंसे भारतीयों को अपने हवाई जहाज से देश में वापस ला सकते हैं। हमें अपनी इस क्षमता पर गर्व है। हम अपने नागरिकों को मुसीबत में नहीं छोड़ते हैं। लेकिन हमारे लिए शर्म की बात है कि देश के अंदर जहां-तहां फंसे हुए अपने श्रमिकों को हम उनके गांव तक नहीं पहुंचा पा रहे हैं ?
सुविधा पहुंचाने के लिये एम्बुलेंस के साथ एक हवलदार व चालक उपलब्ध
56 इंच के सीने वाले देश के नेता और हमारे प्रधानमंत्री माननीय नरेंद्र भाई मोदी की सरकार क्या इतनी कमजोर और लाचार हैं कि हजारों की संख्या में बोरिया बिस्तर लादे बाल बच्चों के साथ भीषण कष्ट में अपने गांव की ओर पैदल कुच करते हुए अपने गरीब श्रमिकों को उनके गांव तक पहुंचाने की व्यवस्था नहीं कर सकती हैं ? प्रधानमंत्री जी को हम स्मरण कराना चाहेंगे कि सरकार ही गरीबों की माई बाप होती है। अमीर तो किसी भी हालत में अपने लिए रास्ता निकाल लेते हैं। गरीब ही अपने रास्ते के लिए सरकार का मुंह जोहते हैं। क्या इस संकट की घड़ी में सरकार अपने गरीबों के साथ खड़ी नहीं होगी?