Virat Sant Sammelan Labhuani: परम पूज्य तुलसीपीठाधीश्वर का स्वागत महामहीम राज्यपाल महोदय ने करते हुए सभी को सम्बोधित किया, उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा की वरुण राज (बारिश आने पर) की कृपा हुई है, वो भी जगतगुरु के सानिध्य हेतु ही आये हैं। उन्होंने कहा हमारी भारतीय संस्कृति यही सिखाती है की संतों के चरणों का आशीर्वाद लेते रहें, साधू संतों ने सदैव समाज का मार्गदर्शन किया है
- विराट संत सम्मेलन में पधारे जगतगुरु तुलसीपीठाधीश्वर जगद्गुरु श्री रामभद्राचार्य
- महामहिम राज्यपाल, कई मंत्री, सांसद व विधायक रहे उपस्थित
- हेलीकाप्टर द्वारा यज्ञशाला, मंडप, मां सिद्धेश्वरी शक्तिपीठ पर हुई पुष्पवर्षा
- चिंटू सेवक जी के द्वारा हुआ 11 बार हनुमान चालीसा पाठ, व “जरा देर ठहरो राम” विदाई गीत
- महामहिम राज्यपाल के आगमन पर पंडित विपिन मिश्रा द्वारा किया गया दिव्य शंखनाद
- आयोजन में लगभग 20 हजार श्रद्धालु हुए शामिल
Bihar/Ara: गडहनी प्रखंड के लभुआनी में आयोजित विराट संत सम्मेलन में तुलसीपीठाधीश्वर जगतगुरु श्री रामभद्राचार्य जी महाराज जी एवं बिहार के महामहीम राज्यपाल राजेन्द्र विश्वनाथ आरलेकर का आगमन हुआ। दोनों ने साथ में सिद्धेश्वरी शक्तिपीठ का शुभारम्भ किया, यज्ञशाला में दर्शन किया, उसके बाद बिहार, झारखण्ड के सबसे बड़े गणेश मंदिर श्री इच्छापूर्ति गणेश मंदिर का शिलान्यास किया। स्वागत मां सिद्धेश्वरी चैरिटेबल ट्रस्ट के संस्थापक व अध्यक्ष सत्यप्रकाश सिंह द्वारा अंगवस्त्र व रामदरबार मोमेंटो देकर किया गया।
परम पूज्य तुलसीपीठाधीश्वर का स्वागत महामहीम राज्यपाल महोदय ने करते हुए सभी को सम्बोधित किया, उन्होंने अपने उद्बोधन में कहा की वरुण राज (बारिश आने पर) की कृपा हुई है, वो भी जगतगुरु के सानिध्य हेतु ही आये हैं। उन्होंने कहा हमारी भारतीय संस्कृति यही सिखाती है की संतों के चरणों का आशीर्वाद लेते रहें, साधू संतों ने सदैव समाज का मार्गदर्शन किया है की हमको सदैव भगवंत शरण में जाना है। आज देश में संस्कृति संचयन के लिए संत देश विदेश में भ्रमण कर रहे हैं, उनका एक ही विषय है की देश के सभी लोग संस्कारी एवं संस्कृत हों। उन्होंने बताया की समलैंगिक विवाह बिल्कुल गलत परंपरा है। जो देश में बढ़ रहे है, ऐसा नहीं होना चाहिए ये धर्म सम्मत नहीं है।
जगतगुरु ने बताया के विहृति सह विहारः का अर्थ जहां भारतीय संस्कृति सौभाग्यवती महिला की भांति विहार करती है उस राज्य का नाम बिहार है । भारतीय तिरंगे में तीन रंग होते केसरिया कहता है बड़ों का सम्मान करो, श्वेत से तातपर्य है परस्पर भेद भूलकर गले मिलें, हरा रंग दान व हरित क्रांति का प्रतीक है। उन्होंने कहा मेरे बेटे के सामान सत्यप्रकाश सिंह से मैं अति प्रसन्न हूँ जिसने इतने विराट संत सम्मेलन का आयोजन करवाया है।
कार्यक्रम का समापन मां सिद्धेश्वरी चैरिटेबल ट्रस्ट के संस्थापक व अध्यक्ष सत्यप्रकाश सिंह द्वारा दिए गए धन्यवाद ज्ञापन सहित राष्ट्रगान से हुआ। इस अवसर पर केंद्रीय मंत्री (विद्युत, नवीन एवं नवीकरणीय ऊर्जा) आरके सिंह, उपभोक्ता मामले, खाद्य और सार्वजनिक वितरण केंद्रीय राज्य मंत्री अश्विनी चौबे, महाराजगंज सांसद जनार्दन सिंह “सिग्रीवाल”, जहानाबाद के पूर्व सांसद डा. अरुण कुमार, धनबाद के बाघमारा विधानसभा के विधायक ढुल्लू महतो आदि मौजूद रहें।
Virat Sant Sammelan Labhuani: हेमा पांडेय ने अपनी गायकी से बांधा समा
भोजपुर जिले के गड़हनी प्रखंड स्थित लभुआनी गांव में चल रहे श्री लक्ष्मी नारायण महायज्ञ सह मां भगवती प्राण प्रतिष्ठा महोत्सव 2023 एवं भागवत कथा को लेकर रविवार को भव्य आयोजन हुआ। गायिका हेमा पांडेय, करीना पांडेय आदि ने अपनी गायकी से समा बांधा। इस दौरान काफी संख्या में श्रोताओं की भीड़ उमड़ी रही।
3 मई को पूर्णाहुति के दिन आएंगे भोजपुरी अभिनेता पवन सिंह
1 मई को महायज्ञ में विश्व हिंदू परिषद के अंतरराष्ट्रीय अध्यक्ष एवम पद्मश्री डॉ. आरएन सिंह भी कार्य क्रम में शामिल होगें। 3 मई को पूर्णाहुति के दिन अभिनेता व भोजपुरी गायक पवन सिंह आएगें। वे विशाल भंडारा का आयोजन श्रद्धालुओं के बीच प्रसाद वितरण करेंगे।