हीरा ओझा ने कहा सरकार व अमीरों ने कछुआ कवच धारण कर गरीबों को उनके हाल पर छोड़ दिया
कहाः मजदूरों का अपमान नहीं सहेगा बिहार, बदलेंगे बिहार, बदलेंगे गरीब विरोधी सरकार
भोजपुर।शाहपुर:-रास्ट्रीय जानता दल व नेता प्रतिपक्ष तेजस्वी यादव के श्रमिकों और ग़रीबों के समर्थन में ग़रीब अधिकार दिवस मनाने के आह्वान पर ख़ाली थालियों को बजाने के दिशा निर्देश पर भोजपुर जिला के शाहपुर विधानसभा अंतर्गत सेमरिया ओझापट्टी गांव में राजद के वरीय नेता हीरा ओझा के नेतृत्व में श्रमिकों और ग़रीबों के समर्थन में ग़रीब अधिकार दिवस मनाकर ख़ाली थालियों को बजाने का कार्य किया गया।
राजद नेता हीरा ओझा ने कहा कि एक तरफ कोरोना संकट काल में बिहार लौटे प्रवासियों को भूखे रखा गया, रोजगार का सपना दिखाकर ठगा गया, अपराधी कहा गया और अब अमित शाह ध्यान भटकाने के लिए वर्चुअल चुनावी रैली करने में जुट गए है।जहां की जनता त्राहिमाम कर रही हो, जिस राज्य के पूर्व सीएम भोला पासवान शास्त्री का परिवार आर्थिक तंगी से गुजर रहा हो, उस राज्य की सरकार चैन की नींद सोये रहे यह बेहद ही शर्मनाक है। ऐसी सरकार का प्रतिकार जरूरी है। कोरोना काल में लोग बीमारी और भूख से मर रहे है और असंवेदनशील NDA सरकारें डिजिटल रैली कर रही है। ग़रीबों का पेट और थाली ख़ाली है।सरकार व अमीर कछुआ की तरह कवच धारण कर गरीबों को अपने हाल पर छोड़ दिये है। श्रमिकों और ग़रीबों के समर्थन में ग़रीब अधिकार दिवस मनाकर हमने उन ख़ाली थालियों को बजाने का कार्य किया है।
राजद नेता हीरा ओझा ने कहा कि सरकार से हम माँग करते हैं कि सभी श्रमिकों को 10000 रुपये की एकमुश्त मदद की राशि यथाशीघ्र उपलब्ध करवाए क्योंकि सरकार प्रदत्त लम्बी बेरोजगारी और उत्पीड़न झेल रहे सभी श्रमिकों पर कई लोग आश्रित हैं। इस अवसर पर सेमरिया ओझापट्टी गांव के सैकड़ों लोगों मिलकर खाली थाली पीटकर श्रमिकों और ग़रीबों के समर्थन में वर्तमान सरकार का प्रतिकार किया।