- 5G Street furniture हाइलाइट :-
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- ‘स्ट्रीट फर्नीचर’ के जरिये दूरसंचार ढांचा लगाने को पायलट आधार पर अध्ययन शुरू
- 5G की स्थापना के लिए उपयुक्त स्ट्रीट फर्नीचर की पहचान हेतु की जा रही है सर्वे
आरा/शाहपुर: भोजपुर जिले में अगली पीढ़ी के नेटवर्क को तेजी से लागू करने व डिजिटल ढांचे की उपलब्धता बढ़ाने के लिए ‘स्ट्रीट फर्नीचर’ की सर्वे की जा रही है। शहरी क्षेत्र में अगली पीढ़ी का दूरसंचार ढांचा लगाने को पायलट आधार पर अध्ययन शुरू किया गया है।
इस अध्ययन के निष्कर्षों के आधार पर शहरी क्षेत्र के बिभिन्न जगहों पर मौजूदा स्ट्रीट फर्नीचर (5G Street furniture) मसलन यातायात सिग्नल, साइनेज, लैंप पोस्ट, लाइट पोल और बिलबोर्ड का इस्तेमाल कर ‘स्मॉल सेल’ लगाया जा सकता है। स्ट्रीट फर्नीचर से तात्पर्य सड़कों और गलियों में विभिन्न उद्देश्यों के लिए लगाए गए उपकरणों से है।
वही नगर पंचायत शाहपुर के कार्यपालक पदाधिकारी कुमार रजनीश ने बताया की मौजूदा स्ट्रीट फर्नीचर की सर्वे की जा रही है। स्ट्रीट फर्नीचर से तात्पर्य सड़कों और गलियों में विभिन्न उद्देश्यों के लिए लगाए गए उपकरणों से है। जैसे यातायात सिग्नल, साइनेज, लैंप पोस्ट, लाइट पोल आदि ।
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मालूम हो की देश में 5जी नेटवर्क का लंबे समय से इंतजार हो रहा है। अब इसे लेकर दूरसंचार नियामक ट्राई (TRAI) द्वारा गली-नुक्कड़ और चौराहों यानी पब्लिक प्लेस पर लगे बिजली के खंभे, लैंप पोस्ट्स, ट्रैफिक सिग्नल जैसे स्ट्रीट फर्नीचर्स के जरिए 5जी नेटवर्क फैलाया जाएगा। इसमें यह किया जाएगा कि इन सभी में छोटे सेल और एरियल फाइबर लगाए जाएंगे।
क्या-क्या होंगे फायदे
इसका दोहरा फायदा ये होगा कि कम लागत में जल्द से जल्द 5जी नेटवर्क का विस्तार हो सकेगा तो जहां इसे लगाया जाएगा, वहां 5जी का इस्तेमाल ट्रैफिक सिग्नल को स्मार्ट तरीके से हैंडल करने, बिजली चोरी को स्मार्ट तरीके से पकड़ने इत्यादि में किया जा सकता है। 5जी के इस्तेमाल से स्मार्ट वेस्ट डिस्पोजल, स्मार्ट ट्रैफिक सिग्नल, स्मार्ट मीटरिंग, स्मार्ट ग्रिड मॉनिटरिंग, डिजास्टर मैनेजमेंट, ऑटोमेशन, एनर्जी मैनेजमेंट, रेवेन्यू हासिल करने के नए तरीके इत्यादि में फायदा होगा।