Mobile Missing Case: सात माह, सात फेज और भोजपुर पुलिस ने खोज निकाले 309 गायब मोबाइल
बिहार/आरा:खबरे आपकी देश के विभिन्न राज्यों में पुलिस के काम करने के तरीके अलग-अलग देखें जाते है। देश की आर्थिक राजधानी मुंबई की पुलिस को सबसे बेहतर माना जाता है लेकिन देखा जाए तो एक मामले में मुंबई पुलिस बिहार के भोजपुर जिला पुलिस बल से काफी पीछे है। वो मामला है मोबाइल बरामदगी का। मुंबई पुलिस मोबाइल गायब होने के मामले में सिर्फ मिसिंग रिपोर्ट तक सीमित रहीं। वही भोजपुर पुलिस इस मामले में मुंबई पुलिस से काफी आगे हैं। भोजपुर पुलिस द्वारा प्राथमिकी दर्ज कर गठित टीम के द्वारा मोबाइल का पता लगाया जाता है और मिलने के बाद धारक को सौंप दिया जाता है।
Mobile Missing Case: भोजपुर पुलिस की बड़ी कामयाबी
पुलिस कार्यालय में मंगलवार एसपी द्वारा सभी धारकों को सौंपा गया मोबाइल
भोजपुर पुलिस की मोबाइल बरामदगी अभियान को बंपर कामयाबी हासिल हुई है। अभियान के सातवें फेज में पुलिस द्वारा गायब 65 एंड्रॉयड मोबाइल बरामद किया गया है। सारी कानूनी प्रक्रिया पूरी करने के बाद मंगलवार को एसपी विनय तिवारी द्वारा पुलिस कार्यालय में धारकों को उनका मोबाइल सौंप दिया गया।
सात माह, सात फेज और पुलिस ने खोज निकाले 309 गायब मोबाइल
अभियान के दौरान पुलिस की ओर से अबतक 309 गायब मोबाइल बरामद कर ली गयी है। इससे पहले छठे फेज में भी 60 मोबाइल बरामदगी किये गये थे। बताते चले कि आम लोगों के लूट, चोरी और गायब मोबाइल की बरामदगी को लेकर एसपी द्वारा पिछले साल अगस्त माह से ही तीन अलग-अलग टीम गठित की गयी थी। उसके बाद से ही टीम लगातार काम कर रही है। वहीं मोबाइल बरामदगी की सफलता को देखते हुये सातवें फेज में एक टीम बढ़ा दी गयी। उन्होंने कहा कि यह अभियान आगे भी लगातार चलता रहेगा।
सम्मानित होंगे
एसपी ने टीम के अफसरों की सराहना की और सम्मानित करने की बात कही। टीम में गजराजगंज ओपी इंचार्ज चंदन कुमार, धोबहां ओपी इंचार्ज सुशांत कुमार, सिन्हा ओपी इंचार्ज राजीव कुमार और खवासपुर ओपी इंचार्ज दीपक कुमार के अलावे अन्य पुलिस कर्मी शामिल हैं।