Organic waste composter: भोजपुर जिले के शाहपुर नगर पंचायत को स्वच्छ बनाने की योजना के तहत गीला कचरा की री-साइक्लिग के लिए जैविक अपशिष्ट कंपोस्टर मशीन की खरीदारी तो कर ली लेकिन वह प्रतिष्ठापन (इंस्टालेशन) के अभाव में पिछले लगभग ढाई सालों से कार्यालय परिसर में पड़ी-पड़ी जंग खा रही है।
- हाइलाइट :- Organic waste composter
- शाहपुर नगर पंचायत कार्यालय परिसर में पड़ी-पड़ी जंग खा रही है जैविक अपशिष्ट कंपोस्टर मशीन
- खेतों की पैदावार बढ़ाने के साथ ही नगर की स्वच्छता में भी सहायक सिद्ध होती मशीन – बिजय सिंह
आरा/शाहपुर: भोजपुर जिले के शाहपुर नगर पंचायत को स्वच्छ बनाने की योजना के तहत गीला कचरा की री-साइक्लिग के लिए जैविक अपशिष्ट कंपोस्टर मशीन की खरीदारी तो कर ली लेकिन वह प्रतिष्ठापन (इंस्टालेशन) के अभाव में पिछले लगभग ढाई सालों से कार्यालय परिसर में पड़ी-पड़ी जंग खा रही है। मशीन का उपयोग नहीं होने से गीला कचरा का निस्तारण भी नहीं हो रहा है। ऐसे में यह सवाल उठ रहा है कि फिर मशीन की खरीदारी ही क्यों की गई।
मशीन से जैविक खाद बनाने की थी योजना
मालूम हो की शाहपुर नगर पंचायत ने इस मशीन को इसलिए खरीदी थी कि शहर से निकलने वाले कचरे को नष्ट किया जा सके। इसके अलावा कचरे को अलग-अलग करके उससे जैविक खाद बनाने की योजना बनाई थी। इसके साथ ही मशीन संचालन के लिए मजदूरों को रोजगार दिए जाने का प्लान था। इस मशीन के चालू होने से जहां लोगों को कचरे के प्रदूषण से निजात मिलती, वहीं किसानों को जैविक खाद आसानी से मिल जाती। लेकिन नगर प्रशासन ने इस योजना को साकार ही नहीं किया। नतीजतन लाखों रुपए की मशीन बेकार पड़ी हुई है।
स्वच्छता के साथ खेतों में पैदावार भी बढ़ती – पूर्व मुख्य पार्षद
इधर, शाहपुर नगर पंचायत के पूर्व मुख्य पार्षद बिजय कुमार सिंह ने बताया की जैविक अपशिष्ट कंपोस्टर (Organic Waste Composter) मशीन गीले कचड़े से निर्मित जैविक खाद खेतों की पैदावार बढ़ाने के साथ ही नगर की स्वच्छता में भी सहायक सिद्ध होती परंतु मेरे हटने के बाद इस पर ध्यान नहीं दिया गया। इसको प्रतिष्ठापन कर कचरे से खाद निर्माण की प्रक्रिया शुरू की गई होती तो इससे नगर पंचायत की आमदनी भी बढ़ती।
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