Agiyao Assembly – इकलौते सुरक्षित विधानसभा में दांव पर लगी महागठबंधन और एनडीए की प्रतिष्ठा
महागठबंधन की नाव पर सवार होकर इस बार बाजी जीतने का माले का प्रयास
राजद-कांग्रेस गठबंधन के सहारे विधानसभा तक पहुंचे प्रभु इस बार बने एनडीए के साथ
आरा। भोजपुर के अगिआंव सुरक्षित विधानसभा (Agiyao Assembly) सीट पर इस बार कांटे की टक्कर होगी। जिले के इस इकलौते सुरक्षित सीट पर एनडीए व महागठबंधन की प्रतिष्ठा दांव पर है। अब तक एक-एक बार सीट जीत चुकी दोनों गठबंधन दुबारा जीत हासिल करने में जुटी है। हालांकि इस बार चुनावी समीकरण बदल गया है। पिछले चुनाव में राजद और कांग्रेस गठबंधन के सहारे जीत हासिल करने वाले जदयू के प्रभुनाथ प्रसाद इस बार एनडीए से मैदान में हैं।
जबकि अब तक तीन नंबर पर रही भाकपा माले इस बार जीत हासिल करने के लिये महागठबंधन के साथ है। इस बार भी माले ने अपने युवा चेहरा मनोज मंजिल को ही मैदान में उतारा है। वहीं इस बार जदयू व राजद के लिये भी यह सीट अग्नि परीक्षा साबित होने वाली है। बता दें कि 2010 के विधानसभा चुनाव में भाजपा के शिवेश कुमार ने बाजी मारी थी। तब जदयू और भाजपा साथ थी। उस चुनाव में राजद के सुरेश पासवान दूसरे स्थान पर थे। 2015 के चुनाव में जदयू को जीत मिली। तब राजद और कांग्रेस जदयू के साथ थी। दोनों ही चुनाव में माले के उम्मीदवार तीसरे नंबर पर रहे थे। लेकिन चुनाव के बाद जदयू और राजद अलग हो गयी। इस बार राजद, माले और कांग्रेस एक साथ, तो भाजपा व जदयू साथ है। हालांकि 2019 के लोकसभा चुनाव में भाजपा-जदयू के साथ होने के बावजूद एनडीए प्रत्याशी का अगिआंव विधान सभा क्षेत्र में पिछड़ना चिंता की बात है। तब प्रभुनाथ प्रसाद एनडीए के इकलौते विधायक थे। ऐसे में देखना होगा कि ‘प्रभु’ जनता का भरोसा जीतते हैं या फिर मनोज को मंजिल मिल पाती है? इधर, नामांकन करने के बाद दोनों गठबंधन के नेता व कार्यकर्ता लोगों को रिझाने में जुट गये हैं। प्रभुनाथ प्रसाद जहां विकास और एनडीए सरकार के कामकाज के मुद्दे पर लोगों के बीच पहुंच रहे हैं, तो महागठबंधन जनता की समस्याओं, बेरोजगारी सहित अन्य मुद्दों पर सरकार को विफल बता वोट मांग रही है।
2010 विधानसभा चुनाव में भाजपा के शिवेश कुमार को मिली थी जीत
परिसीमन के बाद गठित अगिआंव सुरक्षित विधान सभा (Agiyao Assembly) सीट पर पहली बार 2010 में विधानसभा का चुनाव हुआ था। उस चुनाव में भाजपा के शिवेश कुमार ने जीत हासिल की थी। उन्होंने राजद के सुरेश पासवान को करीब पांच हजार वोटों से हराया था। उस चुनाव में भाकपा माले की ओर से सिद्धनाथ राम मैदान में थे। उन्हें तीसरा स्थान मिला था।
पिछले चुनाव में महागठबंधन को मिली थी जीत
अगिआंव सुरक्षित विधान सभा (Agiyao Assembly) सीट पर दोनों गठबंधन को जीत हासिल कर चुकी है। 2010 में भाजपा-जदयू तो 2015 में महागठबंधन को जीत मिली थी। यह अलग बात है कि 2015 में चुनाव के बाद जदयू व राजद अलग हो गये थे। जदयू एनडीए का हिस्सा बन गयी थी। ऐसे में इस सीट पर फिर से एनडीए का कब्जा हो गया था। पिछले विधान सभा चुनाव में महागठबंधन के उम्मीदवार रहे जदयू के प्रभुनाथ प्रसाद को 52,276 को वोट मिले थे। जबकि एनडीए की ओर से भाजपा के शिवेश कुमार को 37,572 को वोट मिले थे। वहीं भाकपा माले के मनोज मंजिल 31,789 मत पाकर तीसरे स्थान पर रहे थे।
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