Ara kidnapping मामले में सिकरहट्टा पुलिस के रवैये से परिजनों व लोगों में आक्रोश
छात्र के मोबाइल का टावर लोकेशन और सीडीआर खंगाल रही पुलिस
आरा शहर के बस स्टैंड से छात्र के अपहरण (Ara kidnapping) के मामले में पुलिस टीम के हाथ अबतक खाली हैं। अपहरण के तीन दिन बाद भी पुलिस को छात्र का सुराग नहीं मिल पाया है। हालांकि प्राथमिकी दर्ज करने के बाद नवादा थाना की पुलिस छात्र तक पहुंचने में जुटी है। इसके लिये छात्र के मोबाइल का टावर लोकेशन व सीडीआर को खंगाल रही है। सूत्रों की मानें तो छात्र के मोबाइल का अंतिम लोकेशन रोहतास के सासाराम में मिलने की चर्चा है। उसके बाद उसका मोबाइल बंद बता रहा है।
इधर, अपहरण (Ara kidnapping) के मामले में सिकरहट्टा थाना की पुलिस के रवैये से छात्र के परिजन व ग्रामीण काफी आक्रोशित हैं। लोग पुलिस पर उदासीनता व टालटोल करने का आरोप लगा रहे हैं। लोगों का कहना था कि (Ara kidnapping) घटना के बाद परिजन थाने पहुंचे, तो पहले केस करने में आनकानी की गयी और फिर आरा भेज दिया गया। अगर घटना के तुरंत बाद पुलिस कार्रवाई में जुट गयी होती, तो छात्र अबतक बरामद हो गया होता। बाद में काफी दबाव देने पर आरा नवादा थाना में प्राथमिकी दर्ज की गयी।
पटना जाने के दौरान आरा से कर लिया गया छात्र को अगवा
बता दें कि सिकरहट्टा थाना क्षेत्र के बागर गांव निवासी संजय राय द्वारा नवादा थाने में एक आवेदन देकर भतीजे गोपाल को (Ara kidnapping) अगवा किये जाने की शिकायत दर्ज करायी गयी है। आवेदन के अनुसार छात्र इंटर करने के बाद पटना में रहकर पढ़ाई करता है। वह कंकड़बाग में अपने भाई के साथ किराये के एक मकान में रहता है। बुधवार की सुबह वह पटना जाने के लिये घर से निकला। इसके बाद बस से खुटहां से बस पकड़ आरा स्टैंड पहुंचा। आरा उतरने के बाद उसकी अपनी मां से बात भी हुई। तब उसने कहा कि वह पटना वाली बस ढूंढ रहा है। लेकिन वह पटना नहीं पहुंच सका। वहीं उसके बाद से उसका मोबाइल भी बंद हो गया। इसकी सूचना मिलने पर परिजनों ने अपने स्तर से काफी खोजबीन की, लेकिन कोई सुराग नहीं मिल सका। इधर, छात्र के लापता होने से उसके परिजनों की परेशानी बढ़ती जा रही है।
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