Bhojpuri painting: भोजपुर जिलान्तर्गत कोईलवर प्रखंड के नरहीं चांदी में आसरा सेवा केंद्र और बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड के सहयोग से भोजपुरी पेंटिंग कार्यशाला सह सेमिनार का आयोजन किया गया।
- हाइलाइट : Bhojpuri painting
- भारत के कला इतिहास में बिहार का महत्वपूर्ण योगदान है:-पद्मश्री प्रोफेसर श्याम शर्मा
Bhojpuri painting आरा: कोईलवर प्रखंड के नरहीं चांदी में आसरा सेवा केंद्र और बिहार राज्य पुल निर्माण निगम लिमिटेड के सहयोग से भोजपुरी पेंटिंग कार्यशाला सह सेमिनार का आयोजन किया गया। उद्घाटन मुख्य अतिथि वरिष्ठ कलाकार पद्मश्री प्रो. श्याम शर्मा, मुकेश कुमार सहायक निदेशक हस्तशिल्प पटना ने संयुक्त रूप से की। अध्यक्षता अशोक कुमार सिन्हा (अपर निदेशक बिहार म्यूजियम पटना) ने की। विशिष्ट अतिथि के रूप में श्रीमती अनुप्रिया जिला कला संस्कृति पदाधिकारी भोजपुर मौजूद रही।
उद्घाटन संबोधन में पद्मश्री प्रोफेसर श्याम शर्मा ने कहा कि भारत के कला इतिहास में बिहार का महत्वपूर्ण योगदान है। बिहार की कला इतिहास में भोजपुरी का विशेष महत्व है। जिसमें कला संस्कृति और भाषा आ जाती है कला की बात हो तो पटना कलम के कलाकार ईश्वरी प्रसाद को हम कैसे भूल सकते हैं। भोजपुरी के लिए गौरव की बात है। हमारी कला परंपरा भी भोजपुरी की अलग ही है। चाहे कोहबर की बात हो, पिड़ीया हो, सांझी हो, चाहे कोठिला हो, हमारे लोक संस्कृति से जुड़े हुए हैं। मुकेश कुमार ने भोजपुरी लोक चित्र शैली मे समकालीन विषयों के समावेश कर सृजित करने की बात कही और उन्होंने हर संभव सहयोग का आश्वास दिया।
भोजपुर कला संस्कृति पदाधिकारी अनुप्रिया ने भोजपुरी लोक कला के लिए हर संभव सहयोग करने की बात की। अध्यक्षीय संबोधन में बिहार संग्रहालय के अपर निर्देशक अशोक कुमार सिन्हा ने कहा कि भोजपुरी पेंटिंग के विकास के लिए बिहार सरकार में कई कार्यक्रम किए हैं। जब मैं उपेंद्र महादेव शिल्प अनुसंधान संस्थान पटना का निर्देश था उसे समय भोजपुरी पेंटिंग में राज पुरस्कार की शुरुआत की गई 2016-17 में महामहिम राष्ट्रपति जी का राजकीय आगमन हुआ था, तो पूरे राजगीर को बिहार के लोक कलाओं से सुसज्जित किया गया था। उसे समय मेरी पहल पर भोजपुरी पेंटिंग के भी 10 कलाकार राजगीर के दीवारों पर भोजपुरी पेंटिंग का निर्माण किए थे।
इसके अतिरिक्त और भी कई कार्यक्रम भोजपुरी पेंटिंग के लिए हुए हैं। अभी पुल निर्माण निगम के सहयोग से यह कार्यक्रम हुआ। आने वाले समय में इस जो यहां का साल में जो काम तैयार होगा। कलाकृतियां होगी उसको बिहार एवं देश के आने शहरों में उसका एग्जिबिशन लगाया जाएगा। कार्यशाला में 20 कलाकारों ने भाग लिया हैं स्वागत कमलेश कुंदन व मंच संचालक संजीव सिन्हा ने की। उपस्थित लोगों में सुरेश कुमार पांडे, फिरदौस, सुशील विश्वकर्मा, दीपा कुमारी, पल्लवी, रूपा कुमारी, अमन, जूही, कुमारी, सुनीता राय, पुष्पा देवी आदि लोग मौजूद थे।