Saturday, November 23, 2024
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प्रसव के 15 मिनट बाद ही नवजात की मौत, परिजनों में आक्रोश

Shahpur Referral Hospital: भोजपुर जिले के शाहपुर रेफरल अस्पताल में नवजात की प्रसव के दौरान मौत हो गई। इससे गुस्साए परिजनों ने चिकित्सालय में हंगामा शुरू कर दिया।

  • हाइलाइट :-
    • प्रसूता को बुधवार की सुबह समय करीब 07:30 बजे कराया गया था अस्पताल में भर्ती
    • कागजात पर ऐड्मिट का समय 03:00 PM देखकर भड़के परिजनों ने किया हो हल्ला

Shahpur Referral Hospital शाहपुर/आरा: भोजपुर के शाहपुर रेफरल अस्पताल में बृहस्पतवार को प्रसव के दौरान एक नवजात की मौत हो गई। इससे गुस्साए परिजनों ने चिकित्सालय में हंगामा शुरू कर दिया। परिजनों द्वारा अस्पताल प्रबंधन की घोर लापरवाही के कारण नवजात शिशु की मौत होना बताया गया ।

जानकारी के अनुसार शाहपुर थाना क्षेत्र के सेमारिया गांव निवासी मनीष ओझा की पत्नी निशु कुमारी पांडेय गर्भवती थी । बुधवार की सुबह प्रसव पीड़ा होने पर परिजनों द्वारा रेफरल अस्पताल शाहपुर में भर्ती कराया गया था ।

प्रसूता के पति मनीष ओझा ने बताया की उनके परिजनों द्वारा उनकी पत्नी को प्रसव के लिए बुधवार की सुबह समय करीब 07:30 बजे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। यहां पर जांच के बाद नार्मल प्रसव की बात कही गई । जरूरी मेडिसिन की पुर्जा बनाकर प्रसूता को भर्ती किया गया और तत्काल बेड उपलब्ध करा दिया गया। मनीष ने कहा की रात में प्रसूता को दर्द होने पर हमारे परिजन अस्पताल में डॉक्टर को खोजने लगे लेकिन डॉक्टर की अनुपलब्धता पर उपस्थित नर्स की देख रेख में मेरी पत्नी (प्रसूता) की डिलेवरी कराई गई। इसमें काफी समय व्यतीत होने के कारण जन्म के 15 मिनट बाद ही मेरे नवजात शिशु की मौत हो गई।

मनीष ओझा के द्वारा अस्पताल के डॉक्टर, नर्स और अस्पताल प्रबंधन पर घोर लापरवाही और गलती को छुपाने के लिए कागजात मे हेरा-फेरी करने का आरोप लगाया गया है । कहा की मेरी पत्नी बुधवार की सुबह सात बजे के करीब अस्पताल मे भर्ती हुई थी । अस्पताल में CCTV लगा है जिसमे देखा जा सकता है । लेकिन नवजात की मौत होने के बाद अस्पताल प्रबंधन के द्वारा दिए जा रहे कागजात पर ऐड्मिट का समय 03:00 PM है । जिससे साफ है की अस्पताल प्रबंधन अपनी गलती छुपना चाहता है ।

ऑन ड्यूटी डॉक्टर विकास कुमार ने बताया कि प्रसव के पूर्व बच्चा पेट में ही गंदा पानी पी चुका था। जिसके कारण इंफेक्शन हो चुका था। प्रसव के बाद बच्चे को बचाने की सभी प्रयास किए गए। लेकिन बच्चे को बचाया नहीं जा सका।

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