The politics of Shahpur: भोजपुर जिले के शाहपुर विधानसभा क्षेत्र में इस बार के चुनाव में राजनीतिक परिदृश्य का केंद्र राजद के राहुल तिवारी और भाजपा के राकेश ओझा के बीच प्रतिस्पर्धा है।
- हाइलाइट:
- राजद से वर्तमान विधायक राहुल तिवारी, जो शिवानंद तिवारी के पुत्र हैं
- स्व. विशेष्वर ओझा के पुत्र राकेश ओझा को भाजपा ने उम्मीदवार बनाया है
आरा। भोजपुर जिले के शाहपुर विधानसभा क्षेत्र की राजनीतिक सियासत में इस बार विरासत बचाने की स्पष्ट संघर्ष रूप ले रहा है। इस बार के चुनाव में राजनीतिक परिदृश्य का केंद्र राजद के राहुल तिवारी और भाजपा के राकेश ओझा के बीच प्रतिस्पर्धा है।
वर्तमान विधायक राहुल तिवारी, जो शिवानंद तिवारी के पुत्र हैं, पिछले दो चुनावों में राष्ट्रीय जनता दल (राजद) के हाथों से यहां की सत्ता जीती और पार्टी ने उन्हें पुनः अपना प्रत्यक्ष उम्मीदवार घोषित किया है। उनके पास पूर्ववर्ती सेवाओं और दादा व पिता की राजनीतिक धरोहर से उपजा हुआ अनुभव तथा जमीनी संपर्क मौजूद है।
दूसरी ओर, भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने अपने कद्दावर नेता रहे स्व. विशेष्वर ओझा के पुत्र राकेश ओझा को अपना उम्मीदवार घोषित कर, क्षेत्रीय राजनीति में पारिवारिक विरासत के उसी स्वरूप को अपनाया है। राकेश ओझा की उम्मीदवारी से भाजपा को सामाजिक आधार और वफादार मतदाताओं के समर्थन की उम्मीद है। विशेषकर उन मतदाताओं के बीच जो स्व: विशेष्वर ओझा के नेतृत्व और कार्यों को स्मरण में रखते हैं।
नामांकन के साथ ही इस चुनावी लड़ाई के निर्णय का अधिकार क्षेत्र के मतदाताओं के हाथों में है। अब देखना यह है की शाहपुर की राजनीतिक सियासत में इस बार विरासत बचाने की जंग में कौन कामयाब होता है। हलाकी इस बार राकेश ओझा को लेकर लोगों में काफी उत्साह है। वही दस साल के कार्यकाल और खासकर जवइनिया कटाव प्रकरण से वर्तमान विधायक राहुल तिवारी की लोकप्रियता में थोड़ी कमी जरूर आई है।



