Agency careless: समाजसेवी बिजय कुमार पांडेय ने सफाई कार्य में फेल एजेंसी को ब्लैक लिस्ट करते हुए पैसा रिकवर करने के संबंध में शाहपुर नपं के कार्यपालक पदाधिकारी नेशात आलम को दिया आवेदन।
- हाइलाइट : Agency careless
- मजदूरों के नहीं आने से बंद है सफाई कार्य, जन जीवन प्रभावित
- शाहपुर नगर पंचायत के सभी वार्डो में लगा कचरे का अंबार
- एजेंसी की मनमानी से शाहपुर नपं की सफाई व्यवस्था में गंभीर संकट
- एजेंसी को ब्लैक लिस्ट करते हुए पैसा रिकवर करने की उठी मांग
आरा: शाहपुर नगर पंचायत में सफाई एजेंसी की मनमानी के कारण लगातार वार्डों में सफाई व्यवस्था चौपट हो गयी है। कभी निर्धारित न्यूनतम दैनिक मजदूरी नहीं मिलने से नाराज होकर सफाईकर्मी हड़ताल कर देते है तो कभी अन्य किसी कारण से अपना काम बंद कर देते है। जिसके कारण पिछले कई दिनों से नगर पंचायत के सभी वार्डो में कचरे का अंबार लगा हुआ है। सफाईकर्मी में नपं प्रशासन व एजेंसी के प्रति नाराजगी देखी जा रही है। इधर,नपं प्रशासन भी छठ पर्व में लापरवाही बरतने के कारण काफी नाराज है।
इधर, नराज सफाईकर्मियों ने कहा 40 मजदूरों का कार्य आधे से भी कम मजदूर मिलकर कर रहे है। एजेंसी के सुपरवाइजर बीरेंद्र साह द्वारा दिन-प्रतिदिन यह आश्वासन दिया जाता है कि शीघ्र ही और मजदूर जोड़े जाएंगे, किन्तु ये आश्वासन केवल एक बहाना है। हर रोज बहाना बनाकर हमलोगों से ज्यादा काम भी लिया जा रहा है और समय से पैसा भी नहीं दिया जा रहा है। मजदूरों ने कहा कि जबतक पिएफ का पैसा और खाते में मानदेय नहीं दिया जाता हड़ताल खत्म नहीं होगा। नपं एजेंसी के सुपरवाइजर बीरेंद्र साह ने मजदूरों को काफी समझाया बुझाया, लेकिन वे नहीं माने।
इधर, समाजसेवी बिजय कुमार पांडेय ने कहा कि शाहपुर नगर पंचायत में सफाई एजेंसी की मनमानी के कारण सफाई व्यवस्था में गंभीर संकट उत्पन्न हो गया है। वार्डों में सफाई कार्य ठप होने से नागरिकों को ढेर सारे कचरे का सामना करना पड़ रहा है, जिससे आम जन जीवन काफी प्रभावित है।
बिजय कुमार पांडेय के द्वारा सफाई कार्य में फेल एजेंसी को ब्लैक लिस्ट करते हुए पैसा रिकवर करने के संबंध में नगर के कार्यपालक पदाधिकारी नेशात आलम को एक आवेदन दिया गया। जिसमे उन्होंने कहा है की नगर की सफाई एनजीओ प्रताप सेवा संकल्प गोविंद फुलकान, मुजफ्फरपुर द्वारा लगातार सफाई कार्यो में लापरवाही की जा रही है। जिससे नगर के लोगों में भारी आक्रोश है। इस कारण पार्षदों को भी भारी फजीहत झेलना पड़ता है। यह कि निम्न कारणों को लेकर भी सफाई एनजीओ पर आवश्यक कानूनी करवाई करते हुए पैसा रिकवर किया जाये।
1- यह कि छठ पूजा जैसे महापर्व के अवसर पर सफाई एनजीओ की बड़ी लापरवाही सामने आई है। जो धार्मिक दृष्टिकोण से अस्वीकार्य है। धार्मिक आस्था का अपमान बर्दाश्त करने योग्य नही है।
2- यह कि शाहपुर नगर पंचायत से किये एकरारनामा के शर्तो का सरासर उल्लंघन सफाई एनजीओ द्वारा किया जा रहा है।
3- यह कि नगर विकास एवं आवास विभाग के पत्रांक -09 दिनांक 17/11/2021 के निर्देश का भी सफाई एनजीओ द्वार बायोमेट्रिक हाजरी और श्रमिकों के खाता में भुगतान का उलंघन किया जा रहा है।