Flood Emergency: शाहपुर नपं के पूर्व मुख्य पार्षद बिजय सिंह ने कहा कि बाढ़ के समय कार्यपालक पदाधिकारी की अनुपस्थिति गंभीर चिंता का विषय है।
- हाइलाइट : Flood Emergency
- नपं कार्यालय के सूचना पट्ट पर अनुपस्थिति के संबंध में किसी प्रकार की सूचना भी प्रदर्शित नहीं की गई है
Flood Emergency आरा: भोजपुर जिले में बाढ़ के कारण शाहपुर नगर पंचायत तक जलस्रोतों का गहरा प्रभाव है । नगर पंचायत क्षेत्र के वार्ड संख्या-07 गोपालपुर काफी प्रभावित है। जबकि वार्ड संख्या- 02,06,08 आंशिक रूप से प्रभावित हुआ है। बाढ़ के पानी से जलमग्न होने के कारण किसानों को काफी नुकसान हुआ हैं। फसलें बाढ़ के पानी में डूब गई है। वही कई घर के लोग भी इससे प्रभावित है। इस आपात स्थिति में शाहपुर नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी लगातार कई दिनों से कार्यालय नहीं आ रहे है। सूचना पट्ट पर अनुपस्थिति के संबंध में किसी प्रकार की सूचना भी प्रदर्शित नहीं की गई है। कर्मियों द्वारा साहब को कभी आरा तो कभी पटना मीटिंग में होना बताया जाता है।
इधर, नगर क्षेत्र में बाढ़ के प्रभावों को लेकर कार्यपालक पदाधिकारी से संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन उन्होंने मोबाइल फोन उठाना भी मुनासिब नहीं समझा। इस आपात स्थिति में नगर पंचायत के कार्यपालक पदाधिकारी के लापता होने के कारण नगर क्षेत्र में आपदा प्रबंधन की तैयारी और सहयोग की कमी इनकी लापरवाही को दर्शाता है। इस संकट में नेतृत्व की कमी के कारण स्थानीय निवासियों में नगर प्रशासन के प्रति आक्रोश है। बाढ़ के पानी के साथ कई खतरे जुड़े होते हैं, जैसे पानी में डूबने का जोखिम, संक्रामक बीमारियों का फैलाव, इसके बावजूद प्रभावी प्रचार-प्रसार की कमी एक गंभीर चिंता का विषय है।
शाहपुर नपं के पूर्व मुख्यपार्षद बिजय कुमार सिंह ने कहा कि बाढ़ के समय कार्यपालक पदाधिकारी की अनुपस्थिति गंभीर चिंता का विषय है। जनप्रतिनिधियों का मोबाइल फोन उठाना भी ये उचित नहीं समझते है। इनके द्वारा जनता को उग्र और जनप्रतिनिधियों को अपमानित करने की साजिश से इनकार नहीं किया जा सकता। पीड़ित लोगों द्वारा बाढ़ से नुकसान को लेकर गुहार लगाई जा रही है। लेकिन आपदा के समय कार्यपालक पदाधिकारी का लापता होना, इस आपात स्थिति में प्रशासनिक स्वीकृति और कार्रवाई की कमी को दर्शाता है। इनकी शिकायत सरकार तक पहुंचाई गई है।
इधर, प्रखंड विकास पदाधिकारी शत्रुंजय कुमार सिंह ने बताया की अगर नगर पंचायत क्षेत्र भी बाढ़ से प्रभावित है तो कार्यपालक पदाधिकारी को इस संबंध में अंचलाधिकारी व वरीय पदाधिकारी को सूचित करना चाहिए। जिससे आपदा प्रबंधन के तहत कारवाई की जा सकें।