Garbage trolley rickshaw: शाहपुर नगर पंचायत द्वारा खरीदे नए रिक्शे, नगर परिसर में कबाड़ के रूप में पड़े हुए हैं। नए रिक्शों का प्रयोग न होना, नगर पंचायत के कार्यकलापों पर सवालिया निशान खड़ा करता है।
- हाइलाइट : Garbage trolley rickshaw
- जब जरूरत ही नहीं थी फिर खरीदारी क्यों ?
- अव्यवस्थित सफाई व्यवस्था और रिक्शों की तस्वीर
- नपं के कार्यकलापों पर सवालिया निशान ?
- शाहपुर नगर पंचायत में सफाई व्यवस्था की स्थिति चिंताजनक : मुन्ना तिवारी
आरा/शाहपुर: कुछ सालों पहले शाहपुर नपं प्रशासन ने पूरे नगर के गली मोहल्लों से गंदगी और कचरे को संग्रहण के लिए सफाई कर्मचारीयों के लिए तीन पहिया साइकिल रिक्शा खरीदे थे। लेकिन नपं प्रशासन और जनप्रतिनिधियों की लापरवाही एवं उदासीनता के चलते ये रिक्शे एक दिन भी नगर की सडक़ों और गलियों में नहीं दौड़े और नगर परिसर में पड़े पड़े ही कबाड़ में तब्दील हो गए।
इससे नपं प्रशासन को राजस्व की हानि हुई है। वही नपं परिसर के अंदर कबाड़ के रूप में तब्दील हुए ये रिक्शे नगर पंचायत की सुंदरता को धब्बा लगा रहे हैं। कबाड़ में तब्दील हुए इन रिक्शों की तस्वीर देखकर आप अंदाजा लगा सकते है की राजस्व की हानी यहां किस प्रकार की जा रही है।
जब जरूरत ही नहीं थी फिर खरीदारी क्यों ? शाहपुर नगर पंचायत द्वारा खरीदे नए रिक्शे, नगर परिसर में कबाड़ के रूप में पड़े हुए हैं। नए रिक्शों का प्रयोग न होना, नगर पंचायत के कार्यकलापों पर सवालिया निशान खड़ा करता है। ये रिक्शे, जिनकी खरीद का उद्देश्य नगर के पतली गली वाले क्षेत्रों में, वार्ड मोहल्ला के नागरिकों को सुविधाजनक कचरा उठाव परिवहन प्रदान करना था, लेकिन नगर प्रशासन ठीक प्रकार से इसके कार्यान्वयन का पहल नहीं कर पाया है। या ये कहा जाये जब जरूरत ही नहीं थी फिर खरीदारी क्यों की गई?
सफाई व्यवस्था की स्थिति चिंताजनक: मुन्ना तिवारी
सफाई व्यवस्था की स्थिति भी चिंताजनक है। शाहपुर नगर पंचायत की ओर से सुधार की कोई ठोस योजना नहीं दिखाई दे रही है, जिससे नगर निवासियों की निराशा बढ़ी है। बिनोद तिवारी उर्फ मुन्ना ने कहा की इस नकारात्मक स्थिति से उबरने के लिए आवश्यक है कि नगर प्रशासन तुरंत सक्रिय हो और दोषपूर्ण व्यवस्था को सुधारने के प्रयास करे।
समाज सेवी कृष्ण कुमार ने कहा की शाहपुर नगर पंचायत के समक्ष कई चुनौतियाँ हैं, जिनका समाधान प्राथमिकता के साथ किया जाना आवश्यक है। नगर कार्यपालक पाधिकारी द्वारा यदि ये समस्याएं यथाशीघ्र न सुलझाई गईं, तो नगर की जनता की उम्मीदें निराशा में बदल जाएंगी।