Sunday, February 23, 2025
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इंद्रधनुषी था लक्ष्मी बाबू का जीवन: डाॅ. केसी सिन्हा

Laxmikant Sinha poem लोकार्पण समारोह में बोले वीर कुंवर सिंह विश्वविद्यालय के कुलपति

प्रो. डॉ. लक्ष्मीकांत सिन्हा की काव्यकृति “कहां से दे पाऊंगा इंद्रधनुष” का हुआ लोकार्पण

खबरे आपकी आरा शहर के हर प्रसाद दास जैन स्कूल में सोमवार हिन्दी के प्रख्यात साहित्यकार और ‘उभरी परते’ जैसे लोकप्रिय प्रथा महत्वपूर्ण उपन्यास के लेखक डॉ लक्ष्मीकांत सिन्हा की सध: प्रकाशित काव्यकृति “कहा से दे पाऊंगा इन्द्रधनुष” का लोकार्पण नामचीन गणितज्ञ एवं वीर कुंवर सिंह विवि के कुलपति डॉ. केसी सिन्हा के द्वारा हुआ। सर्वप्रथम मनीष जैन नमोकार मंत्रोच्चारण के साथ वेंकटेश रामानुजम के मंगलाचरण और डाॅ. पुष्पा द्विवेदी द्वारा सरस्वती वंदना की प्रस्तुति से कार्यक्रम का आगाज हुआ। उद्घाटन कुलपति डॉ. केसी सिन्हा, कुलसचिव डॉ. धीरेन्द्र कुमार सिंह, आदिनाथ ट्रष्ट के सचिव कमल कुमार जैन, डॉ. रामबहादुर शर्मा, एसीएमओ डॉ. केएन. सिन्हा, प्रॉक्टर डॉ. ओपी राय ने संयुक्त रूप से किया। स्वागत सचिव ज्योत प्रकाश जैन एवं मंच संचालन प्रो. रणविजय कुमार, विषय प्रवेश वरिष्ठ शिक्षक बीडी सिंह, धन्यवाद ज्ञापन प्रधानाचार्य शेखर प्रसाद सिंह ने किया। अध्यक्षता डॉ. पशुपति नाथ सिंह ने की।

मुख्य वक्ता प्रो. जंगबहादुर पाण्डेय ने कहा कि प्रो. लक्ष्मीकांत सिन्हा एक प्रबुद्ध शिक्षाविद् प्रख्यात उपन्यासकार समीक्षक और लोकचित्र को व्यक्त करने वाले महान कवि थे। मवि के प्रधानाध्यापक कमल कुमार जैन ने कहा कि लक्ष्मी बाबू गुरु श्रेष्ठ थे। आईआईटी चेन्नई के प्रो. डॉ. संजय कुमार सिन्हा, वरिष्ठ आईएएस समीर कुमार सिन्हा, राहुल कुमार सिंह की उपस्थिति से भावुक क्षण भी आया। कुलपति डॉ. सिन्हा ने कहा कि प्रत्येक व्यक्ति के अपने-अपने सपने होते हैं। सभी के अरमान होते हैं कि उनका जीवन सात रंगों से आच्छादित इन्रधनुषी हो। लक्ष्मी बाबू का जीवन इंद्रधनुषी था।

Pintu bhaiya
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Laxmikant Sinha poem
लक्ष्मीकांत सिन्हा की काव्यकृति “कहां से दे पाऊंगा इंद्रधनुष” का हुआ लोकार्पण

Laxmikant Sinha poem “Kahan Se De Paunga Rainbow” was launched समारोह के दौरान शैल कुमार जैन, बी.डी. सिंह ने कुलपति को सम्मानित किया। भरत सिंह सहयोगी पर्यंत यज्ञनारायण तिवारी, प्रो.राघवेन्द्र प्रताप सिंह प्रो. सत्यनाराण सिंह, डॉ. दिनेश प्रसाद सिन्हा, डॉ. संगीता सिन्हा, डॉ. सच्चिदानन्द सहाय , राधा पाठक डॉ. पूनम कुमारी, डॉ. गीता पाण्डेय, डा. कंचन सिंह, श्रीप्रकाश राय, प्रो. रामजी राय, लक्ष्मी नारायण राय, नथुनी पाण्डेय, प्रो. अनिल कुमार सिन्हा, डॉ. दीनानाथ पंडित, डॉ. सुनील सहाय, डॉ. चक्रपाणि मिश्रा, अमल कुमार जैन, रामधनी भारती मृत्युजय भारद्वाज, सुशील कुमार, एनके सिंह, भीम सिंह भवेश, डॉ. अशोक कुमार सिंह, अशोक मानव एवं सैकड़ों लोग उपस्थित थे।

प्रो. लक्ष्मी सिन्हा के साहित्य पर शोध छात्र धीरेन्द्र तिवारी एवं शोध निर्देशक डॉ. नवनीत कुमार राय को कुलपति के द्वारा सम्मानित किया। साथ ही डॉ. नीलाम्बुज सिंह, डॉ. रविशंकर सिंह गौरव कुमार सिंह एवं रिषभ कुमार सिंह को भी कुलपति ने सम्मानित किया। समारोह को सफल बनाने में दिव्यांशु मिश्रा, आनंद कुमार, सचिन कुमार, सौरभ कुमार, प्रीतम कुमार सिंह एवं सुरेश बहादुर का सराहनीय योगदान रहा।

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