Ara Lok Sabha election: भोजपुर जिला के कोईलवर स्थित सभा कक्ष में जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिला पदाधिकारी और पुलिस अधीक्षक की अध्यक्षता में समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई
- हाइलाइट :- Ara Lok Sabha election
- संदेश के एआरओ क्षेत्र के अंतर्गत कोईलवर में हुई पहली बैठक
- बैठक में एआरओ संदेश, सभी कोषांगों के पदाधिकारी और नोडल पदाधिकारी उपस्थित रहें
Ara Lok Sabha election आरा: भोजपुर जिला के कोईलवर स्थित सभा कक्ष में जिला निर्वाचन पदाधिकारी सह जिला पदाधिकारी और पुलिस अधीक्षक की अध्यक्षता में एआरओ संदेश के अंतर्गत कार्यरत सभी सेक्टर पदाधिकारी और सेक्टर पुलिस पदाधिकारी के साथ समीक्षात्मक बैठक आयोजित की गई। बैठक में एआरओ संदेश के अतिरिक्त सभी कोषांग के वरीय पदाधिकारी और नोडल पदाधिकारी उपस्थित रहें। इस बैठक का आयोजन नामांकन के पूर्व सभी निर्वाचन कार्यो के दायित्वों का निष्पक्ष और सफलतापूर्वक करने हेतु किया गया था। जिला पदाधिकारी महोदय द्वारा प्रत्येक एआरओ क्षेत्र में जाकर बैठक किए जाने के निर्णय के उपरांत संदेश के एआरओ क्षेत्र के अंतर्गत कोईलवर में पहली बैठक आयोजित की गई। इस बैठक में कई आवश्यक निर्देश जिला पदाधिकारी और पुलिस अधीक्षक महोदय द्वारा दिया गया।
- जरूरी निर्देश जो निम्न प्रकार से है– Ara Lok Sabha election
- बूथ का भौतिक सत्यापन सेक्टर मजिस्ट्रेट एवं सेक्टर पुलिस अधिकारी द्वारा कर लिया जाए ।
- सभी बूथों पर शौचालय, पानी पीने की व्यवस्था, बैठने की व्यवस्था , फर्नीचर , कुर्सी टेबल उपलब्ध हो ।
- यदि कहीं फर्नीचर सुविधा उपलब्ध नहीं है तो किसी दूसरे स्कूल से उसे टैग करके फर्नीचर की व्यवस्था कर ली जाए ।
- विकलांगों हेतु रैंप बनाया जाना आवश्यक है ।
- निर्वाचन से पूर्व सभी केंद्रों पर शेड की व्यवस्था समय रहते कर लिया जाए ।
- जिला पदाधिकारी महोदय ने सभी सेक्टर मजिस्ट्रेट को उनका दायित्व और कर्तव्य समझाया तथा सभी सेक्टर पुलिस पदाधिकारी को भी उनके दायित्वों के निर्वहन से संबंधित आवश्यक जानकारी उपलब्ध कराई ।
- वेनरेबल मैपिंग की आवश्यकता पर जोर दिया गया।
- वोट देने से अगर कोई रोकना है तो इसकी जानकारी संबंधित वरीय पदाधिकारी को उपलब्ध कराने का निर्देश दिया गया ।
वेनरेबल फैमिली /वेनरेबल टोला का नाम बताने का निर्देश दिया गया । - अगर कोई व्यक्ति वेनरेबल आईडेंटिफाई कर लिया जाता है तो उसमें 107 की कार्रवाई जल्द से जल्द करने का निर्देश दिया गया। जिला पदाधिकारी द्वारा बताया गया की 10 दिन पहले सभी सेक्टर पदाधिकारीयों को दंडाधिकारियों की शक्ति दी जाएगी ।
- सेक्टर पदाधिकारी को सस्वीप का कार्य भी करना है ।
- इसकी अतिरिक्त सेक्टर दंडाधिकारी एवं सेक्टर पुलिस पदाधिकारी को प्रतिदिन थाने पर अपना अटेंडेंस लगाना है ।
- पीसीसीपी के सभी दायित्वों का निर्माण अब सेक्टर पदाधिकारी द्वारा किया जाएगा ।
- सेक्टर पदाधिकारी को डिस्पैच सेंटर से सभी निर्वाचन अधिकारी और कर्मचारी को लेकर बूथ तक छोड़ना है। • उन्हें मॉक पोल करना है VVPAT से पर्ची निकालने के बाद उन्हें गिन कर इसकी रिपोर्ट करनी है ।
- वीटीआर परसेंटेज समय-समय पर कंट्रोल रूम को देना है तथा दिनभर आवंटित बूथ पर भ्रमण करना है ।यदि कोई समस्या अगर होती है तो जोनल मजिस्ट्रेट ,बीडीओ,कंट्रोल रूम को तुरंत खबर करना है। यदि कहीं बहुत अधिक भीड़ हो और कार्य धीरे-धीरे हो रहे हैं तो वहां अतिरिक्त व्यक्ति की व्यवस्था की जाएगी ।
- इसके अतिरिक्त ईवीएम सीऔर डी को सेक्टर पदाधिकारी द्वारा वेयर हाउस में जमा किया जाएगा।
जिला पदाधिकारी ने बताया कि चुनाव बढ़िया तभी होगा जब उसकी तैयारी बढ़िया होगी । - जिला पदाधिकारी महोदय द्वारा सभी सेक्टर पदाधिकारी से बूथ के क्रमानुसार बूथ पर उपलब्ध सुविधाओं से संबंधित अगर कोई समस्या तात्कालिक रूप से बनी हुई है तो उसके बारे में जानकारी प्राप्त की गई। ऐसा पाया गया कि लगभग प्रत्येक बूथों पर कहीं ना कहीं बिजली, पानी, बरामदा, रैंप की कमी है।
