Pipra Jagdish langur Bhoj–गाजे-बाजे के साथ किया गया था लंगूर का अंतिम संस्कार
ग्रामीणों के सहयोग से किया जा रहा भंडारा और वानर भोज
पिछले एक जुलाई को करंट लगने से हो गई थी लंगूर की मौत
बिहिया के पिपरा जगदीश गांव का वाक्या
आरा। आज के इस कोरोना काल और भौतिकवादी युग में जहां लोग अपनों से भी मुंह मोड़ ले रहे हैं। वहीं भोजपुर जिले के बिहिया प्रखंड के पीपरा जगदीश गांव में लोगों द्वारा हनुमान (लंगूर) की मौत के बाद वानर भोज और भंडारा का आयोजन किया जा रहा है। वहीं 24 घंटे का अखंड हरिनाम संकीर्तन भी किया गया। इसे लेकर गांव में गजब का उत्साह है। अब इसे पशु प्रेम कहें या हनुमान के प्रति श्रद्धा और लगाव। पढ़ें- बीसीसीआई ने क्या कहा अपने विदेशी खिलाडियों से ?
Pipra Jagdish langur Bhoj बता दें कि पिछले एक जुलाई को गांव में करंट लगने से एक हनुमान (लंगूर) की मौत हो गयी थी। तब ग्रामीणों ने गाजे-बाजे के साथ अंतिम संस्कार किया गया था और शव यात्रा भी निकाली गयी थी। उसके बाद ग्रामीणों ने बैठक कर भंडारा, वानर भोज और अखंड हरिनाम संकीर्तन कराने का निर्णय लिया। उसके तहत मंगलवार को 24 घंटे के लिये अखंड हरिनाम संकीर्तन शुरू किया गया।
बुधवार को संकीर्तन की समापन के बाद भंडारा और बानर भोज किया जा रहा है। इस भंडारा को सफल बनाने के लिए ग्रामीणों द्वारा चंदा एकत्रित किया गया और राशन उपलब्ध किया गया। उसके बाद गांव के ही एक भवन में भंडारा के लिये प्रसाद बनाया गया। दोपहर के बाद भव्य भंडारा का आयोजन हुआ। उसमें काफी संख्या में ग्रामीणों के बीच प्रसाद का वितरण किया गया। पढ़ें- किसके परामर्श से लालू यादव के पार्टी का नाम रास्ट्रीय जनता दल रखा गया था ?
भंडारा का प्रसाद बनाने वाले में शिवनाथ साह, गुप्तेश्वर साह, सरल साह, पंकज साह, उत्तम साह, वीरेंद्र चौधरी, सोनू कोहर, अजय कुमार साह आदि रहें। कार्यक्रम को सफल बनाने में रामजी यादव, बबन यादव, भागेलु पासवान, रितेश पासवान, विकास पासवान, राजेश्वर यादव, धर्मनाथ पासवान, मिथिलेश पांडेय, जमील अंसारी, सत्येन्द्र पांडेय, नमी साह, श्री भगवान पासवान, राम भगवान पासवान, रमेश पासवान, सगुन पासवान समेत पीपरा जगदीश गांव की समस्त जनता का सराहनीय योगदान रहा। पढ़ें- अश्लीलता की हांडी में लोकप्रियता की खिचड़ी पकाते भोजपुरी गायक