Stay Healthy by Adopting yoga: आरा शहर के शुभ नारायण नगर मझौंवा स्थित “शांति-स्मृति” संभावना आवासीय उच्च विद्यालय के रजत जयंती वर्ष के अवसर पर चल रहे “योग-व्यायाम” प्रशिक्षण शिविर का समापन सोमवार को हुआ।
- हाइलाइट : Stay Healthy by Adopting yoga
- पश्चिमी देशों ने भी योग के महत्व को जाना-डाॕ.अर्चना सिंह
- संभावना स्कूल में योग व्यायाम प्रशिक्षण शिविर का हुआ समापन
आरा शहर के शुभ नारायण नगर मझौंवा स्थित “शांति-स्मृति” संभावना आवासीय उच्च विद्यालय के रजत जयंती वर्ष के अवसर पर चल रहे “योग-व्यायाम” प्रशिक्षण शिविर का समापन सोमवार को हुआ। कार्यक्रम का शुभारंभ मुख्य अतिथि भारत स्वाभिमान के पूर्व जिला प्रभारी सह होम्योपैथ संगठन के अध्यक्ष डॉ. जुगल किशोर, विद्यालय के निदेशक डॉ. कुमार द्विजेंद्र एवं प्राचार्या डॉ. अर्चना सिंह ने संयुक्त रूप से किया।
इस मौके पर डॉ. जुगल किशोर ने कहा कि आज के दौर में योग बच्चों से लेकर बुजुर्ग तक के लिए आवश्यक है। योग के माध्यम से ही हम निरोग रह सकते हैं। कई गंभीर बीमारियों का इलाज भी योग है। इसलिए आप प्रतिदिन कुछ समय निकालकर योग करें और स्वस्थ समाज का निर्माण करें।
प्राचार्या डॉ. अर्चना सिंह ने कहा कि हाल के बर्षो में पश्चिमी देशों ने भी योग के महत्व को जाना है। प्रतिवर्ष अंतर्राष्ट्रीय योग दिवस के अवसर पर हमारे देश ही नहीं, बल्कि विदेशों में भव्य कार्यक्रम आयोजित किए जाते हैं। पुराने जमाने में ऋषि-महर्षि योग के बल पर ही सैकड़ो वर्ष तक जीवित रहते थे।
विद्यालय के निदेशक डॉ. कुमार द्विजेंद्र ने बताया कि विद्यालय में रजत जयंती के अवसर पर चल रहे 45 दिवसीय विभिन्न विधाओं के प्रशिक्षण शिविर के अंतर्गत आज योग व्यायाम प्रशिक्षण शिविर का समापन हुआ। इस दौरान योग-व्यायाम प्रशिक्षण में भाग लेने वाले सभी छात्र-छात्राओं को मेडल एवं प्रशस्ति पत्र देकर सम्मानित किया गया। योग-व्यायाम में जो भी बच्चे प्रथम, द्वितीय एवं तृतीय स्थान प्राप्त किए हैं। उन्हें रजत जयंती वर्ष के अवसर पर आयोजित दो दिवसीय कार्यक्रम में सम्मानित किया जाएगा।
विद्यालय के योग शिक्षक शशि भूषण सिंह ने प्रशिक्षण में चालन क्रिया के तहत (ग्रीवा चालन, घुटना संचालन, स्कंध चालन), योगासन के तहत खडे होकर किये जाने वाले आसन के तहत (ताडासन, वृक्षासन, अर्द्ध चक्रासन), बैठकर किए जाने वाले आसन के तहत (भद्रासन, वज्रासन, वक्रासन), उदर के बल लेटकर किये जाने वाले आसन के तहत (मकरासन, भुजंगासन, शलभासन), पीठ के बल लेट कर किए जाने वाले आसन के तहत (सेतूबंधासन, पवनमुक्तासन, श्वासन) का प्रशिक्षण दिया गया।
इस दौरान बच्चो को कपालभाति (प्राणायाम), अनुलोम-विलोम प्राणायाम (नाडीशोधन), शीतली प्राणायाम, भ्रामरी प्राणायाम, ध्यान एवं संकल्प का प्रशिक्षण दिया गया। इसके अलावे यौगिक जॉगिंग का 12 स्टेप का अभ्यास कराया गया। वही सूर्य नमस्कार आसन का संपूर्ण अभ्यास कराया गया तथा इसकी निपुणता प्रदर्शन में देखा गया।
योग व्यायाम प्रशिक्षण के जूनियर वर्ग में देव दुबे ने प्रथम, वारिस सफी ने द्वितीय तथा ऋषभ सिंह ने तृतीय स्थान प्राप्त किया। वहीं सीनियर वर्ग में प्रज्ञा पूनम ने प्रथम, प्रियांशु केसरी ने द्वितीय एवं कृष ने तृतीय स्थान हासिल किया। मंच संचालन कला शिक्षक संजीव सिन्हा ने किया। कार्यक्रम को सफल बनाने में विद्यालय के शिक्षक-शिक्षिका एवं शिक्षकेत्तर कर्मचारियों का सराहनीय योगदान रहा।