Radhacharan Sah arrested – Ara: ईडी की विशेष टीम ने जेडीयू एमएलसी राधाचरण सेठ को गिरफ्तार कर लिया है। राजस्व चोरी, आपराधिक गतिविधि और बालू के अवैध कारोबार से धन उगाही के आरोप में इनकी गिरफ्तारी की गई। राधाचरण सेठ को आरा के अनाइठ में बिहारी मिल के पास उनके फॉर्म हाउसनुमा आवास से बुधवार की देर शाम गिरफ्तार किया गया। इससे पहले बुधवार की सुबह आरा में उनके 4 और पटना में 2 ठिकानों पर छापेमारी की गई, जो देर शाम तक चली। इस दौरान अनाइठ में फॉर्म हाउस में एमएलसी से लंबी पूछताछ भी की गई। छापेमारी के दौरान जब्त किए गए संवेदनशील दस्तावेजों और इनमें दर्ज जानकारी को लेकर उनसे सवाल-जवाब किये गये।
सूत्रों के अनुसार सवालों का स्पष्ट रूप से जवाब नहीं दे पाने पर ईडी ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया। छापेमारी के दौरान उनके आरा और पटना स्थित ठिकानों से कई महत्वपूर्ण कागजात बरामद किए गए हैं। इसमें निवेश और अवैध लेनदेने से जुड़े कागजातों की संख्या अधिक है। सूत्रों के मुताबिक, कागजातों में पैसे की हेरफेर करने से जुड़े कई पुख्ता प्रमाण मिले हैं। उनसे अवैध लेनदेन के अलावा इससे जुड़े अन्य कई पहलुओं पर पूछताछ की गई, जिनका जवाब संतोषजनक नहीं मिला। ईडी की टीम ने उन्हें पीएमएलए (प्रीवेंशन ऑफ मनी लॉड्रिंग एक्ट) के प्रावधानों के अंतर्गत गिरफ्तार किया है। गिरफ्तारी के बाद उन्हें पटना स्थित ईडी कार्यालय में रात करीब 9 बजे लाया गया। इसके बाद उन्हें मजिस्ट्रेट के समक्ष पेश किया जाएगा।
आरा में एमएलसी के दो आवासीय परिसर, एक रिसॉर्ट और एक होटल हैं। वहीं, पटना के बोरिंग कैनाल रोड स्थित उनके आवास में बेटा कन्हैया कुमार रहता है। यहां भी ईडी की टीम ने घंटों छानबीन की। पटना में उनका एक अन्य ठिकाना भी है। फिलहाल छापेमारी के दौरान जब्त सभी कागजातों की सघन जांच की जा रही है। इसके बाद ही केंद्रीय जांच एजेंसी इस मामले को लेकर कुछ अहम खुलासा कर सकती है। कागजातों के अलावा किसी ठिकानों से किसी तरह की चल संपत्ति की बरामदगी या जब्ती की कोई आधिकारिक तौर पर सूचना नहीं है।
Radhacharan Sah arrested – Ara: इससे पहले ईडी के कार्यालय में हो चुकी है पूछताछ
छापेमारी की इस कार्रवाई से एक पखवाड़ा पहले यानी 30 और 31 अगस्त को लगातार दो दिनों तक राधाचरण सेठ तथा 1 सितंबर को उनके बेटे कन्हैया कुमार से पटना स्थित ईडी के कार्यालय में सघन पूछताछ की गई थी। इस दौरान कई अहम बातों की जानकारी मिली थी। इसके आधार पर इनके ठिकानों पर कार्रवाई करके कुछ अतिरिक्त दस्तावेज जब्त किए गए हैं। ईडी मुख्य रूप से इनके खिलाफ बालू के अवैध कारोबार और माफियागिरी समेत अन्य आपराधिक तरीके से धन संग्रह करने के मामले में जांच कर रही है। साथ ही इसमें 250 करोड़ रुपये से अधिक की राजस्व चोरी का मामला भी शामिल है।
काली कमाई के सूचना पर 5 जून को पहली बार हुई थी छापेमारी
इस पूछताछ से पहले ईडी ने 5 जून को राधाचरण सेठ के पटना, झारखंड और पश्चिम बंगाल के 27 से अधिक ठिकानों पर सघन छापेमारी की थी। इस दौरान राधाचरण सेठ और उनके बेटे कन्हैया कुमार की स्वामित्व वाली कंपनी आदित्य मल्टीकॉम के साथ अशोक कुमार एवं जीवन कुमार की निदेशक मंडल वाली कंपनी ब्रॉडसन कमोडिटीज प्राइवेट लिमिटेड के स्तर से बालू खनन और इसके अवैध व्यापार से जुड़े दस्तावेज बड़ी संख्या में मिले थे। बिना विभाग की अनुमति और फर्जी ई-चालान जारी करके करोड़ों रुपये की हेराफेरी की बात सामने आई थी। ईडी की तलाशी के दौरान इनके सभी ठिकानों से 1.50 करोड़ कैश, 6 करोड़ से अधिक के फिक्स डिपॉजिट, 11 करोड़ की संपत्ति के कागजात और 60 से अधिक बैंक खाते जब्त किए गए थे। पूरी माफियागिरी में 250 करोड़ रुपये से अधिक की काली कमाई के प्रमाण सामने आए थे
टैक्स चोरी को लेकर पिछले साल आयकर ने की थी कार्रवाई
आयकर विभाग ने भी 2022 में राधाचरण सेठ और उनके पार्टनर अशोक कुमार गुप्ता की कंपनियों के ठिकानों पर सघन छापेमारी की थी। इस दौरान भी 150 करो़ड़ रुपये से अधिक की टैक्स चोरी की बात सामने आई थी। इस मामले में मनी लॉड्रिंग से जुड़े तथ्य सामने आने के बाद इस मामले को ईडी ने अपने पास लेते हुए ईसीआईआर (इंफोर्समेंट केस इंवेस्टिगेशन रिपोर्ट) दर्ज कर जांच शुरू की थी।