Waste disposal near school : स्कूल के समीप कचरे के निस्तारण से उठने वाले धुंए में कई हानिकारक रसायन और पदार्थ होते हैं, जिनमें से कई जहरीले और कैंसरकारक होते हैं। ये धुंए वायु प्रदूषण को बढ़ावा देते हैं और स्थानीय वातावरण को दूषित करते हैं।
- हाइलाइट : Waste disposal near school
- शाहपुर नगर पंचायत के लिए कचरा प्रबंधन एक गंभीर समस्या है जिसका समाधान करना अनिवार्य है
- कचरे का सही प्रबंधन न केवल पर्यावरण को बचाने के लिए, बल्कि स्वास्थ्य और जीवन-शैली के लिए भी आवश्यक है
आरा/शाहपुर: शिक्षा मानव विकास का एक अभिन्न अंग है। यह व्यक्ति को ज्ञान और कौशल प्रदान करके उसकी क्षमताओं को निखारती है और उन्हें समाज के लिए उपयोगी बनाती है। लेकिन इधर, शाहपुर नगर पंचायत के पदाधिकारी जिले के वरीय पदाधिकारी एवं स्थानीय प्रतिनिधियों के आंखों पर पट्टी बंधी हुई है। जो इन्ही स्कूलों से पढ़कर पदों पर आसीन है। स्कूल के समीप कचरे के निस्तारण से उठने वाले धुंए में कई हानिकारक रसायन और पदार्थ होते हैं, जिनमें से कई जहरीले और कैंसरकारक होते हैं। ये धुंए वायु प्रदूषण को बढ़ावा देते हैं और स्थानीय वातावरण को दूषित करते हैं। यह न केवल स्कूल के छात्रों और स्टाफ के स्वास्थ्य को प्रभावित करता है, बल्कि आस-पास के समुदायों पर भी गंभीर प्रभाव डालता है।
इस समस्या का समाधान करना महत्वपूर्ण है क्योंकि यह न केवल शिक्षा प्रक्रिया को प्रभावित कर रहा है, बल्कि पूरे समाज के लिए भी गंभीर खतरा है। इसके परिणाम दूरगामी है। कचरे के उचित प्रबंधन, पुनर्चक्रण और पर्यावरण-अनुकूल निस्तारण प्रणालियों के माध्यम से इस समस्या को हल करने की जिम्मेवारी नगर पंचायत शाहपुर की है। लेकिन यहां के पदाधिकारी व प्रतिनिधियों का भी ध्यान इस तरफ नहीं है। एनजीओ द्वारा की जा रही मनमानी के तहत स्कूल के समीप कचरा डंप कर रहें सफाई कर्मियों को किसी दिन लोगों के आक्रोश का सामना करना पड़ सकता है। जिससे विधि व्यवस्था के लिए गंभीर खतरा उत्पन्न होगा।
स्कूल के समीप कचरे के निस्तारण से बदबू व उठने वाले धुंए पर्यावरण और मानव स्वास्थ्य को गंभीर रूप से प्रभावित करता है। शाहपुर नगर पंचायत के लिए कचरा प्रबंधन एक गंभीर समस्या है जिसका समाधान करना अनिवार्य है। स्थानीय लोगों के दृष्टिकोण से इस समस्या को हल करने के लिए जिले के वरीय पदाधिकारियों के द्वारा हस्तक्षेप की आवश्यकता है। कचरे का सही प्रबंधन न केवल पर्यावरण को बचाने के लिए, बल्कि स्वास्थ्य और जीवन-शैली के लिए भी आवश्यक है।