Shivji Yadav murder : आरा नवादा थाना पुलिस द्वारा खटाल संचालक हत्याकांड मामले में फरार चल रहे दो आरोपितों को गिरफ्तार किया।
- हाइलाइट: Shivji Yadav murder
- तकनीकी अनुसंधान एवं सीसीटीवी फुटेज के आधार पर पकड़े गए आरोपी
- शहर के बहिरो गैस एजेंसी स्थित पोखरा के समीप बीते 7 अक्टूबर को घटी थी घटना
आरा। नवादा थाना पुलिस द्वारा खटाल संचालक हत्याकांड मामले में फरार चल रहे दो आरोपितों को गिरफ्तार किया। पुलिस ने इनमें एक की गिरफ्तारी मुफस्सिल थाना क्षेत्र के भकुरा गांव एवं दूसरे की गिरफ्तारी नवादा थाना क्षेत्र के अनाइठ मोहल्ले से की। इसके अलावे पुलिस ने हत्या में इस्तेमाल की गयी बाइक एवं घटना के वक्त पहना गया टी-शर्ट भी बरामद किया। गिरफ्तार आरोपितों में नवादा थाना क्षेत्र के अनाइठ मोहल्ला निवासी केदार सिंह का पुत्र राकेश प्रताप सिंह उर्फ चुटकुले सिंह एवं मुफस्सिल थाना क्षेत्र के भकुरा गांव निवासी हरेराम सिंह का पुत्र निखिल सिंह शामिल है।
पुलिस के अनुसार दोनों अप्राथमिकी अभियुक्त है। अनुसंधान के क्रम में दोनों का नाम आया था। इसकी जानकारी बुधवार को पुलिस अधीक्षक राज ने कर दी। पुलिस के अनुसार आरोपी राकेश प्रताप सिंह उर्फ चुटकुले सिंह के पिता केदार सिंह ने कुछ वर्ष पूर्व मृतक शिवजी यादव को जमीन बेची थी, जिसका दो लाख रुपया बकाया था। उसी बकाये पैसे के विवाद में राकेश प्रताप सिंह उर्फ चुटकुले सिंह के द्वारा हत्या करने की बात पुलिस के सामने स्वीकार की है।
पुलिस के अनुसार तकनीकी अनुसंधान एवं मार्केट में लगे सीसीटीवी कमरे में टी-शर्ट से पहले निखिल सिंह की पहचान कर उसे गिरफ्तार किया गया। पूछताछ के दौरान उसने राकेश प्रताप सिंह उर्फ चुटकुले सिंह की इस हत्या संलिप्ता होने की बात भी स्वीकार की, जिसके बाद पुलिस ने राकेश प्रताप सिंह उर्फ चुटकुले सिंह को गिरफ्तार किया था। वही पूछताछ के दौरान राकेश प्रताप सिंह उर्फ चुटकुले सिंह ने बताया कि पहले खटाल संचालक शिवजी यादव की गला दबाकर उनकी हत्या कर दी थी इसके बाद बाइक की चाभी से उनके छाती, गर्दन एवं आंख में घोप दिया था।
बता दें कि नवादा थाना क्षेत्र के बहिरो गैस एजेंसी स्थित पोखरा के समीप उदवंतनगर थाना क्षेत्र के सेवगार गांव निवासी सह खटाल संचालक स्व.लुटावन यादव उर्फ सलुताव यादव के पुत्र शिवजी यादव की नुकीलेदार हथियार से घोंप कर उनकी हत्या कर उनके शव को फेंक दिया गया था। मृतक के बाएं तरफ छाती पर व गर्दन पर आठ जगहो पर नुकीलेदार हथियार से घोंपा गया था एवं उनके बाएं हाथ की कलाई पर जख्म का निशान पाया गया था। जिसके बाद मृतक के पुत्र रंजन कुमार द्वारा अज्ञात लोगों के खिलाफ प्राथमिकी दर्ज कराई गई थी।



