Statue of Birju Maharaj: प्रतिमा के अनावरण के अवसर पर आयोजित होगा कलाकारों का कुम्भ
दक्षिण भारत में बक्शी विकास ने बनवाया बिरजू महाराज की पहली प्रतिमा
खबरे आपकी बिहार/आरा: प्राचीनकाल में शिष्यों का समर्पण एक उदाहरण बनकर आज भी हमारे सम्मुख है। गुरु का पद भगवान् से भी उंचा माना गया है। ऐसा ही एक उदाहरण स्थापित किया है कथक नर्तक बक्शी विकास ने। हाल के दिनों में नृत्य सम्राट पद्मविभूषण पंडित बिरजू महाराज का स्वर्गवास हुआ था। महाराज जी के देहवसान के पश्चात् विकास ने पंडित बिरजू महाराज जी के प्रतिमा के लिए दक्षिण भारत में सांचा तैयार करवाया।
Statue of Birju Maharaj: धातु की पहली प्रतिमा तैयार
विकास ने बताया की धातु की पहली प्रतिमा तैयार हो चुकी है, जिसे दक्षिण भारत से बनारस लाया जायेगा और बनारस में गंगा स्नान के कार्यक्रम करने के पश्चात् प्रतिमा को आरा में स्थापित किया जायेगा। वही प्रतिमा के अनावरण के अवसर पर “कलाकारों का कुम्भ” कार्यक्रम आयोजित किया जायेगा।
विकास ने बताया कि महाराज जी को कथक का भगवान के रूप में समाज ने स्वीकार किया है, महाराज जी पर कृष्ण की छाया को कथक कलाकारों ने महसूस किया है जिस कारण सबकी आस्था महाराज जी से जुड़ी है। पूजन के लिए प्रतिमा तैयार हो चुकी है, जल्द ही समाज के सहयोग से पंडित बिरजू महाराज जी के मंदिर के निर्माण की योजना भी तैयार होगी।