- जिला पदाधिकारी द्वारा इन सभी समस्याओं का त्वरित निष्पादन करने हेतु संबंधित अधिकारियों को निर्देश दिया गया है। जिला पदाधिकारी द्वारा सेक्टर वाइज बॉन्ड भरवाने की कार्रवाई की गई इसकी जांच कर लेने का निर्देश दिया गया है।
हर दिन थाना विजिट करने का निर्देश तथा सीसीए लगाने के लिए भी कहा गया है । - आर्म्स लाइसेंस वाला यदि कोई कारक है तो उसके आर्म्स को थाना में जमा करने को कहा गया है।
- निर्वाचन के दिन खाने की व्यवस्था रसोईया के माध्यम से किया जा रहा है।
- जिला पदाधिकारी ने सभी को निर्देशित किया कि कोई अगर वोट नहीं देता है तो कोई बात नहीं है। लेकिन किसी को वोट देने से रोकना नहीं है। नहीं तो उसे पर एफआईआर दर्ज की जाएगी । जो किसी को भी वोट नहीं देना है चाहते हैं तो फिर वह नोटा का प्रयोग कर सकते हैं । रोकने वाला कारक है इसलिए उस पर कार्रवाई होगी।
- वैसे बूथ जिनका सड़क से कनेक्शन नहीं है । आने-जाने में वाहन का प्रयोग नहीं हो सकता है। उसे क्रिटिकल माना जा रहा है और वहां पर पैरामिलिट्री फोर्सेस रखे जाएंगे । इस बार के निर्वाचन में निष्पक्षता के साथ सभी कार्य करने का निर्देश किया गया है। किसी भी सेक्टर पदाधिकारी एवं पुलिस पदाधिकारी को किसी एक समुदाय या कास्ट विशेष के तरफ झुकाव नहीं रखता है। यह स्पष्ट मैसेज देने की बात कही गई है।
- स्वीप कैंपेन चलाने पर भी जोर दिया गया है ।कई ऐसे बूथ है जहां जाने की सुविधा नहीं है उन बूथों पर पैदल ही जाना होगा ।वहां आरपीएफ जवान लगाने की बात कही गई है। पुलिस अधीक्षक महोदय ने बूथ वाइज आपराधिक गतिविधियों की जानकारी उपलब्ध कराने को कहा है। जो चुनाव को प्रभावित कर सकते हैं उन्होंने इलीगल माइनिंग के लोगों को भी चुनाव को प्रभावित कर सकते हैं ।इसकी संभावना को देखते हुए उस तरह के लोगों को चिन्हित करने के लिए कहा है । पुलिस अधीक्षक महोदय का मानना है कि एक भी आर्म्स का डेप्जिशन अभी तक थाने में जमा नहीं किया गया है। वनरेबल टोला में 107 की कार्रवाई को बढ़ाने जाने पर उन्होंने जोड़ दिया और आर्म्स संबंधित थाने में जमा करने पर भी उन्होंने जोर दिया है ।वाहन तीनों प्रखंड में अवेलेबल है इसकी सूची को अंचल अधिकारी के माध्यम से उपलब्ध कराने की बात कही गई है।
- उदवंतनगर और कोईलवर में तीन संदेश में दो capf के अवसान की व्यवस्था की गई है ।
जैसा की जानकारी है 36 कंपनियां जिला को प्राप्त हो रही है । जिसमें हमारे जिला पुलिस के ठहरने की व्यवस्था होगी तथा बीएमपी की व्यवस्था होगी। इसीलिए जिला पदाधिकारी ने हर प्रखंड में 6 से 7 आवासन के स्थान को चिन्हित करने का निर्देश वहां के प्रखंड विकास पदाधिकारी को दिया है। एक आवासन स्थान पर लगभग 70 से 80 लोगों के रहने की व्यवस्था करने का निर्देश दिया गया है। सेक्टर मजिस्ट्रेट को बबीएलओ के साथ एक बैठक का आयोजित करने के लिए भी निर्देशित किया गया है । जो 12 डी के प्रपत्र सभी संबंधितों तक पहुंचाएंगे जो चलने में असमर्थ लोग घर से ही 12 डी का उपयोग कर पाएंगे । सभास्थल को भी चिन्हित करने के लिए प्रखंड विकास पदाधिकारी को निर्देशित किया गया है । - प्रखंड स्तर पर नियंत्रण कक्ष बनाने को कहा गया है । उदवंत नगर प्रखंड से ही एआरओ संदेश अपना नियंत्रण कर चलाएंगे। डीपीओ आईसीडीएस तथा जीविका को स्वीप कोषांग के अंतर्गत जिले के सभी 45% से कम के बूथ पर मतदाता जागरूकता का कार्यक्रम चलाने का निर्देश दिया गया है ।
- सभी सेक्टर दंडाधिकारी एवं पुलिस प्राधिकारी को मेडिकल किट रखने का निर्देश दिया गया है ।
- एमसीसी के केस काम हो रहे हैं। अभी तक 5 केस ही आए हैं। इसकी तादाद बढ़ने पर जोर दिया गया है।