Mobile in Ara Mandal Jail:खबरे आपकी
खबरे आपकी आरा: मंडल कारा आरा में मोबाइल की बरामदगी का सिलसिला थम नहीं रहा है। शनिवार की रात भी तलाशी के दौरान एक बंदी के पास से सिम कार्ड लगा एक मोबाइल बरामद किया गया। मोबाइल वार्ड नंबर छह के विचाराधीन बंदी सुधीर कुमार के पास से मिला है। विचाराधीन बंदी सुधीर कुमार उदवंतनगर थाना क्षेत्र के बजरुआं गांव का रहने वाला है। जानकारी के अनुसार शनिवार की रात कारा अधीक्षक के नेतृत्व में तलाशी अभियान चलाया गया। उस दौरान वार्ड नंबर छह के विचाराधीन बंदी के पास से मोबाइल बरामद किया गया। उसको लेकर प्रभारी कारा उपाधीक्षक रौशन कुमार कर्ण की ओर से नगर थाने में बंदी के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज करायी गयी है।
Mobile in Ara Mandal Jail: जेल से आपराधिक षड़यंत्र रचने वाले 19 कुख्यात बंदी भेजे गये भागलपुर
- हाईलाइट
- धनजी सहित दस भेजे गये विशेष केंद्रीय कारा, तो नौ शहीद जुब्बा सहनी जेल
- डीएम और एसपी की संयुक्त जांच प्रतिवेदन के आधार पर कारा प्रशासन ने की कार्रवाई
- मंडल कारा से काफी संख्या में मोबाइल बरामदगी के बाद एक्शन में प्रशासन
आरा जेल से आपराधिक षड़यंत्र रचने और मोबाइल के जरिए गैंग संचालित करने वाले 19 बंदियों के खिलाफ जेल स्थानांतरण की कार्रवाई हुई है। इन बंदियों को रविवार की सुबह कड़ी सुरक्षा के बीच भागलपुर केंद्रीय कारा भेज दिया गया। इनमें दस बंदियों को विशेष केंद्रीय कारा, तो नौ को शहीद जुब्बा साहनी सेंट्रल जेल भागलपुर भेजा गया। भोजपुर डीएम और एसपी की संयुक्त जांच रिपोर्ट के आधार पर सभी को कड़ी सुरक्षा के बीच भागलपुर जेल भेजा गया। भागलपुर जेल भेजे गए बंदियों में अधिकतर हिस्ट्रीशीटर हैं। अधिकतर पर हत्या, रंगदारी और डकैती जैसे गंभीर मामले हैं। इनमें शाहपुर नपं के पूर्व चेयरमैन मर्डर से लेकर भाजपा नेता हत्याकांड तक के आरोपित शामिल हैं। इससे पूर्व जेल से मोबाइल की बरामदगी मामले में भी 14 बंदियों के खिलाफ प्राथमिकी करायी गयी थी।
बता दें कि 28 नवंबर को जिला प्रशासन द्वारा जेल में छापेमारी की गयी थी। तब आठ मोबाइल और पांच सिम कार्ड सहित अन्य सामान बरामद किए गए थे। उसके बाद डीएम के आदेश पर 29 नवंबर से एक दिसंबर के बीच कारा में ऑपरेशन क्लीन चलाया गया। उस दौरान 35 मोबाइल बरामद किए गए। उसके बाद से जिला व कारा प्रशासन एक्शन मोड में आ गया है। ताबड़तोड़ कार्रवाई की जा रही है। इस मामले में अबतक कारा उपाधीक्षक व सहायक जलर सहित पांच कर्मी सस्पेंड किये जा चुके हैं।
इन्हें किया गया स्थानांतरित
विनोद यादव, धनजी यादव, विकास यादव, दीपक धानुक, हरेश मिश्रा, बसंत मिश्रा, पवन चौधरी, मो. बेलाल, राजेश यादव और दीपक महतो को विशेष केंद्रीय कारा भागलपुर भेजा गया है। वहीं विष्णु सिंह, अतुल पांडेय उर्फ निखिल पांडेय, अन्नु रहमान उर्फ मो. शहरुदद्दीन, आकाश राय, आशीष पासवान, नारद यादव, डिंपल महतो उर्फ दुर्गेश महतो, नीरज पांडेय एवं ठाकुर यादव को शहीद जुब्बा साहनी केंद्रीय कारा भागलपुर भेजा गया है।
अगले 6 माह तक भागलपुर केंद्रीय जेल में रहेंगे 19 बंदी
मंडल कारा से विशेष केंद्रीय कारा भागलपुर और शहीद जुब्बा सहनी केंद्रीय कारा भागलपुर भेजे गए सभी 19 बंदी अगले 6 माह तक वही रहेंगे। डीएम राजकुमार और एसपी संजय कुमार सिंह के संयुक्त प्रतिवेदन व अनुरोध के आलोक में विधि व्यवस्था, लोकहित और जनहित में प्रशासनिक दृष्टिकोण से बिहार का हस्तगत, 2012 के नियम 781 की कंडिका (7) में उल्लेखित बंदी अधिनियम की धारा 1900 की संशोधित धारा 19 (3) के तहत प्रदत्त शक्तियों का प्रयोग करते हुए मंडल कारा आरा में संसीमित बंदियों को अगले 6 माह तक के लिए स्थानांतरित करने का आदेश दिया गया है।
डीएम और एसपी पांच घंटे तक जेल में करते रहे जांच
इधर, जेल से काफी संख्या में मोबाइल व आपत्तिजनक समान की बरामदगी के बाद डीएम और एसपी के नेतृत्व में जिला प्रशासन की टीम शनिवार की शाम फिर जेल पहुंचीं। टीम करीब पांच घंटे तक जेल में जांच करती रही। उस दौरान बरामद मोबाइल की जांच की गयी। मोबाइल के बारे में बंदियों और जेल कर्मियों से पूछताछ की गयी। शाम करीब पांच बजे जेल पहुंची टीम रात बारह बजे तक डटी रही। इससे जेल में अफरातफरी मची रही। इस संबंध में डीएम राजकुमार ने मीडिया को बताया कि जेल के कुछ बंद अपराधियों का हाल की कुछ घटनाओं से कनेक्शन सामने आयी थी। उसकी जांच की जा रही थी। उसमें कुछ लीड भी मिला है। उस आधार पर कार्रवाई की जा रही है। उस संबंध में जेल आइजी को विस्तृत रिपोर्ट भी भेजी गयी है।