Muzaffarpur sexual abuse: भाकपा माले के केन्द्रीय कमिटी सदस्य राजू यादव ने कहा कि जघन्य अपराध पर बिहार सरकार की अब तक की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कहा कि डबल इंजन की सरकार की नाकामी का उदाहरण है।
- हाइलाइट : Muzaffarpur sexual abuse
- छात्र-युवा और संगठनों ने भाकपा माले जिला कार्यालय से मार्च निकाला
- मुजफ्फरपुर में महिलाओं के खिलाफ अपराध की यह दूसरी बड़ी घटना
- कंपनी की आड़ में बेरोजगार युवक-युवतियों को फंसाया जाता है – संगीता सिंह
आरा: भाकपा माले ने मुजफ्फरपुर के अहियापुर में नौकरी के नाम पर लड़कियों के साथ जघन्य यौन शोषण मामले की उच्चस्तरीय न्यायिक जांच की मांग को लेकर सोमवार को महिला, छात्र-युवा और संगठनों ने भाकपा माले जिला कार्यालय से मार्च निकाला। शहर के बस स्टैंड के पास ऐपवा, आइसा, इंनौस ने प्रतिवाद दर्ज किया गया। सभा का संचालन आइसा सह सचिव कमलेश यादव ने किया।
भाकपा माले के केन्द्रीय कमिटी सदस्य राजू यादव ने कहा कि जघन्य अपराध पर बिहार सरकार की अब तक की चुप्पी पर सवाल उठाते हुए कहा कि डबल इंजन की सरकार की नाकामी का उदाहरण है। महिला सशक्तीकरण व महिलाओं की सुरक्षा का दावा करने वाले भाजपा-जदयू के शासन में उसी मुजफ्फरपुर में महिलाओं के खिलाफ अपराध की यह दूसरी बड़ी घटना सामने आई है।
आरवाईए राज्य सचिव सह आगिआंव विधायक शिव प्रकाश रंजन ने कहा कि यह कांड भी एक संगठित अपराध की ओर इशारा कर रहा है। इसकी उच्चस्तरीय न्यायिक जांच होनी चाहिए। ऐपवा नगर अध्यक्ष संगीता सिंह ने कहा कि पीड़िताओं के अनुसार इस कंपनी की आड़ में बेरोजगार युवक-युवतियों को फंसाया जाता है।
प्रदर्शन में भाकपा माले नगर सचिव दिलराज प्रीतम, आइसा राज्य सचिव सबीर, सुशील यादव, विकाश कुमार, अखिलेश गुप्ता, जय शंकर प्रसाद, शोभा मंडल, कमलेश कुमार, साहिल अरोरा, राजन कुमार, उज्वल भारती, गौतम यादव, हरेंद्र यादव, प्रभात, अनूप, राहुल यादव, सत्यप्रकाश यादव, अंकित कुशवाहा, नेमीचंद यादव व मृत्युंजय समेत कई थे।