Visheshwar Ojha Anniversary: शाहपुर हाई स्कूल के मैदान में आयोजित होगा कार्यक्रम
विशेश्वर ओझा के छठवीं पुण्यतिथी सह श्रद्धांजली सभा में 12 फरवरी को शाहपुर में जुटेंगे समर्थक
खबरे आपकी बिहार आरा: भोजपूर जिले के शाहपुर में भाजपा को शिखर पर ले जानेवाले विशेश्वर ओझा की छठवीं पुण्यतिथी सह श्रद्धांजली सभा शाहपुर हाई स्कूल के मैदान में आगामी 12 फरवरी को आयोजित की जायेगी। विशेश्वर ओझा मेमोरियल ट्रस्ट के प्रदेश सचिव सिद्घनाथ पाठक ने बतलाया की कोरोना प्रोटोकॉल को ध्यान में रखकर कार्यक्रम की रूप रेखा तय की जा रही है । उन्होंने कहा की ट्रस्ट के तरफ से रक्तदान शिविर का आयोजन किया जायगा जिसमे सैकड़ो युवा रक्तदान करेंगे। काफी कम समय में लोकप्रियता के शिखर तक पहुंचे विशेश्वर ओझा की राजनीति में काफी गहरी पैठ थी या यह कहे की वह मुकाम जो दूसरों के लिए इतने कम समय में पाना संभव नहीं लगता। वर्ष 2016 के 12 फरवरी को एक शादी समारोह समारोह से लौटते समय शाहपुर थाना क्षेत्र के सोनवर्षा गांव में उनकी निर्मम हत्या कर दी गई थी।
Visheshwar Ojha Anniversary: ओझवलिया गांव के ब्राह्मण परिवार में जन्मे विशेश्वर ओझा
भोजपुर जिले के शाहपुर प्रखंड अंतर्गत ओझवलिया गांव के ब्राह्मण परिवार में जन्मे विशेश्वर ओझा अपने कुशल नेतृत्व के कारण समर्थकों के बिच काफी लोकप्रिय रहें। विशेश्वर ओझा का नाम पुरे दियारा में चर्चित था। राजनितिक प्रतिद्वंदियों द्वारा फैलाई गई दियारा के आतंक के पहचान को उन्होंने अपने व्यवहार कुशलता से हटाया था ।
वर्ष 2000 के पंचायत चुनाव में जिला परिषद सीट से अपनी भवह मुन्नी देवी की जीत के बाद उन्होंने पीछे मुड़ कर नहीं देखा और वर्ष 2005 के विधानसभा चुनाव में अपनी पत्नी शोभा देवी को शाहपुर सीट से जदयू का टिकट, परंतु सरकार नही बनने की स्थिति में 2005 के ही दूसरे विधानसभा के चुनाव में सीट भाजपा की होने के उपरांत विशेश्वर ओझा ने अपने छोटे भाई मुक्तेश्वर ओझा उर्फ भुअर ओझा की पत्नी मुन्नी देवी को न केवल टिकट दिलवाया, बल्कि चुनावों में जीत दिलाकर इलाके के लोगों को अपनी सियासी ताकत का भी अहसास कराया था।
कई केसों में आरोपी रहें विशेश्वर ओझा को वर्ष 2006 में दिल्ली के सरोजनी नगर से स्पेशल ब्रांच की टीम ने गिरफ्तार किया था। मगर विशेश्वर ओझा काफी लोकप्रिय हो चुके थे लोकप्रियता के कारण समर्थकों का एक बड़ा हुजूम उमड़ पड़ा था। फिर वर्ष 2010 के विधान सभा चुनाव में भी शाहपुर की सीट जीतकर मुन्नी देवी अपने जेठ विशेश्वर ओझा के प्रभाव को जमाने में कामयाब रहीं। वर्तमान मे इनके पुत्र राकेश ओझा राजनीत मे काफी सक्रिय है।