Friday, March 29, 2024
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अब आरा जेल में शुरू होगा बेकरी उद्योग, बंदी बनायेंगे ब्रेड और बिस्किट

अब आरा जेल में शुरू होगा बेकरी उद्योग, बंदी बनायेंगे ब्रेड और बिस्किट
निरीक्षण के दौरान डीएम की ओर से मंडल कारा अधीक्षक से मांगा गया प्रस्ताव
बाजार में बिकेगा बेकरी का उत्पाद, सुधा डेयरी की ली जायेगी मदद
बेकरी उद्योग शुरू होने से बंदियों की आमदनी के साथ सरकार का भी बढ़ेगा राजस्व
आरा। भोजपुर जिले में लोगों को जल्द ही जेल में तैयार ब्रेड व बिस्किट का स्वाद चखने को मिलेगा। इसके लिए आरा मंडल कारा में बेकरी उद्योग शुरू किया जा रहा है। बंदी ही बिस्किट और ब्रेड सहित अन्य उत्पाद तैयार करेंगे। भोजपुर डीएम और जेल अधीक्षक की पहल पर यह उद्योग शुरू किया जा रहा है। इसे लेकर गुरुवार को निरीक्षण करने जेल पहुंचे डीएम राजकुमार की ओर से जेल अधीक्षक से प्रस्ताव भी मांगा गया है। बेकरी उद्योग शुरू होने से बंदियों की आमदनी के साथ सरकार का राजस्व भी बढ़ेगी। बताया जा रहा है कि इसमें सुधा डेयरी की मदद लेने की तैयारी की जा रही है। माना जा रहा है कि सुधा डेयरी से ब्रेड बनाने वाली मशीन उपलब्ध कराने की बात चल रही है। उसके बाद तैयार डेयरी के माध्यम से बेकरी प्रोडक्ट को बाजार में बेचा जायेगा। इससे बंदियों को रोजगार तो मिलेगा ही। जेल से बाहर निकलने के बाद आत्मनिर्भर बनने में भी मदद मिलेगी। बता दें कि बंदियों का जीवन सुधारने और उन्हें आत्मनिर्भर बनाने को लेकर कारा प्रशासन की ओर से पहले से ही कई तरह के कार्यक्रम चलाये जा रहें हैं। पढ़ाई के साथ-साथ कई तरह की रोजगार की ट्रेनिंग भी दी जा रही है। भोजपुर जिलाधिकारी राजकुमार ने बताया कि मंडल कारा में बेकरी उद्योग शुरू करने का प्रस्ताव है। इसे लेकर सुधा डेयरी से बात की जा रही है। मशीन उपलब्ध कराने और बिक्री करने को लेकर बातचीत की जा रही है। बंदियों द्वारा ही ब्रेड तैयार किया जायेगा। सुधा डेयरी के माध्यम से ही उसे बेचने की तैयारी है।

बंदियों के लिए ई-लाइब्रेरी की होगी व्यवस्था, डिजिटल बोर्ड से भी होगी पढ़ाई
बंदियों को रोजगार उपलब्ध कराने के साथ उनकी पढ़ाई पर भी प्रशासन का पूरा ध्यान है। इसे लेकर डीएम की ओर से मंडल कारा में ई-लाईब्रेरी की व्यवस्था की जा रही है। साथ ही ऑनलाइन पढ़ाई को लेकर डिजिटल बोर्ड उपलब्ध कराने की तैयारी की जा रही है। इससे बंदियों को जेल में भी हर तरह की किताबें पढ़ने को मिल जायेंगी। वहीं डिजिटल बोर्ड के जरिए 18 से 21 साल के तरूण बंदी अपनी पढ़ाई पूरी कर सकेंगे। जेल अधीक्षक संदीप कुमार ने बताया कि निरीक्षण करने पहुंचे डीएम द्वारा बेकरी उद्योग शुरू करने का निर्देश दिया गया है। इसके लिए एक प्रस्ताव भी मांगा गया है। वहीं बंदियों के लिए ई-लाइब्रेरी और ऑनलाइन पढ़ाई को ले डिजिटल बोर्ड की व्यवस्था करने की बात भी कही गयी है। अधीक्षक ने बताया कि ब्रेकरी उद्योग शुरू होने से बंदियों को लाभ होगा ही। सरकार का रेवेन्यू भी बढ़ेगा।

डॉ. शैलेंद्र कुमार
Holi Anand
Dr. Prabhat Prakash
Vishvaraj Hospital, Arrah
डॉ. शैलेंद्र कुमार
Holi Anand
Dr. Prabhat Prakash
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KRISHNA KUMAR
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Journalist
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